28-07-2017, 10:49 PM (This post was last modified: 29-07-2017, 12:19 AM by honey boy.)
अपडेट १
8 महीने पहले मेरे एग्जाम्स चल रहे थे.
मेरा पहला एग्जाम आया और चला गया.. ऐसे ही दूसरा एग्जाम आया, हम एग्ज़ॅमिनेशन हॉल में बैठे थे की थोड़ी देर में एक टीचर आई, उसकी ड्यूटी थी, बस उसको देखते ही मेरी नज़र आन्सर शीट से हटकर उसके उपर ही लगी रही, मैं इधर उधर देखने के बहाने उसको देखता रहता था. उसकी हाइट 5.6 इंच, हैल्थी थी, बूब्स मोटे मोटे थे और जब किसी से बात करते हुए हँसी थी तो ऐसा लगता था की बोल रही हो- "प्लीज़ मुझे चोदो ना" वो ना तो बहुत सुंदर थी और ना ही बहुत सेक्सी बस एकदम मस्त माल था.
उसकी वजह से मेरी एग्जाम मैं लिखने की स्पीड भी स्लो हो गयी. उसे हमारी आन्सर शीट साइन करनी होती थी जब भी हू मेरे साथ वाली बेंच पर झुक कर किसी और की शीट साइन कर रही होती थी तो मैं उसके मोटे मोटे हिप्स को तिरछी निगाहों से देखता रहता था जिससे कोई और ना देख ले ओरजब वो मेरे बेंच पर आती तो मैं उसके बूब्स पर नज़र रखता था, उसकी बूब्स की लाइन सूट मैं से एकदम चूत की लाइन जैसे लगती थी. उसे देखते देखते मेरा 2, 3, 4th एग्जाम भी चले गये. फिफ्थ एग्जाम तक तो मैं उसे एग्जाम रूम मैं बैठे बैठे कई बार सपनों मैं चोद चुका था.
सबसे ज़्यादा मुझे उसकी चुचियाँ, हिप्स और स्माइल पसंद आई बस मन करता था की उन्ही को देखता रहूं और मौका लगे तो खा जाऊं . खैर हुमारा 5th एग्जाम चल रहा था और सब एग्जाम रूम मैं बैठे अपनी आन्सर शीट्स भर रहे थे और मैं भी, मैं बीच बीच मैं सिर उठा कर उसको देख लेता. वो चेयर पर अपने दोनो हाथ अपने बूब्स के नीचे रख कर बैठी थी जैसे कमर से रस्सी कस लेते हैं जिससे उसके बूब्स उसके हाथों पर आराम से बैठे थे. मैने उसे कई बार देखा, थोड़ी देर बाद मैं सिर उठा कर कहीं और देखने लगा और मैं उसे देखने ही लगा था की मैने उसे देखा वो मुझे देख रही है और हंसते हुए इशारा कर रही है की – “लिख लो”. थोड़ी देर बाद हू सबकी शीट्स साइन करते हुए मेरी पास आई और धीरे से हंसते हुए बोली की - “लिख भी लिया करो कुछ बस इधर उधर ही देखते रहते हो”, मैने तो कुछ एक्सपेक्ट भी नहीं किया था की वो मुझसे कुछ बोलेगी मैं तो बस सांत्वे आसमान पर पहुँच गया जब उसके प्यारे से होंठों को हिलते हुए देखा और वो कातिल स्माइल.....
अगर वो कुछ और देर बोलती तो उसके होंठ अपने होंठ से पकड़ लेता,
मैं कुछ बोल ही नहीं पाया और वो चली गयी. मैं उस दिन पूरे एग्जाम मैं मुस्कुराता रहा. फिर हमारा लास्ट 6th एग्जाम
बचा था, मैं वोही सब दोहराता रहा जो मैं पिछले 5 एग्जाम से कर रहा था. वो मेरी पास वाली रो मैं राउण्ड लगा रही थी आगे - पीछे, मैं निगाहें उँची कर कर के उसको देख रहा, वो घूमी और उसके निगाहें मेरे से टकराई और वो मुस्कुरा दी और मैं भी अंजान बन कर मुस्कुरा दिया.
मेरा आज मन कर रहा था की इससे बात करूँ और इसका नंबर माँग लूँ अब चाहे जो हो.. लास्ट एग्जाम ही है ज़्यादा से ज़्यादा क्या कर लेगी एग्जाम कॅन्सल कर देगी गुस्से मैं आकर और क्या होगा नेक्स्ट इयर दे दूँगा फिर से एग्जाम एक ही तो है
( सच मैं दोस्तों ये ठरक इंसान को कुछ भी करने पर मजबूर कर देती है) पर सवाल ये था की उसका नंबर कब और कैसे माँगूँ. मैने पहले कभी ऐसा नहीं करा था मैं तो बस शरीफ़ सा सेक्स स्टोरी पड़ने वाला और BF देखने वाला लड़का था जिसने आज तक रियल मैं चूत नहीं देखी थी तो उससे नंबर कैसे माँगता और क्या कह कर माँगता मेरी यही सोच कर फट रही थी,
तभी मैने सोचा की क्यूँ ना इससे एग्ज़ॅम रूम मैं ही नंबर मांग लेता हूँ शायद ये वहाँ कुछ ना बोले क्यूंकी सब होते हैं तो कम से कम उसके गुस्से से तो बचा रहूँगा और हाँ अगर भड़क गयी तो बस मैं गया पर फिर वोही सवाल की कैसे?????????? थोड़ी देर बाद हू मेरे डेस्क पर आई साइन करने और मुझे बोली – “ बस देखते रहते हो लिख भी लिया करो कुछ शैतान” मैं हंस दिया कुछ नहीं बोला और जल्दी से क्वेस्चन पेपर को एक साइड से मोड़ा और उस पर “नंबर ” लिख दिया. उसने पहले मुझे 2 सेकेंड देखा की ये मैने क्यूँ लिखा है देन उसने क्वेस्चन पेपर पर जल्दी से अपना नंबर लिख दिया और मेरी आन्सर शीट पर साइन कर के चली गयी.
उसका नंबर अपने क्वेस्चन पेपर पर देख कर तो मेरे होश ही उड़ गये ऐसा लगा की जैसे बस वो मेरे सामने नंगी पड़ी है और बोल रही की प्लीज़ “ विशाल चोदो ना मुझे जान, अपनी वर्जिनिटी मुझे दे दो ”. बस उसका नंबर लेते ही मेरे मन मैं ये हुआ की बस जल्दी से एग्ज़ॅम ख़तम हो और मैं उससे फोन पर बात करूँ क्यूंकी वहाँ सबके सामने मैं बात नहीं कर सकता था. उस दिन मै अपने फ्रेंड्स से क्वेस्चन पेपर डिसकस करे बिना ही घर चला गया. और शाम होने का वेट करता रहा क्यूंकी वो दिन मैं कॉलेज मैं ही होती थी वो टीचर जो थी वहाँ. फिर शाम को 7 बजे मैने डरते हुए उसका नंबर डायल किया .
टेलिफोनिक कॉन्वर्सेशन:
मे: हेलो, गुड ईव्निंग मेम
शी: हू इस दिस ?
मे: मेम आपने नहीं पहचाना?
शी: सॉरी नहीं पहचाना, कैन यू प्लीस टेल में हु आर यु ?
मे: मेम .... मैं शैतान
शी: (थोडा सोच कर) ओह. हहेहेहहेहेहेहेः. तो तुम हो मिस्टर.
मे: (हंसते हुए) येस मेम ... मैं हूँ.
शी: तो मिस्टर. कैसे हुए एग्जाम ? अच्छे तो नहीं हुए होंगे कुछ लिखते ही नहीं तुम बस इधर उधर ही देखते रहते हो हर टाइम.
मे: नो मेम ऐसी बात नहीं है,लिखता भी हूँ हाँ बस लिखते लिखते बोर हो जाता हूँ तो बीच मैं सबको देख लेता हूँ की सब क्या कर रहे हैं.
शी: ओह, तो मिस्टर. बोर हो जाते हैं एग्जाम करते करते, इन्हे हर वक़्त एंटरटेनमेंट चाहिए, हैं
मे: येस मेम ..
शी: और तुम्हे नंबर लेने के लिए वही टाइम और जगह मिली थी?
मे: सॉरी मेम
शी: अरे बाबा पूछ रही हूँ, गुस्सा नहीं हूँ
मे: ओके मेम , एक्चुअली मेम बाद में पता नहीं होता आप दिखती नहीं है सो मैने सोचा की रिस्क क्यूँ लूँ
शी: ओह, पर मेरा नंबर तुम्हे किसलिए चाहिए था?
मे: मेम आपसे बात करने का मन था इसीलिए..
शी: मुझसे? क्यूँ भाई मैने क्या करा है?
मे: मेम , बस मेरा मन करा तो ले लिया, अगर आपको बात नहीं करनी तो इट्स ओक (सेड टोन)
शी: अरे भोंदू मेरे कहने का ये मतलब थोड़ी ना था , बस ऐसे ही पूछ लिया तुम तो बुरा ही मान गये,भोंदू हो एक नंबर के ..
अंशिका : या !
मे: मेम , शुड आई कॉल यूं लेटर ओर ओन्ली टुमॉरो,
अंशिका : (सोच कर) म्म्म्मम चलो मैं मेसेज कर दूँगी तब कॉल कर लेना ओके
मे: ओके मेम .
अंशिका : ओके बाइ फॉर नाउ. BYएईई
मे: बाइ मेम .
बस उसके फोन रखते ही मेरा मन तो सातवें आसमान पर पहुँच गया , लगा की जन्नत मिल गयी मुझे, कभी किसी लड़की को फ्रेंड बना कर इतनी खुशी नहीं हुई जितनी आज उसे बनाकर हुई थी, तभी मुझे महसूस हुआ की कहीं दर्द हो रहा है, नीचे देखा तो मेरी जीन्स मैं लोड़ा एक दम सीधा खड़ा था और जीन्स टाइट होने की वजह से उसके हेड में पेन हो रहा था. मैंने जल्दी से कपड़े बदले कंप्यूटर ओन करा और नेट से स्टोरीस और बी ऍफ़ देखने लगा और उस दिन मैने 3 बार लगातार मूठ मारी.
उसने फिर मुझे रात को 9 बजे मेसेज करा – “ या आई एम् फ्री नाउ, तुम फोन कर सकते हो. ”
मैंने फोन किया.
मे : हेलो मेम
अंशिका : या हेलो डियर !
अंशिका : खाना खा लिया?
मे: नहीं
अंशिका : क्यूँ? कब खाओगे?
मे : अभी मन नहीं है, आपने खा लिया?
आंशिका: हाँ बना भी लिया और खा भी लिया
मे: ओक, तो आप खाना भी बना लेती हैं….
आंशिका: क्या मतलब?
मे : मुझे लगा की बस स्टूडेंट्स को डांटना ही आता है.
आंशिका: नहीं ऐसी बात नहीं है, स्टूडेंट्स को कौन डांटना चाहता है बस कुछ शैतान स्टूडेंट्स होते हैं
मे : ह्म्*म्म्मममममम, शैतान स्टूडेंट्स को डांट कहाँ पसंद है मेम , हहेहहहे
आंशिका: हहेहहे, ह्म ये तो है, और ये मेम मेम क्या लगा रखा है कभी तो फ्रेंड बोलते हो और फिर मेम भी बोलते हो, डिसाइड कर लो की स्टूडेंट बनना है या फ्रेंड?
मे: जो आपको ठीक लगे मेर्को तो बस आपसे बातें करनी है
आंशिका: ओह, मिस्टर. बतुनी, नाओ जस्ट कॉल मे आंशिका, ओक? वी आर जस्ट फ्रेंड्स
मे: (खुश होते हुए) ओके आंशिका
बस फिर हम तू तड़क पर आगये और हमारी दोस्ती ने नया मोड़ लिया
आंशिका: और बता क्या करेगा अब हॉलिडेज़ मैं अब?
मे: कुछ नहीं यार, देखता हूँ
आंशिका: घूमने वूमने नहीं जा रहा कहीं दोस्तों के साथ?
मे: हाँ, देखूँगा कोई प्लान बना तो
मे: तुम बताओ, कॉलेज कब तक जाना है?
आंशिका: आई एम् टीचर... स्टूडेंट्स तो हैं नहीं जो की हूमें हॉलिडेज़ मिलेंगी इतनी, हूमें तो जाना ही है
मे: ओके...सो सेड ..
आंशिका: डियर इस सेड्नेस की सेलरी मिलती है
मे: कितनी मिलती है?
आंशिका: आई गेट 22k पर मंथ
मे: नाइस यार
आंशिका: थॅंक्स
आंशिका: तुम्हारे घर मैं कौन कौन है?
मे: मैं और मेरी तन्हाई, हहहे
आंशिका: मज़ाक मत करो बताओ
मे: हहेहहेः, मैं और मेरे मोम डेड , नो सिब्लिंग्स
अँहसिका: ओक अलोन चाइल्ड
मे: और तुम्हारे घर मैं?
आंशिका: मैं और मेरी छोटी सिस...एंड मोम डेड एंड ग्रॅंडमदर.
मे: ओक, नाइस
मेरा तो मान खुश हो गया साली की छोटी बहन भी है, अगर इसकी मिल गयी तो शायद उसकी भी मिल जाए,फिर मैने उसकी छोटी सिस के बारे मैं पूछा
मे: तुम्हारी छोटी सिस क्या करती है,
आंशिका : उसने अभी 12th पास करी है
मे: ओक, सो तुम्हारी तरह टीचर बनना है उसे भी क्या?
आंशिका: नो , उसे नहीं पसंद टीचिंग जॉब, उसके पास साइन्स साइड है तो उसी मैं कुछ करेगी
मे: गुड, क्या नाम है आपकी छोटी सिस का
आंशिका: कनिष्का
मे: आपके मोम डेड की दाद देनी होगी , चुनकर नाम रखे हैं दोनो बेटियों के, आंशिका एंड कनिष्का, उनके दो उनमोल रतन न
आंशिका: हहेहहेहेहेः, थॅंक्स, सो स्वीट ऑफ यू
मे: मेन्षन नोट
आंशिका: सोते कब हो?
मे: क्यूँ नींद आ रही है क्या?
आंशिका: नहीं पूछ रही हूँ
मे : देर से ही सोता हूँ और अब तो एक नया दोस्त मिल गया है तो शायद और देर से सोउन..
आंशिका: ह्म्*म्म्मम, क्यूँ सिर्फ़ मैं ही हूँ क्या दोस्त और कोई नहीं है? तुम्हारी गर्ल फ्रेंड तुम्हे फोन नहीं करती
मे: GF? उसके पास मेरा नंबर नहीं है और मेरे पास उसका
आंशिका: हैं??????? ये कैसे जीएफ बीएफ हो तुम? बात कैसे करते हो तुम लोग
मे: अरे है ही नहीं मेरी कोई जीएफ
आंशिका: हे भगवान, तो सीधे सीधे नहीं बोल सकते. वैसे लगता नहीं की तुम्हारी कोई जीएफ ही नहीं है.
मे: क्यूँ मैं क्या सलमान ख़ान हूँ?
आंशिका: नहीं फिर भी ऐसे ह, चलो तुम कहते हो तो मान लेती हूँ, दोस्त से झूठ थोड़ी ना बोलॉगे, राईट ?
मे: येस मेम
आंशिका: फिर मेम ? मैं बात नहीं करूँगी अब
मे: अरे वो वाला मेम नहीं बोला, ये तो ऐसे ही
आंशिका: ओके फिर सही है
मे: आपका बीएफ आपसे फोन पर बात नहीं करता
आंशिका: नहीं यार, मैं भी तुम्हारी तरह तन्हा हूँ
मे: (फ्लर्ट करते हुए) ह्म तुम भी तन्हा मैं भी तन्हा, चलो अपनी तन्हाइयों को ख़त्म करते हैं और जीएफ बीएफ बन जाते हैं
आंशिका: हाँ क्यूँ नहीं, अपनी मों को तुमहरे यहाँ भेज देती हूँ शादी की बात भी कर लेंगी
मे: अरे आप अपनी मों को क्यूँ तकलीफ़ दे रही हो मैं अपनी मों को भेज देता हूँ, हेहहेहेहहे
आंशिका: चुप रहो तुम, बहुत उछलते हो तुम, अभी से शादी करने की पड़ी है, क्या करोगे इतनी सी उमर मैं शादी करके हैं?
मे: क्या करते हैं सब शादी करके? वोही करूँगा और मैने तो बस जीएफ बीएफ की बात करी थी तुमने ही शादी की बात करी सो यू आर डेस्परेट.
आंशिका: हाँ तो ...आई एम् 27 इयर ओल्ड और डेस्परेट भी ना हूँ अब, तो कब हूँगी
(चलो साली की एज भी पता चल गयी धीरे धीरे इसकी फिगर, ब्रा साइज़ और पेंटी की साइज़ भी पता लगाने हैं)
मे: तुम्हे झूठ बोलते हुए शरम नहीं आती?
आंशिका: मैने क्या झूठ बोला?
मे: यही की यू आर २७ इयर ओल्ड ...यू मस्त बी अराउंड 22
आंशिका: पागल हो क्या, आई एम् 27, अपना बर्थ सर्टिफिकेट दिखाऊ क्या?
मे: नहीं रहने दो
आंशिका: तुम्हे मैं 22 की क्यूँ लगी?
मे: बस लगी
आंशिका: नो बताओ, मुझे भी सुन्नी है अपनी तारीफ़
मे: अरे बाबा अब इसमें क्या बताऊँ , लगी तो लगी
आंशिका: (गुस्से से) ठीक है बाइ, गुड नाइट
मे: अरे यार ऐसा क्या हो गो गया
आंशिका: कुछ नहीं हुआ, तुम नखरे कर लो
मे: हे भगवान, आंशिका मेम को इतना गुस्सा आता है मुझे नहीं पता था
आंशिका: हाँ आता है,
मे: अछा अब तुम ही बताओ कैसे एक्सप्लेन करूँ?
आंशिका: तुम्हे पता होगा, तुम मैं 22 की क्यूँ लगी
मे: (सोच ही रहा था बोलने के लिए की क्या बोलूं तभी पीछे से आवाज़ आई)
दीदीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई, कब से बोल रही हूँ, बालों मैं आयिल कब लगावगी?
आंशिका: आ रही हूँ कन
आंशिका: सॉरी यार, वो कनिष्का के बालों मैं आयिल लगाना है, तुमसे कल बात करती हूँ ओक, सॉरी हाँ डोंट माइंड
मे: (टूटे दिल से) कोई नहीं, गो.. डू आयिलिंग
आंशिका: और हाँ भूल मत जाना कल पूछूंगी यही बात की वाइ आई वाज़ लुकिंग ऑफ 22 टू यू
मे : ओक डियर,
आंशिका: ओके गुड नाइट,
मे: या गुड नाइट फ्रेंड
साली की छोटी सिस ने सारी बात की माँ बहन चोद दी , बालों मैं तेल लगवाना था उसे, मन कर रहा था अपना लेस मल दूं उसके बालों मैं, खैर कोई बात नहीं अभी तो और रातें है बात करने के लिए.
अब मेरा मोटिव था की इससे ओपन कैसे हूँ, मैने सोचा क्यूँ ना इसे इसी सवाल का जवाब देने मैं ओपन होने की ट्राइ करूँ, सो मैने सोच लिया की कैसे ट्राइ करूँगा ओपन होने के लिए.
थोड़ी देर बाद उसका मेसेज आया – “गुड नाइट, सो जाना टाइम से और हाँ भूलना मत बात को कल भी पूछूंगी”
मैने रिप्लाइ करा – ओके डियर, नहीं भूलूंगा चलो गुड नाइट, कल कॉलेज जाना है?
आंशिका रिप्लाइ – हाँ जाना है फ्रॉम 8 ऍम टू 2 पीयेम
मेरा रिप्लाइ – तो बात नहीं हो पाएगी उस बीच?
अंशी”स रिप्लाइ – मुश्किल है, मेसेज से बात करलेंगे ओक
मेरा रिप्लाइ – ओक, गुड नाइट
लोड़ा तो मेरा हमेशा की तरह तना ही हुआ था तो बस खोल ली सेक्स स्टोरीस साइट्स और बीएफ और आंशिका और उसकी छोटी बहन कनिष्का को उन पोर्न स्टार मैं देखता रहा.
मे: हाँ, जल्दी सो गया रात को,
अंश : ओक, मैने तुमसे कल शायद कुछ पूछा था उसका जवाब कब मिलेगा?
मे: हाँ हाँ याद है, आई नो, पर मेसेज पर नहीं दूँगा जवाब, कॉल पर ही दूँगा
अंश: क्यूँ, मेसेज मैं क्या प्राब्लम है?
मे: मुझे भी तो सुनना है तुम्हारा रीएक्शन क्या होगा मेरे आन्सर पर
अंश: ह्म, चलो ठेके है फोन पर ही बता देना
अंश: अछा मैं अब बिज़ी हूँ, बाद मैं बात करते हैं ओक
मे: ह्म, ठीक है बाइ
उस दिन, नून मैं मेरा दोस्त घर आया, बड़ा खुश नज़र आ रहा था, मैने पूछा क्या हुआ भाई इतना खुश क्यूँ है? हू बोला यार बड़े दिनों बाद चूत ली मज़ा आ गया.
जब भी कोई मेरा दोस्त मुझे ये बोलता था की उसने लड़की को चोदा है तो मेरी झाँते जल जाती थी क्यूंकी मैं अभी तक वर्जिन था, पर मुझे प्रोस्तितुएस को चोदने का मन भी नहीं था वो सब उन्हे ही चोदते थे ज़्यादातर. मैने उसे पूछा किसे चोद आया?
बोला -यार एक हाउसवाइफ थी, बड़ी मस्त उसके यहाँ गये थे मैं और मेरा दोस्त, बड़ी मस्त थी यार. मुझे दूसरों की चुदाई की कहानी सुनने मैं बड़ा आता था तो मैने उसे पूछा बता कैसे चोदा , कैसी थी वो.उसने बताना शुरू किया ----
हम कल रात को 9 बजे उसके घर गये साउथ एक्स मैं, पहले मेरा दोस्त गया उसके साथ रूम मैं उसे चोदने, उसका पति बैठा न्यूज़ देख रहा था और मैं तब तक उनकी 8 साल की बेटी के साथ बाहर खेल रहा था, फिर आधे घंटे बाद मेरा दोस्त बाहर आया और मैं अंदर चला गया. मैने देखा वो बेड पर नंगी पड़ी है और पसीने से तर बतर है, और उसके मोटे मोटे बूब्स उपर नीचे हो रहे हैं, वो ज़ोर ज़ोर के साँस ले रही थी, मैं उसे देख रहा था की उसकी नज़र मेरे उपर पड़ी और बोली – “ साले सिर्फ़ देखेगा क्या? जल्दी से कपड़े उतार और चढ़ जा , बाहर घूमने भी जाना है आज मुझे फॅमिली के साथ जल्दी आ”, तो मैने जल्दी से कपड़े उतरे और उसके पास गया और उसको ज़ोर का किस करा, उसकी साँसे ऑलरेडी गरम थी, 5 मिनट उसको किस करता रहा और उसके बूब्स को दबाता रहा और फिर उसकी नेक को चूमते हुए उसके बूब्स को चूमा और उसके निपल मुँह मैं लेकर काटे, उसने ड्रॉयर मैं से कॉंडम निकल मुझे दिया, मैने कॉंडम चदयया और उसे चोदने लगा, 15 मीं चोदा और मैं झड़ गया.
मैने कहा बस? ये तो यार KLPD है. बस गये और चोद आए. मेरा दोस्त बोला तो क्या पूरी सुहग्रात बनता उसके साथ? मेरी बीवी नहीं है हू. मैने कहा फिर भी यार कुछ मज़े तो करता ये क्या की बस जाओ और झाड़ कर आ जाओ, इससे अछा है की मूठ ही मार लो,
वो बोला सेयेल तूने अभी चूत का सवद चखा नहीं है तो ज़्यादा बकवास मत कर, यह सुनकर मेरी गांड सुलग गयी, पर मैने मन मैं सोचा – “ साले जिस माल को पटाने मैं मैं लगा हूँ अगर वो मान गयी तो मेरी रोज़ दीवाली है और तुम साले प्रोस्तितुएस को ही चोदते रहना ”.
थोड़ी देर बाद मेरा दोस्त चला गया, मैने फिर आंशिका को मेसेज करा – “फ्री हो गयी क्या?” उसने रिप्लाइ करा – “नहीं अभी नहीं, सी यु लेटर, बाइ”.
मैं यही सोच रहा था साली क्या कर रही होगी कॉलेज मैं जो इतनी बिज़ी है, ज़रूर किस स्टूडेंट से चुद रही होगी, और ये सोचकर मैने मूठ मारी उसकी याद मैं.
. 4 बजे मैने फिर उसको मेसेज करा – “ अब फ्री क्या? या अभी भी बिज़ी?”
5मीं बाद उसकी कॉल आई
आंशिका: हेलो, क्या यार पेशियेन्स नहीं है तुम मे? मैने कहा था ना की मेसेज कर दूँगी जब फ्री होंगी.
मे: ओक सॉरी बाइ
और मैने फोन कट कर दिया, उसने फिर से कॉल करा, मैं कट करता गया. देन उसका मेसेज आया.
अंसिका’स मेसेज – क्या यार तुम तो बुरा मान गये, दोस्त से कुछ बोल भी नहीं सकते अब
मेरा रिप्लाइ : नो सॉरी, इट्स ओक यु डू युवर वर्क, मैं तो फ्री हूँ ना तो परेशन ही करूँगा
आंशिका’स रिप्लाइ : सॉरी यार, लड़की की तरह नखरे कर रहे हो, मैं अब कॉल कर रही हूँ
अगर नहीं उठाई तो मैं भी बात नहीं करूँगी
देन उसने कॉल करा, मैने रिसीव कर लिया
आंशिका: हेलो, मिस्टर सडू
मे :हाँ भाई हूँ सडू
आंशिका: अरे सॉरी ना बाबा,तुम तो बहुत जल्दी बुरा मान जाते हो
मे : नहीं ऐसी बात नहीं है
आंशिका: अछा, चलो छोड़ो ये बताओ क्या करा पूरे दिन?
मे : कुछ ख़ास नहीं, बोर होता रहा, दिन मैं दोस्त आया था, उससे बातें करी , देन बाहर घूमने गया. तुम्हारा दिन कैसा रहा?
आंशिका: हाँ ठीक ही था, काम था आज भी
मे : हाँ वो तो मैं जानता ही हूँ की आज ज़्यादा काम था
आंशिका: हहेहहे, बस भी कर यार अब क्या मारेगा , ग़लती हो गयी बस
मे : ह्म्*म्म्म, और बताओ अब क्या करोगी?
आंशिका: कुछ नहीं फिलहाल, हाँ तू मेरको बताने वाला था कुछ
मे : (जानभुजकर अंजान बन कर) अछा! क्या बताने वाला था?
आंशिका: (मुझे रोकते हुए) और उसी पर अटक जाती थी नज़र है ना?
(मैने सोचा चलो जब खुद ओपन हो रही है तो क्यूँ ना और ओपन होकर बात करूँ, सो मैं भी शुरू हो गया)
मे: अब क्या करूँ, लड़कियाँ जब वहाँ भी ऐसे कपड़े पहेंकर आएँगी तो नज़र तो जाईगी ही, रोज़ तो शॉर्ट टॉप्स पहेंकर आती थी
आंशिका: ह्म, ये तो है, अब मिस्टर. का दिल भी तो कंट्रोल मैं कैसे रहे
मे: ( फ्लर्ट करते हुए) वैसे सिफ उसी को नहीं देखता था मैं एग्ज़ॅम मैं
आंशिका: अछा जी, और कौन थी ऐसी वहाँ, और तो कोई नहीं थी जो शॉर्ट मैं
मे: क्यूँ सिर्फ़ शॉर्ट मैं ही लड़कियाँ सेक्सी लगती है
आंशिका: बोयस को तो वोही पसंद है
मे: नहीं मैं वैसा नहीं हूँ, कपड़ों मैं भी लड़कियाँ सेक्सी लगती है, अपनी अपनी नज़रों का कमाल है
आंशिका: अछा कौन थी फिर हू खुशनस्सेब जिन्हे आपकी आंकों ने निहारा
मे: (हंसते हुए) थी बस एक
आंशिका: अछा जी मुझसे भी छिपाओगे, सही है दोस्त
मे : अरे यार तुम्हारी ही बात कर रहा हूँ
आंशिका: (शरमाते हुए) चुप रहो तुम, मैं मोटी तुम्हे सेक्सी लगती हूँ
मे: अरे किसने कहा मोटी हो, योउ आर हेल्थी , हू कौनसा वर्ड होता है, याद नहीं आ रहा, हाँ वो वोलौप्तुस वुमन
आंशिका: (हंसते हुए और खुश होते हुए) हा हा , वोलौप्तुस वुमन , थॅंक्स कुछ ज़्यादा ही तारीफ़ कर रहो मेरी अब बस भी करो.
मे: तुम्हारी नहीं करूँ तो किसकी करूँ.
वो कुछ नहीं बोली
मे: क्या हुआ शर्मा गयी यार तुम तो
आंशिक (विद शाइनेस) नहीं ऐसी बात नहीं
मे: रहने दो यार, शर्मा गयी तुम तो, यार वांट टू सी यु व्हेन यु आर फीलिंग शाइ, मस्ट बे लुकिंग आसम
आंशिका: अछा.
मे: और नहीं तो क्या, एक तो वैसे ही किसी यंग लड़की की तरह तुम्हारा फेस है और क्यूट से स्माइल और उपर से ये शाइनेस, यार कहीं प्यार ना हो जाए तुमसे ऐसे तो
आंशिका: (शरमाते हुए) डोंट वरी नहीं होने दूँगी
(मैने कौनसा तेरे से प्यार करना है बस चूत चाहिए)
मे: ह्म, देखते हैं क्या होता है
आंशिका: ओक, अछा सुनो कल रात को बात नहीं हो पाएगी
मे: क्यूँ?
आंशिका: हू मेरी फ्रेंड है कॉलेज मैं, उसकी कल मॅरेज है, सो वहाँ जाउंगी मैं
मे: ओक, चलो उसको कोन्ग्रट्स कर देना मेरी तरफ से भी ओक
आंशिका: ओक, और बताओ
मे: बस कुछ नहीं, तुम बताओ कुछ ,मैने इतना बताया तुम्हारे बारे मैं
अँहसिका: ह्म, मैं इतना नहीं जानती तुम्हारी बारे मैं क्यूंकी मैं तुम्हे वहाँ हर वक़्त नहीं निहारती थी, सबको देखना होता था.
मे: कोई बात नहीं तो अब देख लो
आंशिका: अब देख लूँ कैसे?
मे: ई मीन तो से की, यार मिलते हैं बाहर कहीं,घूमने चलते हैं या फिर मूवी , घर मैं बोर होता रहता हूँ मैं
आंशिका: हाँ ये तो सही है, बोर तो मैं भी होती हूँ
मे: तो बोलो कहाँ चलना है?
आंशिका: परसों कहीं चलते हैं, बोलो मूवी देक्कने चलें या सिर्फ़ घूमने?
मे: कुछ भी चलेगा यार
आंशिका: मूवी चलते हैं, बड़े टाइम से नहीं देखी.
मे: ओक, तुम मूवी सेलेक्ट करके बता देना और सिनिमा हॉल आंड टाइम भी, वहीं चलेंगे ओक
आंशिका: 6 से 9 का ही देख पाएँगे क्यूंकी उससे पहले कॉलेज यो नो
(मैं भी तो यही चाहता था की स्या तो 9 से 12 या फॉर 6 से 9 लवर्स टाइम, हहेहेः)
मे: नो प्रॉब्लम्स डियर, तुम कहो तो 9 से 12 का भी चल लूँगा
आंशिका: नहीं 9 से 12 नहीं हू तो बहुत लत एहो जाएगो, 6 से 9 ही सही है
मे: ओक ठीक है, पर लास्ट टाइम पर नो बहाना की नहीं आ सकती या कोई काम है, मैं गुस्सा हो जौंगा फिर से
आंशिका: ओक मिस्टर. सादु, पक्का आउंगी ओक
मे: ठीक है मैं तुम्हे 5 बजे पिक कर लूँगा कॉलेज से ओक?
आंशिका: नहीं कॉलेज पर मत आना, कॉलेज के पास . . स्टॅंड है ना वहाँ आना.
मे: क्यूँ दर लग रहा है की कॉलेज मैं कोई कुछ और सोचेगा
आंशिका: हाँ यही समझ लो
मे: ओक, बस स्टॅंड पर आ जाऊँगा ओक
आंशिका: मिस्टर. टाइम देखा है, हूमें 2 घंटे हो गये बात करते हुए, इट्स 7 ओ’ क्लॉक नाउ, चलो मैं अब खाना बनाना जेया रही हूँ, ओक बाइ
मे: ओक बाइ
आंशिका: बाइ एड थॅंक्स
मे: थॅंक्स कीस्लिए?
आंशिका: मैने अपनी इतनी तारीफ़ कभी नहीं सुनी एक बार मैं.
मे: नो नीड टू से थॅंक्स योउ वोलौप्तुस वुमन
आंशिका: ( ज़ोर से हंसते हुए) हेहहहे, चलो बाइ, नॉटी बॉय, टाइम से सो जाना
मेरे तो हर कॉल के बाद मज़े आते जा रहे थे, साली धीरी धीरे ट्रॅक पर आ रही थी, उसको चोदने की चाहत मेरी बेचनी बदती जा रही थी की मैं बात नहीं सकता था, उसकी वजह से मेर्को दिन मैं 3 या 4 बार मूठ मारना पड़ता था, बस यही सोचता रहता था की साली की चूत कब मिलेगी
1 user likes this post1 user likes this post • me2work4u