पुनीत गुस्से में था.. मगर वो कर भी क्या सकता था.. बस वो खून के घूँट पीकर रह गया।
ये तीनों अन्दर थे तो अर्जुन और रॉनी ने क्या गुल खिलाए.. हम वो भी देख लेते हैं।
रॉनी ने कोमल को अलग कमरे में ले जाना ठीक समझा क्योंकि दूसरे कमरे में सन्नी और अर्जुन साथ में मुनिया को ले गए थे।
रॉनी- आ जा मेरी जान.. पहले लौड़ा चूस कर मज़ा दे.. उसके बाद मैं तेरी चूत का मज़ा लूँगा।
कोमल- क्यों क्या तुम पायल के साथ चुदाई नहीं करोगे?
अब आगे..
रॉनी- नहीं.. वो कैसी भी है.. मगर रिश्ते में मेरी बहन लगती है.. और मुझे बहनचोद शब्द से ही नफ़रत है.. इसलिए मैं उसके साथ कुछ नहीं करूँगा.. मगर उसको रंडी शब्द का मतलब बता दूँगा।
कोमल बड़े प्यार से रॉनी के लण्ड से खेलने लगी और उधर अर्जुन ने मुनिया को कस कर चुम्बन किया, उसके चूतड़ों को दबा कर मज़ा लेने लगा।
सन्नी- अरे बस भी कर यार.. कोमल को चोद के आया है और पायल को चोदना अभी बाकी है.. अब इसको तो बख्श दे.. क्यों तू नन्ही सी जान को परेशान कर रहा है?
अर्जुन- तुझे पता है ना.. गाड़ी को जितना चलाओ.. वो उतनी रवां होती है.. अब मैं इसको चोदूँगा थोड़े ही.. बस टाइम पास कर रहा हूँ यार.. और तू भी तो अभी पायल को चोद कर आया है।
सन्नी- अरे ऐसे जल्दबाज़ी में मज़ा नहीं आया.. साले वो तीनों जो लाइन लगा के खड़े थे.. अब दोबारा करूँगा तो आराम से करूँगा।
अर्जुन- अब मैं मौका दूँगा दोबारा तब करेगा ना.. हा हा हा हा..
मुनिया- कोई बात नहीं बाबूजी.. मैं किस लिए हूँ.. आप मेरे साथ मज़ा कर लेना। वैसे भी अर्जुन तो अब पायल को चोद-चोद कर बेहाल कर देगा.. तो आप कहाँ उसको चोद पाओगे।
मुनिया की बात सुनकर सन्नी खुश हो गया और उसने मुनिया को गोद में उठा कर बिस्तर पर पटक दिया।
दोनों मुनिया को चूमने-चाटने लग गए और वो भी उनका साथ देने लगी।
काफ़ी देर तक ये चलता रहा.. मुनिया को नंगा करके दोनों उसका रस पीने में लगे हुए थे।
उधर रॉनी ने भी कोमल की मस्त चुदाई की और बियर पीने का बोलकर वो बाहर आ गया।
जब रॉनी बाहर आया.. उस वक्त तीनों पुनीत का मजाक बना रहे थे।
पुनीत- रॉनी, रोक ले ये गंदा खेल.. मत कर ऐसा प्लीज़..
रॉनी- चुप कुत्ते.. इस खेल की शुरुआत तेरे बाप ने की थी.. अब इसका अंत मैं करूँगा।
टोनी- रॉनी भाई.. अब अर्जुन को बोल दो, लास्ट में उसका नम्बर है.. फिर दोबारा राउंड घुमाना है।
रॉनी के चेहरे पर मुस्कान आ गई.. वो उस कमरे में गया.. जहाँ वो दोनों मुनिया का रसपान कर रहे थे।
रॉनी- वाह.. तो यहाँ मस्ती चल रही है और वहाँ वो तीनों बाहर आ गए हैं।
अर्जुन- क्या बात करते हो.. बड़ी जल्दी आ गए साले.. क्या सब 5-5 मिनट वाले हैं?
रॉनी- लगता तो ऐसा ही है.. अब क्या इरादा है तुम्हारा.. वो बोलो?
सन्नी- रूको अब लास्ट काम को अंजाम देने दो.. मेरी मुनिया.. मैं बस अभी आया.. तू तब तक अर्जुन से चूत चटवा।
सन्नी वहाँ से सीधा पायल के कमरे में गया, उसको देख कर पायल थोड़ी चौंक सी गई।
पायल- सन्नी तुम वापस कैसे आ गए अर्जुन कहाँ है?
सन्नी- डर मत मेरी जान.. मैं तुझे दोबारा चोदने नहीं आया हूँ.. बस इतना बताने आया हूँ कि अर्जुन के साथ ऐसे करेगी क्या.. वो हमारा खास मेहमान है.. ज़रा नहा कर फ्रेश हो जा.. उसके बाद करना।
पायल- तुम लोगों ने मुझे रंडी समझ लिया क्या.. वो तीन कुत्ते मेरी क्या हालत करके गए हैं.. देखो कैसे जगह जगह निशान बना गए.. अब जैसी हूँ ठीक हूँ.. अर्जुन को बोल दो आ जाए।
सन्नी- अगर ऐसी बात है.. तो वो नहीं आएगा.. आज रात भर के लिए तुम्हें उन तीनों के हवाले कर देता हूँ ओके.. खुश?
पायल- नो नो प्लीज़.. उन जानवरों को दोबारा यहाँ मत आने दो.. मैं अभी फ्रेश हो जाती हूँ.. अर्जुन से कहो कि वो दस मिनट बाद आ जाए।
सन्नी- ठीक है.. मैं बोल दूँगा और सुनो अगर उनसे बचना है.. तो अर्जुन को पटा लो.. वो मान गया ना.. तो किसी की हिम्मत नहीं.. उसके आगे आने की आख़िर एसीपी है वो.. तुम समझ रही हो ना बात को..
पायल ने ‘हाँ में गर्दन हिला दी और सन्नी वहाँ से वापस बाहर निकल आया… वो पुनीत के पास रुक गया।
सन्नी- अरे कमीनो.. अकेले-अकेले शराब पी रहे हो.. मेरे खास दोस्त को नहीं पिलाओगे क्या?
टोनी- अरे इसको पिलाने की क्या जरूरत है.. हम पीकर साले के मुँह में मूत देंगे.. तो इसको भी नशा हो जाएगा।
पुनीत- कुत्ते एक बार मेरे हाथ खोल दे.. उसके बाद देखना मैं क्या करता हूँ?
सन्नी- खोल देंगे यार.. थोड़ा सबर तो कर.. बस ये अर्जुन बाकी है तेरी बहन की चूत और गाण्ड की असली ठुकाई यही करेगा.. उसके बाद तुझे आज़ाद कर देंगे.. हम भी तो देखें.. तू क्या करता है?
पुनीत- सन्नी तुम लोगों का वो हाल करूँगा.. तुम सोच भी नहीं सकते..
टोनी- अबे चुप साले.. तू क्या बिगाड़ लेगा.. हाँ अभी थोड़ी देर रुक.. हाल तो अर्जुन तेरी बहन का खराब करेगा.. साला वो पूरा हब्शी है.. खा जाएगा उसको.. हा हा हा.. अब तेरी बहन की असली चुदाई होगी।
सन्नी- सच कहा तूने टोनी.. उसका लौड़ा ऐसा है कि कोई गधी को भी चोदे.. तो वो भी चीखने लगे.. इसकी बहन तो चिल्ला कर घर उठा लेगी।
टोनी- बॉस प्लीज़.. एक बात बोलूँ.. कुछ ऐसा नहीं हो सकता कि साली रंडी को अर्जुन चोदे और हम सब उसको देख कर मज़े करें.. प्लीज़ कुछ करो ना..
सन्नी- वैसे आइडिया बुरा नहीं है.. चल तू भी क्या याद करेगा.. इस कुत्ते को भी तो दिखा देते हैं.. इसकी रंडी बहन की चुदाई..
विवेक- वाह.. मज़ा आएगा.. तो चलो सब उस कमरे में चलते हैं।
सन्नी- अबे चुप साला चूतिया वहाँ जाने की जरूरत नहीं है.. ये इतनी बड़ी एलसीडी किस लिए लगी है.. इसमें देखना.. सब मिलकर आज तक ट्रिपल एक्स फिल्म देखी है ना.. आज रियल देखना।
टोनी- वो कैसे बॉस.. क्या अन्दर कैमरा लगा हुआ है?
सन्नी- हाँ टोनी जिस दिन से ये गेम की शुरुआत हुई है.. तब से ये कुत्ते और इसकी बहन का एक-एक सीन रेकॉर्ड किया है हमने.. अब देख मैं कनेक्ट करता हूँ.. साली को नहाता हुआ देखो सबके सब.. उसके बाद अर्जुन उसकी कैसी ठुकाई करता है.. वो भी मज़े से देखना सब के सब.. हा हा हा हा हा..
सन्नी ने टीवी ऑन कर दिया जिसमें पायल बाथरूम में नहाती हुई सामने आई.. वो अपनी चूत को रगड़-रगड़ कर साफ कर रही थी और मज़े से नहा रही थी।
टोनी और सब पायल को देख कर गंदी बातें कर रहे थे.. जिससे पुनीत का रहा सहा खून भी सूख गया.. वो तो बस नजरें झुकाए सबकी सुनता जा रहा था।
सन्नी वापस मुनिया के पास चला गया और अर्जुन से कहा- तुम्हारी दुल्हन नहा रही है.. जाओ जाकर आख़िरी सीन पूरा कर दो.. उसके बाद तो उसकी ऐसी दुर्गति होनी है कि वो सपने में भी नहीं सोच सकती।
मुनिया- अर्जुन जाने से पहले तेरा लण्ड मेरे होंठों पर लगा के जा न..
मुनिया एकदम नंगी लेटी हुई थी और अर्जुन कब से उसके निप्पल को सहलाए जा रहा था।
अर्जुन- क्यों मेरी रानी.. इससे क्या होगा ये सन्नी है ना.. इसका हथियार होंठों पर लगा.. मुँह में ले.. जो तेरी मर्जी वो कर..
सन्नी- हाँ मेरी जान मेरे पास भी कोई मामूली लौड़ा नहीं है.. माना अर्जुन जैसा नहीं है.. मगर इतना छोटा भी नहीं है.. तेरी प्यास तो मैं मिटा ही दूँगा।
मुनिया- अरे बाबूजी ऐसी बात नहीं है.. आज मेरी बहन जैसी आशा का बदला पूरा होने जा रहा है.. तो अर्जुन के लण्ड को चूम कर अच्छा सगुन करना चाहती हूँ.. ताकि जैसे आशा तड़फी थी.. उससे कहीं ज़्यादा ये उन दोनों भाई और बहन को तड़पाए।
मुनिया की बात से अर्जुन और सन्नी खुश हो गए और अर्जुन ने लौड़ा मुनिया के सामने कर दिया.. जिसे उसने बड़े प्यार से चूमा.. थोड़ा सा मुँह में लेकर चूसा और अलग हो गई।
अर्जुन- लो भाई सगुन तो हो गया है.. अब यार मेरी रानी को तेरे हवाले करके जा रहा हूँ.. जरा प्यार से करना..
सन्नी- अरे कैसी बात करता है यार.. इसको तो बड़े प्यार से चोदूँगा.. वैसे भी तेरी चुदाई के बाद उस रंडी को दोबारा चोदना है मुझे..
अर्जुन मुस्कुराता हुआ वहाँ से निकल गया.. बाहर सभी खड़े थे।
टोनी- ले भाई दूल्हा आ गया.. अब होगी असली सुहागरात तेरी बहन की.. हा हा हा हा.. भाई अर्जुन ये टीवी पर हमें चुदाई देखनी है.. ज़रा स्टाइल से करना ताकि हमारा मज़ा दुगुना हो जाए और इस कुत्ते की अकड़ भी निकल जाए हा हा हा हा हा..
अर्जुन ने सब को मुस्कुरा के देखा और वो उस सामने के कमरे में चला गया जहाँ पायल नहा कर बाहर आ गई थी और तौलिये से अपना जिस्म पोंछ रही थी.. जिसे देख कर अर्जुन का लौड़ा ठुमके मारने लगा।
‘वाह पायल कुदरत ने बड़ी फ़ुर्सत से तुम्हें बनाया है.. क्या मस्त जिस्म की मालकिन हो तुम.. मगर इस गोरे जिस्म पर ये निशान कैसे?’
पायल- वो तीन कुत्ते एक साथ आए थे, उन जानवरों ने ये हाल किया है।
अर्जुन- क्या उन सालों की तो ऐसी की तैसी.. ऐसा कैसे कर सकते है वो?
पायल- अर्जुन, प्लीज़ मुझे इस गेम की सज़ा से बचाओ.. अब मैं उन सबसे तंग आ गई हूँ प्लीज़ प्लीज़..
अर्जुन- अगर मैं जैसा कहूँ.. और तुम प्यार से वैसा करोगी तो कोई तुम्हें दोबारा परेशान नहीं करेगा ओके..
पायल- आप जो कहोगे.. मैं तो ऐसे ही करने को तैयार हूँ.. आप बस उनसे मेरी जान बचा लो।
अर्जुन- वो बात नहीं है.. मैं जानता हूँ तुम सब करोगी.. मगर मैं कुछ और बात कर रहा हूँ.. जैसे मुझे कुछ खास तरीके से और खास बातों के साथ किसी लड़कों को चोदने का मन था.. आज वो तुम पूरा कर दो प्लीज़।
पायल- अरे आप बोलो तो सही?
पायल- अर्जुन, प्लीज़ मुझे इस गेम की सज़ा से बचाओ.. अब मैं उन सबसे तंग आ गई हूँ प्लीज़ प्लीज़..
अर्जुन- अगर मैं जैसा कहूँ.. और तुम प्यार से वैसा करोगी तो कोई तुम्हें दोबारा परेशान नहीं करेगा ओके..
पायल- आप जो कहोगे.. मैं तो ऐसे ही करने को तैयार हूँ.. आप बस उनसे मेरी जान बचा लो।
अर्जुन- वो बात नहीं है.. मैं जानता हूँ तुम सब करोगी.. मगर मैं कुछ और बात कर रहा हूँ.. जैसे मुझे कुछ खास तरीके से और खास बातों के साथ किसी लड़कों को चोदने का मन था.. आज वो तुम पूरा कर दो प्लीज़।
पायल- अरे आप बोलो तो सही?
अब आगे..
अर्जुन उसको कुछ कान में बताता है जिसे सुनकर पायल मुस्कुराने लगती है और ‘हाँ; कह देती है।
टोनी- अरे भाई अब ये क्या नाटक है? ये अर्जुन ने क्या कहा होगा पुनीत.. तेरी बहन तो बड़ी मुस्कुरा रही है।
विवेक- लगता है आज तो कोई मजेदार सेक्स होने वाला है।
सभी ने देखा कि अर्जुन बिस्तर पर जाकर लेट जाता है और आँखें बन्द कर लेता है।
पायल बड़ी अदा के साथ उसके पास जाती है और उसके होंठों को किस करती है.. उसके सीने पर हाथ घुमाती है।
अर्जुन- ये क्या कर रही हो.. पायल सोने दो ना.. नींद आ रही है..
पायल- ऐसा हुस्न आपके सामने बिना कपड़ों के है.. और आप सोने की बात कर रहे हो?
अर्जुन- मुझे तो नींद आ रही है.. तुम्हें जो करना है कर लो।
पायल मुस्कुराने लगी और अर्जुन के कपड़े निकालने लगी।
जब पूरे कपड़े निकल गए.. तो अर्जुन का डंडा देख कर पायल की आँखें बड़ी हो गईं।
पायल- ओ माय गॉड.. ये क्या.. इतना बड़ा लण्ड?
अर्जुन- अब तूने इसको आज़ाद किया है तो साली शान्त भी तू ही करेगी।
पायल- अब मेरा काम यही है.. छोटा हो या बड़ा मुझे तो इसको लेना ही पड़ेगा.. आख़िर में एक टॉप क्लास रंडी जो हूँ ठीक कहा ना मैंने..
अर्जुन- हाँ साली छिनाल तू बहुत बड़ी रंडी है.. चल अब इसको चूस के मज़ा दे.. उसके बाद सोचूँगा तेरी ठुकाई कैसे करनी है।
टोनी- बाप रे बाप ये साला अर्जुन का लौड़ा देख किसी गधे जैसा लंबा और मोटा है.. पुनीत आज तो तेरी बहन गई काम से.. हा हा हा हा..
पुनीत ने भी ना चाहते हुए एक बार देख ही लिया और उसको देख कर उसकी साँसें रुक गईं।
सुनील- थोड़ी आवाज़ तेज़ करो.. देखो साली कैसे अपने आप को रंडी बोल रही है हा हा हा हा..
पायल बड़े प्यार से लौड़े को चाटने लगी.. सुपारे को धीरे-धीरे मुँह में लेने लगी।
बस 5 मिनट में ही पायल पूरा लौड़ा ‘गपागप’ मुँह में लेकर चूसने लगी। साथ ही साथ आंडों को भी हाथ से सहला रही थी।
अर्जुन- चूस साली रंडी आह्ह.. तेरे इन होंठों का तो मैं दीवाना हूँ.. आह्ह.. जितना पावर है लगा दे.. उसके बाद मैं तुझे बताऊँगा कि असली मर्द की चुदाई कैसे होती है।
बहुत देर तक पायल लौड़े को चूसती रही.. उसका मुँह दुखने लग गया।
पायल- बस में थक गई.. इतनी देर में तो लौड़ा पानी फेंक देता है.. मगर तुम्हारा लौड़ा पता नहीं किस मिट्टी का बना है.. अब तो चूत में डाल दो बस तभी ये ठंडा होगा।
अर्जुन- ऐसे नहीं साली रंडी.. मैंने क्या कहा था.. वैसे बोल..
पायल- मेरे राजा आपकी रंडी चुदने को तड़प रही है.. घुसा दो लौड़ा मेरी चूत में और फाड़ दो..
अर्जुन- ये हुई ना बात.. चल अब लेट जा.. पहले तेरे रसीले होंठों से शुरू करूँगा उसके बाद इन चूचों को मसलूंगा फिर तेरी चूत चाटूँगा.. उसके बाद तुझे चोदना शुरू करूँगा।
‘इतना सब करोगे तो मेरी चूत का लावा फूट जाएगा..’
अर्जुन- तू बस देखती जा.. आज तेरा क्या-क्या फटेगा..
इतना कहकर अर्जुन उसके होंठों को चूसने लगा.. बड़ी बेदर्दी से उसको मम्मों को दबाने लगा।
पायल जल बिन मछली की तरह तड़प रही थी और अर्जुन उसको मसले जा रहा था।
टोनी- उफ़ साला.. क्या पक्का खिलाड़ी है.. कब से लौड़ा चुसवा रहा था इतनी देर में तो मेरा 2 बार निकल जाए।
विवेक- भाई इसकी चुसाई देख कर तो लौड़ा खड़ा हो गया.. अब मैं इसको कैसे शान्त करूँ।
सुनील- पायल के नाम की मुठ्ठ मार ले..
टोनी- अबे नहीं सालों.. कोई मुठ नहीं मारेगा आज.. उसको पूरी रात चोदना है। ये देखो पावर की गोली.. पहली बार में सन्नी ने लेने से मना किया था.. अब लेंगे और सब साथ मिलकर साली रंडी को चोदेंगे।
सुनील- भाई उसको देखो साला कैसे नजरें चुरा कर अपनी बहन की चुदाई देख रहा है।
सुनील की बात सुनकर टोनी खड़ा हुआ और पुनीत के पास जाकर उसको लौड़े को छूकर देखा वो अकड़ा हुआ था।
टोनी- अबे साला बहनचोद कुत्ता कहीं का.. देखो अपनी बहन को चुदता देख कर कैसे इसका मन मचल रहा है इसका लौड़ा खड़ा हुआ है।
विवेक- इसके जैसा हरामी भाई मैंने कहीं नहीं देखा.. साला उस रंडी की सील इसने ही तोड़ी थी.. अब दोबारा चोदने का मन कर रहा होगा।
टोनी ने पुनीत का मुँह खोल दिया और उसको बियर की दो घूँट पिला दीं।
टोनी- बोल पुनीत.. अगर तू कहे तो सन्नी से बात करूँ.. तू भी हमारे साथ उस रंडी को चोद लेना.. तेरे लौड़े की अकड़न दूर हो जाएगी।
पुनीत- टोनी प्लीज़.. रहम करो ऐसा मत करो.. मेरी बहन बहुत सीधी है उसको रंडी मत बनाओ.. बख्श दो प्लीज़..
टोनी- क्या बात है तेरी अकड़ कहाँ गई.. तेरा तो सारा गुस्सा फुर्र हो गया?
पुनीत- तुम मुझे जान से मार दो.. मगर पायल को जाने दो.. उसका ऐसा वीडियो मत बनाओ.. प्लीज़ प्लीज़ प्लीज़..
टोनी- देख भाई अपुन को तेरे से कोई लेना-देना नहीं.. अपुन को तो सन्नी ने ढेर सारे पैसे दिए.. और पायल जैसी मस्त माल की चूत दी.. अब ये खेल वही रोक सकते हैं।
पुनीत- तुम जितने बोलो.. मैं पैसे देने को तैयार हूँ.. बस मेरे हाथ खोल दो और मेरा साथ दो।
पुनीत आगे कुछ बोलता उसके पहले उसके गाल पर एक जोरदार तमाचा लगता है.. जो सन्नी ने मारा था।
सन्नी- साला हरामी मैं जानता था तू ऐसी कोई हरकत जरूर करेगा.. तभी मैं तुझे देखने आ गया और सालों कुत्तों मेरे फेंके टुकड़ों से पेट नहीं भरा क्या.. जो तुम लोग इसकी हड्डी लेना चाहते हो?
टोनी- अरे नहीं बॉस.. आप को गलतफहमी हो गई.. हम खाली सुन रहे हैं आप ना आते तो मैं भी इसको मारने ही वाला था।
पीछे-पीछे मुनिया भी बाहर आ गई और पुनीत के चेहरे पर थूक दिया।
मुनिया- कुत्ते पैसे के बहाने तूने मेरी इज़्ज़त लूट ली.. अब तेरी बहन चुद रही है.. तो डर लग रहा है।
सन्नी- अरे डार्लिंग.. तुम क्यों बाहर आ गईं.. मैं आता हूँ ना.. बस बियर लेने आया था.. तो इस कुत्ते की बातें सुनकर रुक गया.. चल आता हूँ.. तेरी चूत का टेस्ट तो मस्त था.. अब मेरे लौड़े का मज़ा भी तो तुझे देना है।
टोनी- बॉस ये अर्जुन तो पक्का चोदू है तब तक हमारा क्या होगा?
सन्नी- सालों सबर कर लो… उसके बाद पूरी रात लगे रहना।
सन्नी वहाँ से मुनिया को वापस अन्दर ले गया और वो सब अर्जुन का खेल देखने लग गए।
दोस्तो, अब कहानी का अंत आ गया है तो सबकी चुदाई एक साथ दिखानी पड़ेगी.. ऐसा समझो कैमरा घूमता रहेगा बस।
अर्जुन अब पायल की चूत को चाट रहा था और वो सिसकारियाँ ले रही थी।
पायल- आह्ह.. ससस्स अर्जुन आह्ह.. प्लीज़ अब नहीं आह्ह.. बस करो.. डाल दो लौड़ा आह.. अब बर्दाश्त नहीं होता आह..
अर्जुन- ठीक है मेरी रंडी.. अब तुझे दिखता हूँ अपना पावर।
इतना कहकर अर्जुन पायल के पैरों के पास बैठ गया और उसके पैर उठा कर अपने कंधे पर डाल लिए।
पायल- उफ़फ्फ़.. ये कैसी स्टाइल है आह्ह..
अर्जुन कुछ नहीं बोला और सुपारे को चूत पर सैट करके एक जोरदार झटका मारा जिससे पूरा लौड़ा एक ही बार में चूत को फाड़ता हुआ अन्दर घुस गया।
पायल- आआआआह्ह.. आआआ मर गग्गयई.. आह सस्सस्स आह..
पायल की दर्दनाक चीख सुनकर पुनीत का कलेजा हिल गया और टोनी ज़ोर-ज़ोर से हँसने लगा।
इटोनी- अब आया मज़ा.. साली राण्ड की चूत फट गई.. हा हा हा हा..
उधर रॉनी बड़े प्यार से कोमल की गाण्ड मार रहा था।
कोमल- आह्ह.. आराम से मारो मेरे राजा.. उधर पायल की चूत फट गई शायद देखो कैसे तड़प रही है।
रॉनी- तड़पने दे कुतिया को.. वो इसी क़ाबिल है साली..
रॉनी अब स्पीड से कोमल की गाण्ड मारने लग गया।
उधर मुनिया बड़े प्यार से सन्नी का लौड़ा जड़ तक मुँह में लेकर चूस रही थी और पायल की आवाज़ सुनकर सन्नी को जोश आ गया। उसने मुनिया का सर पकड़ कर उसको स्पीड से चोदना शुरू कर दिया।
अर्जुन तो जानवर बन गया था.. वो पूरा लौड़ा बाहर निकालता और एक बार में पूरा घुसा देता.. जिससे पायल की सांस अटक जाती.. उसका चीखना अभी भी जारी था।
दस मिनट बाद उसका दर्द मज़े में बदल गया, अब वो ‘आहों..’ के साथ बोलने लगी- आह ससस्स.. फाड़ दी आह्ह.. मेरी आज चूत तूने.. आह्ह.. फास्ट अब मज़ा आ रहा है.. आह चोदो आह्ह..
अर्जुन- साली रंडी.. आह्ह.. ऐसे क्यों चीखी आह्ह.. ले चुद आज तू.. आह्ह.. तेरी चूत तो बड़ी मस्त है ले पूरा.. आह्ह..
अर्जुन 25 मिनट तक ‘दे..दनादन..’ उसको चोदता रहा.. पायल की चूत झड़ गई.. मगर अर्जुन वैसे ही लगा रहा।
दस मिनट बाद उसका दर्द मज़े में बदल गया, अब वो ‘आहों..’ के साथ बोलने लगी- आह ससस्स.. फाड़ दी आह्ह.. मेरी आज चूत तूने.. आह्ह.. फास्ट अब मज़ा आ रहा है.. आह चोदो आह्ह..
अर्जुन- साली रंडी.. आह्ह.. ऐसे क्यों चीखी आह्ह.. ले चुद आज तू.. आह्ह.. तेरी चूत तो बड़ी मस्त है ले पूरा.. आह्ह..
अर्जुन 25 मिनट तक ‘दे..दनादन..’ उसको चोदता रहा.. पायल की चूत झड़ गई.. मगर अर्जुन वैसे ही लगा रहा।
अब आगे..
उधर रॉनी का हो गया तो वो एक तरफ़ लेट कर हाँफने लगा और कोमल बाहर टीवी पर पायल की चुदाई देखने नंगी ही आ गई।
टोनी- अरे वाह कोमल रानी.. बड़े मौके पर आई है.. देख साला अर्जुन कैसे जंगली सांड की तरह पायल को चोद रहा है और हमारे लौड़े अकड़ कर दर्द कर रहे हैं.. ज़रा सहला दे ना मेरी जान..
कोमल- जरूर मगर पहले इस बेचारे को शान्त करूँगी.. कब से यहा बँधा हुआ है।
टोनी- अरे इस बहनचोद का खड़ा हुआ था अपनी बहन की चुदाई देख कर और वैसे भी तेरे चक्कर में इसकी बहन चुद रही है.. इतना तो इसका हक़ बनता ही है.. कर दे इसको भी ठंडा हा हा हा हा हा..
कोमल मुस्कुराती हुई पुनीत के पास गई और उसके लौड़े को सहलाने लगी। इस बार वो सोया हुआ था.. शायद पायल की चीखें उसको तकलीफ़ दे रही थीं।
कोमल ने उसका लण्ड बाहर निकाल दिया और बड़े प्यार से उसको चूसने लग गई.. वो तीनों भी पास आ गए और अपने लौड़े कोमल के आगे कर दिए.. वो बारी-बारी सबका लण्ड चूसने लगी।
पायल- आह्ह.. अर्जुन मेरी चूत में जलन हो रही है.. आह्ह.. प्लीज़ स्टॉप.. अब थोड़ा रेस्ट दे दो.. आह्ह.. नहीं.. प्लीज़ अपनी रंडी को आराम दो.. तुम्हारा कब निकलेगा आह्ह..
अर्जुन- मैंने कहा था ना साली.. आज तुझे असली मर्द का पावर दिखाता हूँ.. आ चल अब तेरी गाण्ड मारूँगा।
पायल- नो नो प्लीज़.. ऐसा मत करना तुम्हारा बहुत बड़ा है.. ये मेरी हालत बिगाड़ देगा।
अर्जुन- देख साली नाटक मत कर उनसे बचना है या नहीं?
पायल बेचारी मरती क्या ना करती.. उसने गाण्ड मराने के लिए ‘हाँ कह दी।
अर्जुन ने उसको घोड़ी बनाया और उसकी गाण्ड पर लौड़ा सैट करके उसकी जाँघों को मजबूती से पकड़ लिया और वैसे ही जोरदार शॉट मारा।
अबकी बार पहले से ज़्यादा उसको दर्द हुआ और वो बेतहाशा रोने लगी।
पुनीत बाहर छटपटा रहा था.. मगर ये सब उसकी करनी का नतीजा था.. क्यों उसने ऐसे गेम के लिए ‘हाँ’ कही.. यह सोच कर उसकी आँखें भर आई थीं।
कोमल- अरे ये क्या.. मैं इसके लौड़े से पानी निकालने की कोशिश कर रही हूँ और ये साला आँख से पानी निकाल रहा है.. कुत्ता कहीं का..
टोनी- अरे इसको जाने दे मेरी जान हमारा बस निकलने ही वाला है.. आ जल्दी कर.. आ मेरा चूस.. आह्ह.. चूस..
उधर सन्नी भी अब मुनिया की गाण्ड में अपना पानी भर चुका था और आराम से लेट कर पायल की चीखें सुन कर आशा को याद कर रहा था।
अर्जुन 15 मिनट तक गाण्ड मारता रहा और आख़िर उसके लौड़े ने पानी का फुव्वारा छोड़ दिया।
पायल पूरी तरह टूट चुकी थी ऐसी चुदाई की उसने कभी कल्पना भी नहीं की थी.. वो दर्द से कराह रही थीं।
अर्जुन- क्या हुआ रंडी.. क्यों शोर मचा के सबको सुना रही थी? हम्म?
पायल- मेरी जान निकाल दी.. और पूछते हो शोर क्यों मचा रही हूँ।
अर्जुन- अच्छा साली छिनाल.. जब भाई से सील तुड़वाई.. तब नहीं सोचा कि दर्द होगा तब तूने कितना शोर क्या था।
अर्जुन की बात सुनकर पायल ठंडी पड़ गई कि इसे ये सब कैसे पता?
पायल- ओह्ह.. क्या बोल रहे हो तुम.. हाँ?
अर्जुन- ऐसे तुझे समझ नहीं आएगा.. चल अभी बताता हूँ।
अर्जुन ने उसका हाथ पकड़ा और उसे बाहर ले आया।
जब पायल ने बाहर देखा कि पुनीत बँधा हुआ है… और सब उसको देख कर हँस रहे हैं।
पायल- ये क्या है भाई.. आपकी ये हालत किसने की?
टोनी- वाह अर्जुन.. मान गए क्या मस्त ठोका आपने.. साला यहाँ लाइव देख कर मज़ा आ गया।
सन्नी भी तब तक बाहर आ गया था.. उसने पता नहीं क्या किया कि टीवी पर पायल की चुदाई दिखना वापस शुरू हो गई।
विवेक- अरे देखो इस रंडी की फिल्म वापस से आ गई।
पायल की नज़र टीवी पर गई.. तो उसकी आँखें फट गईं।
पायल- ये सब क्या है सन्नी.. और भाई का मुँह क्यों बन्द किया.. इन्हें यहाँ बाँध कर क्यों रखा?
सन्नी- अरे अरे.. बेबी को गुस्सा आ गया.. खोल दो इसका मुँह और नई फिल्म देखो..
अब सब के सब पायल की सील टूटने का वीडियो देख रहे थे।
सन्नी ने रिमोट का बटन दबाया तो उस दिन का वीडियो चालू हो गया।
पायल- भाई अब क्या सोच रहे हो.. एक लड़की आपके इतने करीब है.. आपका मन नहीं करता उसको कुछ करने का.. चुम्बन करने का?
पायल अब पूरी तरह से पुनीत के ऊपर चढ़ गई थी.. उसकी नंगी चूत बरमूडे में तने पुनीत के लण्ड से टच हो रही थी.. जिसका अहसास पुनीत को भी हो रहा था।
अब पुनीत की बर्दाश्त दम तोड़ गई थी उसने पायल की पीठ पर हाथ रखे और सहलाने लगा.. उसके थिरकते होंठों पर धीरे से अपने होंठ लगा दिए।
पायल तो जैसे बरसों की प्यासी थी.. उसने फ़ौरन उसके होंठों को मुँह में लिया और चूसने लगी। अब पुनीत भी कहाँ पीछे रहने वाला था.. वो भी शुरू हो गया अब दोनों की किसिंग शुरू हो गई।
यह वीडियो देख कर पायल की रही-सही ताक़त भी जबाव दे गई। उसने जल्दी से टीवी बन्द कर दिया और हक्की-बक्की सबको देखने लगी.. उसकी आँखों में आँसू आ गए, वो वहीं ज़मीन पर बैठ गई।
सन्नी- क्यों पुनीत.. अपनी बहन को ऐसे हताश देख कर कुछ याद आया.. मेरी आशा भी ऐसे ही तड़फी थी।
आशा का नाम सुनकर पायल ने सवालिया नज़रों से पुनीत की ओर देखा।
टोनी- क्यों पुनीत.. बता अपनी बहन को.. कि ये आशा कौन है और आज ये किस ग़लती की सज़ा भुगत रही है।
पायल- भाई आप बोलते क्यों नहीं.. हमारे साथ ये हो क्या रहा है?
पुनीत ने उसको आशा के बारे में बताया और कैसे वो मरी.. जिसका बदला ये सब मिलकर ले रहे हैं।
पायल- क्या रॉनी भी इनके साथ मिला हुआ है.. मगर क्यों?
तभी रॉनी भी बाहर आ गया और उसने पायल को गुस्से से देखा।
पायल- रॉनी भाई आप भी इनका साथ दे रहे हो.. अगर भाई से ग़लती हुई तो इनको सज़ा देते.. मुझे इस गंदे खेल का हिस्सा क्यों बनाया आपने? मैं आपकी बहन हूँ।
रॉनी- चुप साली रंडी अपनी गंदी ज़ुबान से मुझे भाई मत बोल.. ये कुत्ता अपने किए की सज़ा भुगत रहा है और तू अपने किये की.. समझी..
पायल- अम्म.. मैंने क्या किया है जो तुमने मुझे रंडी बना दिया?
रॉनी- मेरी माँ ने क्या ग़लती की थी हाँ.. जो तू बार-बार उनको रंडी बोलती थी?
पायल- ओह्ह.. तो अपनी रंडी माँ का अपमान नहीं सह सका.. मगर वो असल में रंडी है.. मेरे पापा को अपने बस में कर लिया उसने.. और..
पायल आगे कुछ बोलती उसको रॉनी का जोरदार तमाचा लगा।
रॉनी- चुप साली.. मेरी माँ को ऐसा बनाया तेरे उस कुत्ते बाप ने.. और आज तेरी हालत का ज़िम्मेदार वो भी है।
रॉनी ने उस दिन से लेकर आज तक की सारी बातें पायल को बताईं और एक राज आपको भी बता दूँ कि पायल के पापा ने अपने फायदे के लिए कई बार रॉनी की माँ को दूसरों के हवाले किया था। यह बात भी रॉनी जानता था.. इसी लिए उसने ये गेम खेला और सब रेकॉर्ड कर लिया।
पायल और पुनीत ज़ोर-ज़ोर से रोने लगे वो रहम की भीख माँगने लगे कि जो हुआ उसको भूल जाओ.. मगर रॉनी और सन्नी के सर पर जुनून था, उन्होंने उनकी एक ना सुनी।
रॉनी ने कहा- वो सोने जा रहा है आज रात पायल के साथ जो चाहे करो बस इसको मरने मत देना.. क्योंकि कल इसके सारे वीडियो पूरी दुनिया देखेगी.. तब ये खुद मर जाएगी।
पुनीत- रॉनी प्लीज़ रुक जाओ.. पायल को इन जानवरों के हवाले मत करो.. ये इसको नोंच डालेंगे.. इससे अच्छा तो तुम हमें मार दो.. प्लीज़ प्लीज़..
रॉनी ने एक ना सुनी और वहाँ से चला गया।
कोमल और मुनिया को सन्नी ने कहा कि अब यहाँ जो होगा.. वो तुम देख नहीं पाओगी.. तो जाओ जाकर सो जाओ।
उनके जाने के बाद वहाँ जो नंगा तमाशा हुआ.. वो मैं लिख भी नहीं सकती.. इस चुदाई से वे सभी थक कर सो गए और पुनीत वहीं बँधा हुआ रात से रो रहा था।
दोस्तो, माना कि पुनीत और पायल ने ग़लत किया था.. मगर सन्नी और रॉनी ने जो किया.. वो तो और भी ग़लत था.. बदले की भावना इंसान को जानवर बना देती है.. और यहाँ भी यही हुआ!
आपस की दुश्मनी में बाहर के लोग मज़ा ले गए ना.. लो अभी कहानी ख़त्म नहीं हुई.. कि मैं ज्ञान देने आ गई हूँ.. ये तो मेरी आदत है..
खैर अभी तो इस कहानी का अंत होना बाकी है।
सुबह रॉनी उठा और सबको उठाया। रॉनी कुछ कहता तभी उसके फ़ोन की रिंग बजी। उसने बात की और सामने से उसने जो सुना वो हक्का-बक्का रह गया.. उसके पैरों तले ज़मीन खिसक गई.. वो वहीं कुर्सी पर बैठ गया।
सन्नी- क्या हुआ.. किसका फ़ोन था.. बोल न?
रॉनी- रात को एक्सीडेंट में इसके पापा और मेरी माँ चल बसे।
सन्नी- वॉट.. ये कैसे हो गया..!
पुनीत- कुत्तों मेरे हाथ खोल दो.. मेरे पापा नहीं मर सकते.. मैं किसी को नहीं छोडूँगा.. सब को मार दूँगा..
सन्नी ने पुनीत को खोल दिया.. वो गुस्से में था.. मगर सन्नी ने उसको समझाया कि ये वक़्त लड़ने का नहीं है।
टोनी और उसके दोस्त भी हक्के-बक्के रह गए थे..
दोस्तो, अन्तर्वासना के कुछ नियम हैं.. जिनके तहत मैं आगे की कहानी नहीं लिख सकती.. क्योंकि उसमें हिंसा है.. तो आपको ऐसे ही बता देती हूँ कि वहाँ के संग्राम में सब तहस-नहस हो गया.. पुनीत ने गुस्से में वो कर दिया कि वहाँ उसके सिवा कोई ना रहा।
आगे की कहानी आप जानते ही हो इसका अंजाम क्या हुआ होगा।
पुनीत जेल में पहुँच गया.. उसकी माँ भी ये सदमा बर्दाश्त ना कर सकी और दिल की धड़कन रुकने से उसकी मौत हो गई।खन्ना परिवार तिनके की तरह बह गया और साथ में कोमल.. मुनिया.. अर्जुन.. टोनी उसके दोस्त इस बदले की आग की भेंट चढ़ गए।
वहाँ से पुलिस को वो सारे वीडियो मिल गए.. जिससे केस को समझना आसान हो गया कि यहाँ क्या हुआ होगा।
आपको एक बात बता दूँ यहाँ कुछ कैमरे लगे हुए थे.. जिसमें सब कुछ रेकॉर्ड हो गया था। सन्नी और रॉनी ने पुनीत को जो बताया कि वो ये क्यों कर रहे हैं.. वो सब भी पुलिस को मिल गया। वहाँ के सीनियर ने फार्म को सील कर दिया और सारे सबूत ले गए।
पुनीत अपना दिमागी संतुलन खो चुका था.. अदालत ने उसको पागल करार दे दिया और पागलखाने भेज दिया।
दोस्तो, हर बार मेरी कहानी का खुशनुमा समापन होता है.. मगर यह कहानी थी ही ऐसी कि इसका मैं चाहकर भी हैप्पी एंड ना दे सकी.. क्योंकि बदले की भावना इंसान को शैतान बना देती है और जहाँ शैतान होता है.. वहाँ ख़ुशियाँ नहीं.. बल्कि बर्बादी ही होती है।
आप सबने शुरू से अब तक कहानी को पढ़ा.. इसके लिए मैं आपकी अभारी हूँ.. और आपसे हाथ जोड़कर विनती करती हूँ.. ऊपर वाले ने हमें इंसान बनाया है.. तो प्लीज़ इंसान बनकर ही जियो.. शैतान मत बनो।
माफ़ करना सीखो.. ताकि और कोई परिवार ऐसे ख़त्म ना हो।
दोस्तो, इस कहानी में कोई भूल हुई हो या कोई बात बताना रह गई हो तो माफ़ करना.. मैं भी इंसान हूँ.. ग़लती हो जाती है.. वैसे भी मेरी तबियत खराब होने के कारण कहानी बहुत लेट हो गई। अब आपसे इजाज़त चाहूँगी। अगर दोबारा कोई ऐसी दिल को छूने वाली कहानी मिली.. तो जरूर आपके सामने हाजिर हो जाऊँगी..