आंशिका: हाय , गुड मॉर्निंग, क्या हुआ? आज कोई मेसेज नहीं? अभी तक सोए हो क्या?
मे: हाय , गुड मॉर्निंग मेम , हाँ अभी उठा हूँ बस तुम्हारे मेसेज से.
आंशिका: रात को देर से सोए थे क्या?
मे: हाँ 1 बजे, 2 बार फिर से मास्टरबेट करा था तुम्हारे बारे में सोच कर.
आंशिका: हे भगवान, तुम तो सच मैं पागल हो, मेरे लिए भी कुछ छोड़ोगे या ऐसे ही वेस्ट कर दोगे सब कुछ हूँ?
मे: हहेहहे, अरे यार बहुत है, तुम बस हुकम करो.
आंशिका: जनाब हुकुम तो कुछ नहीं है, बस ज़रा लिमिट मैं.
मे: चलो कंट्रोल करने की कोशिश करूँगा. कॉलेज मैं हो? क्या कर रही हो?
आंशिका: हाँ, वहीं हूँ. कुछ नहीं वोही फेस्ट की प्रेपरेशन चल रही है.
मे: ओक, तुम बिज़ी नहीं हो? आई मीन तुम प्रेपरेशन नहीं करवा रही?
आंशिका: अभी तो फिलहाल हॉल मैं बैठी हूँ, स्टूडेंट्स रॅंप वॉक की प्रॅक्टीस कर रहे हैं, तो उन्ही को जज कर रही हूँ और गाइड भी.
मे: ओहो, तुम और फॅशन की इन्स्ट्रक्टर. क्या बात है.
आंशिका: क्यूँ नहीं हो सकती क्या? मिस्टेक तो बता ही सकती हूँ अगर कुछ और बता नहीं सकती.
मे: अरे यार तुम तो सूपर सेक्सी मॉडेल हो.
आंशिका: ओहो जी, बस बस थॅंक योउ, यहाँ पर हॉल मैं मेरे से भी ज़्यादा सेक्सी गर्ल्स हैं, तुम होते तो एकद्ूम किसी और को पसंद करने लगती, मैं नहीं दिखती फिर तुम्हे.
मे: अछा जी, बिन पैंडे का लौटा नहीं हूँ मैं, जो कभी इधर लुड़कुन या कहीं और, जो चीज़ पसंद आ गयी तो बस आ गयी. और वो लड़कियाँ बस शो ही करती है तभी सब उन्हे सेक्सी समझते हैं. कभी अपने स्टूडेंट्स से पूछो तुम कितनी सेक्सी हो.
आंशिका: हाँ ज़रूर, कॉलेज मैं मैं ये सब ही करने जाती हूँ ना. की सब स्टूडेंट से पूछूँ की – एम् आई सेक्सी?
मे: यार वो बिना पूछे ही बता देंगे, उनकी निगाहें बता देंगी.
अँहसिका: फिलहाल तो उनकी निगाहें अभी गर्ल की स्कर्ट और मिनिस मैं है , लॉल
मे: हहहे, कोई नहीं उनके जाते ही तुम पर टूट पड़ेंगे, आई एम् शुवर तुम्हारी किसी स्टूडेंट के तुम्हारे जैसा साइज़ तो नहीं होगा.
आंशिका: नहीं एक दो हैं, पता नहीं और भी हो शायद.
मे: अछा जी, अछा देख के बताओ, इस वक़्त हॉल मैं है कोई तुमसे टक्कर लेने वाली?
आंशिका: 2 गर्ल्स हैं, काफ़ी डेवेलप्ड ब्रेस्ट है उनकी भी. बट सिर्फ़ एक ही की शेप मैं लग रही है.
मे: देखा हरेक के बस की बात नहीं तुम जैसी शेप लाना. आज क्या पहना है?
आंशिका: अब वेस्टर्न क्लोथ्स मैं तो तुमने कभी देखा नहीं सो आब्वियस्ली हमेशा की तरह सूट ही पहना है.
मे: हाय , सूट मैं क्या कम सेक्सी लगती हो, तुम्हाए स्टूडेंट्स तुम्हारी ब्रेस्ट को ही ताड़ ते रहते होंगे, आई एम् शुवर.
अंशिका : हाँ हैं कुछ बदमाश तुम्हारे जेसे , क्लास मैं भी नहीं छोड़ते वो तो, चेयर के पास आके खड़े हो जाते हैं और सूट मैं झाँकने की कोशिश करते रहते हैं.
मे: लॉल, बेचारे , किसी को कभी कोई मौका मिल पाया?
आंशिका: कैसा मौका?
मे: तुम्हारी ब्रेस्ट के दर्शन का?
आंशिका: पागल हो गये हो क्या? ये कॉलेज है.
मे: तो क्या कॉलेज मैं ये सब नहीं होता?
आंशिका: आई नो होता है, बट स्टूडेंट्स स्टूडेंट्स मैं ज़्यादा होता है, टीचर स्टूडेंट मैं बहुत रेर्ली.
मे : ओह, स्टूडेंट्स मैं हुआ है कभी?
आंशिका: होता ही रहता है, आए दिन स्टूडेंट्स क्लास मैं मिल जाते हैं अकेले फोरप्ले करते हुए. बाय्स अपने सेल्स गर्ल्स को दे दे देते हैं और हू उसमें पॉर्न देख देख कर चुपकसे हँसती रहती है और ये सब सोचते हैं की हम टीचर्स को कुछ नहीं पता.
मे: हाँ , वो तो है माय डियर फ्रेंड.
आंशिका: अछा अगर तुम्हारी इस फ्रेंड पर कोई स्टूडेंट चान्स मरता है तो तुम्हे कैसा लगेगा?
मे: म्*म्म्मममममम, वेल आई एम् युवर फ्रेंड एंड आई केयर अबौट युवर फीलिंग्स अगर तुम्हे कोई ऐतराज़ नहीं तो मुझे भी नहीं पर हाँ अगर तुम्हे एतराज हुआ तो उस स्टूडेंट का कट करके तुम्हायर क्लास मैं टाँग दूँगा.
आंशिका: फिलहाल अभी तो बाइ, क्लास टाइम, बाद मैं बात करती हूँ ओक.
मे: ओक, अछा सुनो अगर कोई स्टूडेंट देखने की कोशिश करे तुम्हारे 32ड्ड तो बेचारे की हेल्प कर देना थोड़ी सी, कहीं इसी चाहत मैं ना मार जाए.
आंशिका: हेहहहे, ओक जैसा आप कहो सर .
मे: और मेर्को मत भूल जाना, मैं वरना ऐसे ही मर जाऊंगा मास्टरबेशन से.
आंशिका: दोस्त मैं हूँ ना, यु डॉन’त वरी, नहीं मरने दूँगी जब तक तुम्हारी वर्जिनिटी ना ले लूँ, बट यु हॅव तो प्रॉमिस मी वन थिंग.
मे: यॅ बोलो क्या प्रॉमिस चाहिए.
आंशिका: पहला तो ये की ये हमारी दोस्ती के सीक्रेट्स सिर्फ़ हम तक और दूसरा ये की तुम अपनी वर्जिनिटी सिर्फ़ मेर्को ही दोगे, अगर किसी और के साथ कुछ करा मेरे से पहले तो आई वोंट टॉक टू यु , मैं नाराज़ हो जाउंगी .
मे: अरे यार यु डोंट वरी, आई एम् नोट लाईक अदर्स की सारी बातें सब मैं गाता फिरू, आई नो हाउ टू कीप सीक्रेट्स. और रही बात वर्जिनिटी की तो अगर तुम कहो तो अपने उस पर तुम्हारा नाम लिख दूं.
आंशिका: हहेहेहेः, तुम मेरे पागल दोस्त हो, आई नो की तुम औरों की तरह नहीं हो, इसीलिए मैने तुम्हे अपने इतने करीब आने दिया,मेरा और कोई फ्रेंड मेरे कभी इतने करीब नहीं आया. आई एम् लकी टू हॅव यु एस आ फ्रेंड. यु आर माय बेस्ट बडी. मुआहह.
मे: आई एम् ऑल्सो लकी बट मैं डबल लकी कब हुंगा, और तुम्हारी किस ने मेरा फिर कड़क कर दिया है, अब फिर मेहनत करो क्या यार, जल्दी कुछ करो ना.
आंशिका: हहेहेः, मैं पागलों की तरह हँसे जा रही हूँ तुम्हारे मेसेज पड़कर, यहाँ सब सोचेंगे की क्या हुआ. चलो मैं अब चलती हूँ, तुम मेहनत करो. मुआः
मे: मुआः ओन युवर लिप्स, ब्रेस्ट एंड पुसी. और किसी स्टूडेंट की हेल्प कर देना. बाइ, टेक केयर .
यारों क्या जादू था आंशिका मैं आप सबको कैसे बताऊँ , इसके दिमाग मैं घुसते ही बस लंड खड़ा हो जाता था और जब तक ये दिमाग़ से बाहर नहीं जाती ये भाई साहब बैठते नहीं थे. आज उससे मेसेज मैं ही बात करके मेरा लंड खड़ा हो गया था तो बस मारना पड़ा मूठ एक बार फिर सुबह सुबह ही, जब दिन की शुरुआत इससे हो तो बस पूरा दिन इसी के बारे मैं सोच कर निकल जाता है.
देन करीब 12 बजे मेरी एक बेस्ट फ्रेंड की कॉल आई, उसका नाम है – पारूल. हम दोनो स्कूल मैं साथ ही थे, पर स्कूल के बाद हमारे बीच कनेक्षन कम ही हो गया था, हुमारा 5 फ्रेंड्स का ग्रूप था, अब किसी से इतनी बात नहीं हो पाती थी, वी 5 अरे बेस्ट फ्रेंड्स. पारूल का कॉल आया एकद्ूम से, तो मैने उससे बात करी.
पारूल: हे विशाल , हीईीईईईईईईईईईईईईईईई
मे: हे परूऊऊऊऊओ, हीईीईई
पारूल: कहाँ हो मिस्टर.? ना कोई कॉल ना मेसेज नोथिंग ? भूल गये क्या? या फिर बिज़ी होंगे बहुत, राईट ?
मे: नहीं यार, बस ऐसे ही, ना ही बिज़ी हूँ ना ही भुला हूँ.
पारूल: तो फिर फ्रेंड्स को कभी कॉल या मेसेज भी कर लेते हैं.
मे: सॉरी यार, तू बता हाउ आर यु ?
पारूल: मैं तो एकद्ूम मस्त, तू सुना, कैसा है? कैसा चल रहा है कॉलेज?
मे: हाँ सही चल रहा है, आजकल हॉलिडेज़ हैं तो बोर हो रहा हूँ. और तू सुना. तेरी फॅशन डिज़ाइनिंग कैसी चल रही है?
पारूल: बस सही चल रही है.
मे: और आज कैसे यार करा मेर्को?
पारूल: सिफ तेर्को थोड़ी ना याद करा बेवकूफ़, अपने पूरे ग्रूप को याद कर रही थी, सबको फोन ट्राइ करा, कोई कहीं बिज़ी है, कोई आउट ऑफ स्टेशन है, लकिली तू मिल गया.
मे: ओक.
पारूल: तेरी किसी से बात हुई?
मे: नहीं.
पारूल: और सुना कुछ, क्या कर रहा है हॉलिडेज़ मैं? कोई जी ऍफ़ बनी अब तक या नहीं?
मे: नहीं यार, कोई भी नहीं बनी, तू भी तो हेल्प नहीं करती.
पारूल: यार, यहाँ अपनी नाव डूब गयी तेरी क्या हेल्प करूँगी.
मे: मतलब, क्या हुआ? हाउ इस युवर बी ऍफ़ ?
पारूल: बी ऍफ़ इस पास्ट नाउ, कुछ और बात कर.
मे: अरे बता ना, क्या हुआ? मेरे से क्यूँ छुपा रही है?
पारूल: तेरे से क्यूँ छिपाउंगी यार, ऑल 4 ऑफ यु नो, बट नाउ एवेरितिंग इस ओवर, कपिल एंड मी आर नोट टुगेदर नाउ
( ये बोलते हुए उसकी आवाज बहुत लो हो गयी थी, मुझे पता चल गया था की समथिंग इस राँग )
मे: हाँ वोही तो पूछ रहा हूँ की क्या हुआ? यु गाइस वर ग्रेट कपल, और अब आज अचानक से ये तूने सेड न्यूज़ दी, देयर मस्ट बी आ स्ट्रॉंग रीज़न बिहाइंड दिस , वाइ यु हाइडिंग.. टेल मी .
पारूल: कुछ नहीं यार, लीव इट.
मे: ओक ठीक है मत बता, बाइ.
पारूल: यार विष, समझ ना प्लीज़, आई डोंट वांट टू टॉक अबाउट दिस .
मे: बट मुझे तो बस इसी टॉपिक पर बात करनी हा, युवर चाय्स आई एम् नोट फोर्सिंग.
पारूल: तू हमेशा से ही ज़िद्दी है, सुधार जा.
मे: तो फिर बता क्या हुआ?
पारूल: यार फोन पर नहीं, मिलते हैं कहीं.
मे: ओक, ठीक है 1 घंटे मैं सी पी मैं मिलते हैं, ओक?
पारूल: ठीक है, बाइ
मे: बाइ.
मुझे बहुत बुरा लगा, ये सुनकर, शी वाज़ वेरी हेप्पी विद हर गाइस सिन्स स्कूल टाइम, और आज ये सेड न्यूज़, आई वांटेड टू नो की एकद्ूम से इतना प्यार एक ही बारी मैं कैसे ओवर हो गया, वॉट इस द रीज़न?
देन हम सी पी मैं मिले, थोड़ी देर इधर उधर की बातें करी और देन लास्ट्ली हम केफे कोफी डे मैं जाकर बैठ गये, केफे ऑर्डर करी और मैने उससे उस बारे मैं बात स्टार्ट करी.
मे: हाँ तो बता क्या हुआ एग्ज़ॅक्ट्ली? वाय यु गाइस नोट टुगेदर नाउ, आई एम् फीलिंग वेरी सेड अबौट दिस .
पारूल: यार, आई डोंट नो की क्या बताऊँ , कहाँ से बताऊँ .
मे: कहीं से भी स्टार्ट कर, बट बता मुझे.
पारूल: यु ऑल नो की वी वर टुगेदर सिन्स स्कूल टाइम, वी लव्ड ईच अदर वेरी मच. वी वर हॅपी, पता नहीं यार किसकी नज़र लग गयी एकद्ूम से
मे: हुआ क्या यार, ये बता, आई एम् स्टिल शॉक्ड, ऐसा लग रहा है की तु मज़ाक कर रही है मेरे से, कुछ भी नहीं हुआ.
पारूल: काश यार ये मज़ाक ही होता, बट दिस इस ट्रुथ .
मे: अब बताओ भी पारूल हुआ क्या हम तुम दोनो के साथ.
पारूल: यार विष, आई कॉट हिम विद समवन .
मे: (शॉक्ड) वॉट??????? डेट पर थे वो या कहीं और?
पारूल: या , वो डटे पर थे एंड ये .न्ड एंड ही वाज़ लिटरली किस्सिंग हर .
(मुझे ये सुनकर बहुत गुस्सा आया की मेरी स्वीट सी फ्रेंड के साथ वो हरामी ऐसा कैसा कर सकता था, वी ऑल फ्रेंड्स न्यू की पारूल एंड हर गाइ हेड डन सेक्स मेनी टाइम्स, इनफॅक्ट उन्होने ही कई बार बताया था)
मे: देन, यु सेड एनितिंग तो हिम देयर ?
पारूल: नहीं, वहाँ कुछ नहीं कहा रेस्टोरेंट मैं और उसने मुझे नहीं देखा था, ही वाज़ बिज़ी इन किस्सिंग देट बिच.
(और वो ये बोलकर रो पड़ी)
मे: मन तो कर रहा है उसकी गांड मार दूं साले की, सॉरी फॉर माय लॅंग्वेज पारूल बट हाउ कॅन ही डू एनितिंग लाईक दिस विद ए पर्सन लाईक यु, यु लव्ड हिम लाईक ए मेड .आई एम कन्फुसड .
पारूल: यही मुझे समझ मैं नहीं आ रहा, की मुझसे ग़लती क्या हुई, मैने कब उसका दिल तोड़ा, एस यु नो मैने कभी उसे किसी चीज़ के लिए मना नहीं करा. यु नो एवेरितिंग वेरी वेल, जब उसने मुझसे पूछा था ही वांटेड टू हॅव मी, ईवन देन मैने बिना कुछ बोले या कहे उसकी विश को पूरा करा और वो भी कई बार, बट सी टुडे वेर आई एम् .
मे: यार ही इस आ बअस्टर्ड, मैंने सोचा भी नहीं था की ऐसा होगा तुम्हारे साथ, बट बेटर फर्गेट हिम .
पारूल: यॅ आई एम् ट्राईंग.
पारूल को रोता हुआ मुझसे रहा नहीं जा रहा था, बिकॉज़ शी इस वेरी स्वीट पर्सन हमेशा मस्ती मैं रहने वाली और उसका किसी ने मिसयूज़ करा मेरे अंदर आग लगी हुई थी.
वो रोटी रही और मैं उसे चुप करता रहा और समझता रहा, देन थोड़ी देर हम कुछ नहीं बोले, फिर वो मुझसे बोलती है……
पारूल: योउ नो आफ्टर दिस आई रियलाइज़्ड देट लव इस नोथिंग , मुझे पता चल गया ही डिड्न’त लव मी , देट बस्टर्ड जस्ट वांटेड टू हेव माय बॉडी डेट्स इट नाउ फीडिंग ऑन अनदर वन. यार जब तुम्हे सेक्स इतना ही पसंद है तो मुँह पर क्यूँ नहीं बोलते? क्यूँ छिपते हो? क्यूँ प्यार का नाटक करते हो? एतलीस्ट किसी का दिल तो मत दुखाओ, अगर मुझे पता होता पहले से की ही जस्ट वांटेड तो हेव मी सो शुवर्ली मैं उसे वो देती और मुँह पर एक थप्पड़ भी मारकर आती देट आई लव्ड ए बास्टर्ड लाईक हिम .
मैं चुप चाप सुन रहा था और उसकी ये बात सुनकर मुझे एक बात की खुशी थी की चलो मेरे और अंशिका के बीच मैं ऐसा कोई फेक रीलेशन नहीं था, बोथ आफ अस आर वेरी गुड फ्रेंड्स आंड वी न्यू ईच अदर नीड्स एंड वांटेड टू फुलफिल ईच अदर’स नीड्स.
एंड द थिंग विच ऑल्वेज़ पुट मी इन शॉक देट – वी नेवेर सेड - आई लव यु , इतने करीब होते हुए भी, दिस इस वॉट वी कॉल ट्रू फ्रेंडशिप, बोथ वन जो मेरी आंशिका के साथ थी और जो मेरी पारूल के साथ थी.
देन हम दोनो थोड़ी देर इधर उधर और अपने बाकी स्कूल फ्रेंड की बात करने लग गये, तभी आंशिका का मेसेज आया –
आंशिका: हाय मिस्टर, अभी भी मेहनत कर रहे हो?
उसका ये मेसेज पारुल ने भी पढ़ लिया और उसने मेरे से सवाल करे….
पारूल: ये आंशिका कौन है विष?????/
मे: ऐसी ही एक फ्रेंड है तुम्हारी तरह. स्वीट वन
पारूल: ओह हो, स्वीट वन, फ्रेंड है या जी ऍफ़ है?
मे: अरे पागल हो क्या? शी इस 27, शी इस ए टीचर इन कॉलेज.
पारूल: क्वाइट मेच्यूर.
मे: हाँ , अंडरस्टॅंडिंग टू
पारूल: ये मेसेज क्या था? वॉट मेहनत हाँ?
मे( मैं डर गया, मैने बात को चेंज करते हुए बोला) अरे कुछ नहीं, वो बोर हो रहा था घर मैं तो अपने आपको एंटरटेन करने के लिए मेहनत कर रहा था तो वोही पूछ रही थी.
पारूल; काफ़ी अच्छी केमिस्ट्री बन गयी है तुम्हारी बीच शायद.
मे: या , वी आर गुड फ्रेंड्स लाईक यु एंड मी .
पारूल: सही है यार, दोस्त ही बनाओ, जी ऍफ़ या बी ऍफ़ ना बनाओ नोट स्पेशली वेन यु जस्ट वॉंट टू डू सेक्स.
मे: आई नो डियर, तभी मैं सिर्फ़ दोस्त बनाता हूँ (लॉल)
पारूल: मुझे भी बात करनी है आंशिका मेम से.
मैने कहा लो आज तो उसने पूछा था की किसी को बताया तो नहीं और आज ही यह बोल रही है की मुझे उससे बात करनी है अगर उससे बात करा दी अभी तो कहीं वो गुस्सा ना हो जाए और वैसे भी गर्ल्स का कुछ पता नहीं चलता, कहीं मेरा वर्जिनिटी धरी की धरी ना रह जाए और टाइम तक, बड़ी मुश्किल से तो ऐसे दोस्त मिलते हैं, इसीलिए मैने उस वक़्त पारूल को तरका दिया बात करवाने से ये कहते हुए………
मे: यार पारूल वो बिज़ी है अभी कॉलेज मैं, उनके कॉलेज मैं कोई फेस्ट है और उसी की तय्यारी कर रही है . सो अभी नहीं हो सकती फिर कभी करवा दूँगा मैं ही नहीं कर परा बात.
थोड़ी देर और बात करके हम अपने अपने घर आ गये इस बीच मैं मैं आंशिका को मेसेज का रिप्लाइ नहीं कर पाया, घर जाके देखा तो उसकी 2 मिस कॉल और 2 और नये मेसेज आए हुए थे जिनमें ये लिखा था….
आंशिका: कहाँ हो????? मेसेज का रिप्लाइ नहीं देना होता क्या???????
आंशिका: हाय , इतनी देर हो गयी? प्लीज़ रिप्लाइ सून
देन मैने जल्दी सी उसे रिप्लाइ करा…….
मे: सॉरी दोस्त, वो मैं बाहर गया था अपनी एक स्कूल फ्रेंड से मिलने तो उसी के साथ बिज़ी था, इसीलिए रिप्लाइ नहीं कर पाया.
बस ये मेसेज पड़ते ही आंशिका की कॉल आ गयी.
आंशिका: हाय
मे: हाय
आंशिका: कहाँ गये थे और कौन थी वो ?
मे: मेरी स्कूल फ्रेंड थी पारुल , उसको मिलने गया था बाहर, क्यूँ क्या हुआ?
आंशिका मुझे लेकर थोड़ी पोज़ेसिव हो गयी थी एंड गाइस दिस इस द ग्रेअटेसत फीलिंग फॉर आ मेन वेन ए वोमेन गेट पोज़ेसिव फॉर हिम एंड शो हिम हर पोसेसिव्नेस . तो मैने भी सोचा क्यूँ ना थोड़े मज़े लूँ.
आंशिका: हाँ तो किसलिय मिलने गये थे एकद्ूम से पहले तो कभी नहीं बताया तुमने .
मे: अरे बाबा ध्यान नहीं रहा होगा, उसका भी अचानक से मन हो गया था मिलने का.
आंशिका: हाँ बट क्या हुआ अचानक से? और कौन था तुम्हारे साथ?
मे: मैं और बस वो.
आंशिका: क्यूँ बाकी स्कूल फ्रेंड्स कहाँ थे?
मे: कुछ बिज़ी थे और एक दो आउट ऑफ स्टेशन सो वो नहीं आ पाए.
आंशिका: तुम झूठ बोल रहे हो ना? प्लीज़, डॉन’त हाइड फ्रॉम मी
मे: अरे पागल हो क्या तुमसे क्या झूठ बोलूँगा. हम दोनो ही थे बस.
आंशिका: कहाँ पर थे? क्या कर रहे थे.
मे: हम सेंट्रल पार्क मैं थे(झूठ) और बातें कर रहे थे औरों की तरह
अब उसकी आवाज़ मैं जेलसी और गुस्सा सॉफ फील हो रहा था.
आंशिका: और क्या कर रहे थे उसके साथ?
मे: और क्या कुछ नहीं.
आंशिका: तुम उसको प्यार कर रहे थे ना? सच सच बताना.
मिस्टर: अरे पागल हो क्या? वी अरे जस्ट फ्रेंड
आंशिका: तुम हम भी तो फ्रेंड हैं, मेरे साथ भी तो करते हो तुम, उसके साथ भी ज़रूर कर रहे होंगे, कहाँ कहाँ किस करी उसे बताओ? ब्रेस्ट पकड़ी थी उसकी?
मैने सोचा क्यूँ ना मज़े लूँ इस तड़पति मछली से, सो मैने मज़े लेने स्टार्ट करे….
मे: ज़्यादा कुछ नहीं बस लिप्स पर किस करी थी और उसकी ब्रेस्ट पर, यार उसने ही कहा था, शी वांटेड तो फील सो आई जस्ट हेल्प्ड हर , ज़्यादा कुछ नहीं.
आंशिका: ( गुस्से से) तो ठीक है , जाओ उसी के साथ प्यार करो, उसे ही अपनी वर्जिनिटी दे देना, मेरे पास आने की कोई ज़रूरत नहीं है और ना ही अब से कोई मेसेज या कॉल करने की ज़रूरत नहीं है यु ब्रोक प्रॉमिस, आज सुबह ही तुमने प्रॉमिस करा था और आज ही तोड़ दिया, यु हर्ट मी वैरी बेडली...बाय.
मे: अरे अनु जान, मैं मज़ाक कर रहा हूँ,हहेहेहेहेहीः कुछ नहीं करा, हम तो ऐसे ही मिले थे बाबा, काफ़ी टाइम से नहीं मिले थे. एंड वी आर गुड फ्रेंड्स हम वो सब नहीं करते आई एम् ओपन ओन्ली टू यू . कसम से कुछ नहीं करा.
आंशिका: मेरी कसम खाओ.
मे: अछा लो तुम्हारी कसम.
आंशिका: (खुश होते हुए) तो फिर झूठ क्यूँ बोल रहे थे?
मे: देख रहा था की मेरी जान को कितना बुरा लगता है
आंशिका: मुझे जला के मिल गयी खुशी? वैसे मैं आज एक स्टूडेंट के साथ उसके घर जा रही हूँ.
मे: हहेहेहहहे, सही है चिड़ा लो, बोल लो झूठ.
आंशिका: तुम्हे कोई ऐतराज़ नहीं अगर मैं जाऊ ?
मे: दोस्त अगर तुम्हे कोई ऐतराज़ नहीं तो मुझे भी नहीं हाँ थोडा बुरा लगेगा की अगर सिर्फ़ प्रॉमिस मेरी तरफ से ही है.
आंशिका: यार ऐसे मत करा करो, आइन्दा से मत करना, आई एम् नोट सेयिंग की तुम किसी और के साथ कभी कुछ मत करना बट मेरे लिए रुक जाओ प्लीज़, आई वांट टू हेव यु फर्स्ट, ओके ?
मे: (खुश होते हुए) या शुवर डियर, आई एम् ऑल युवर्ज़. यु कॅन हेव मी एनिटाइम, आख़िर तुम्हारा दोस्त जो हूँ.
आंशिका: हाँ गुड बॉय. डेट्स लाईक माय फ्रेंड.
आंशिका: वैसे तुम्हारी वो फ्रेंड मेरे से भी ज़्यादा सेक्सी है?
मे: अरे पागल हो क्या? आई नेवेर थॉट अबौट हर लाईक दिस , ऐसी कोई बात नहीं है.
आंशिका: आई एम् जस्ट आस्किंग ना, बुरा क्यूँ मान रहे हो?
मे: नहीं तुमसे ज़्यादा सेक्सी नहीं है, उसकी ब्रेस्ट भी स्माल है तुम्हारे मुक़ाबले, बस उसकी लेग्स बहुत सेक्सी है डेट्स इट. यु आर पर्फेक्ट फॉर मी... नोट शी.
आंशिका: थॅंक यु .आई एम् हेप्पी नाउ.
मे: तो अब शक ख़तम?
आंशिका: नहीं शक नहीं था, बस आई वास वाज़ स्केर्ड.
मे: स्केर्ड किसलिए?
आंशिका: आई वांट टू टेक युवर वर्जिनिटी ना.
मे: क्यूँ वर्जिनिटी मैं ऐसा क्या है?
आंशिका: आई ऑल्सो डोंट नो.
मे: देन क्यूँ इतना शोर वर्जिनिटी के लिए?
आंशिका: वेन माय बी ऍफ़ वास टेकिंग माय वर्जिनिटी ही सेड – डूयिंग सेक्स विद ए वर्जिन इस आसम फीलिंग, तो इसीलिए आई ऑल्सो वॉंट तो फील देट फीलिंग.
उसकी इस बात मुझे इतने हँसी आई और जब वो कह रही थी मुझे फोन पर इतनी क्यूट लग रह थी की मैं आप सब को बता नहीं सकता, मैने उसे कहा………….
मे: यार अनु, योउ अरे सो क्यूटईईईईईईईईईईईईईईई. तुम्हारे लिए मैं बार बार वर्जिन होने के लिए भी तय्यार हूँ
आंशिका: सो स्वीट ऑफ यु . काश मैं भी वर्जिन होती तो तुम्हे भी हू मज़ा दे पाती.
मे: क्यूँ अब नहीं दे सकती?
आंशिका: नहीं दे तो सकती हूँ, बट मैने सुना है की यु बाय्स लाईक टीअरिंग सील तो तुम्हे और अच्छा लगता , सॉरी फ्रेंड.
मे: अरे पागल हो क्या, तुमने बस एक ही बार सेक्स करा है जो की वर्जिन के बराबर ही है मेरे लिए, आई एम् वेरी हॅपी
आंशिका: सच मैं?
मे: अच्छा सुनो , मैं ये हिन्दी मैं वर्ड्स बोलता हूँ ., गांड , लंड तुम्हे बुरे तो नहीं लगते?
आंशिका: नो, बिल्कुल नहीं, और अगर लगते भी तो इट्स ओके , आई नो गाइस लाईक सेयिंग दीज़ वर्ड्स विद गर्ल उन्हे और मज़ा आता है, सो तुम मुझे कह सकते हो, बट मुझे कोई गंदी गाली मत देना ओके .
मे: या शुवर, थॅंक यु सो मच फ्रेंड.
आंशिका: मेन्षन नोट.
आंशिका: अछा सुनो, मैं जा रही हूँ. लंच टाइम ओवर.
मे: यार तुम हमेशा लंड खड़ा करवा के भाग जाती हो.
आंशिका: यार ग़लती मेरी नहीं तुम्हारी है, हर वक़्त खड़ा रहता है तुम्हारा.
मे: तुम हर वक़्त दिमाग़ मैं रहोगी तो खड़ा ही रहेगा.
अँहसिका: अछा बाय बाय नाउ. और उसे किस कर देना मेरी तरफ से.
मे: हाँ ज़रूर और तुम भी अपनी चुचियाँ और चूत को प्रेस कर देना मेरी तरफ से.
आंशिका: मौका मिलेगा तो ज़रूर करूँगी.
मे: हाँ गुड, मुआहह.
आशिका: मुआहह
(फोन कट)
अब सबको तो पता ही है की मेरा लंड फिर से खड़ा है अब उससे बात करके, तो मूठ ही मारूँगा. पर अब इससे हिन्दी के वर्ड्स – लंड, चूत बोलकर और बात करने मैं मज़ा आ रहा था.
उसी दिन शाम को ...
हमेशा की तरह आज भी उसका 7 बजे मेसेज आया …….
आंशिका: हाय , कहाँ हो?
मे: मैं तो घर पर हूँ और तुम कॉलेज से आ गयी घर?
आंशिका: हाँ कॉलेज से तो आ गयी अभी मार्केट मैं हूँ
मे: शॉपिंग?
आंशिका: नहीं वो टेलर के पास आई थी, साडी पीको के लिए दी थी और ब्लाउस सिलवाने के लिए. कल फ्रेंड की मॅरेज मैं जाना है, तुम्हे बताया था ना?
मे: ओके , तो साडी पहनकर जाओगी. यार फिर तो बहुत सेक्सी लगोगी. तुम्हारी फ्रेंड(ब्राइड) को छोड़कर सब तुम्हे ही देखेंगे.
आंशिका: देखने से क्या होता है, और देखेंगे तो अच्छी ही बात है, हम गर्ल्स को पसंद है वेन वी गेट अटेन्षन चाहे हमें कितनी ही शरम आ रही हो.
मे: ओहो, ऐसी बात है तो मिनि मैं चली जाओ शादी में .
आंशिका: हाँ तुम्हारा बस चले तो मुझे बस अन्डरगारमेंट में ही जाने को कह दो.
मे: हहेहेहेहहे, नहीं ऐसी कोई बात नहीं है, अन्डरगारमेंट मैं तुम सिर्फ़ मेरे सामने ही आना, किसी और के सामने नहीं.
आंशिका: हाँ हाँ क्यूँ नहीं, यार ये टेलर पका रहा है.
मे: क्यूँ क्या हुआ?
आंशिका: एक हफ़्ता पहले दिया था ये काम, अभी तक नहीं करा.
मे: क्या रह गया? ब्लाउस मैं बटन लगाना भूल गया क्या? हहेहेः
आंशिका: वेरी फन्नी, ब्लाउस टाइट सील दिया फिर से खोलकर लूस कर रहा है.
मे: यार अब वो भी क्या करे उसे क्या पता की तुम्हारी ब्रेस्ट हर थोड़े टाइम मैं बदती रहती है.
आंशिका: तुम तो चुप ही रहो, और बताओ क्या कर रहे हो.
मे: कुछ नहीं, अपनी जान से बात कर रहा हूँ. कॉल कब करोगी?
आंशिका: अभी घर तो जाने दो, तब करूँगी.
मे: यार बहुत तडपाती हो तुम.
आंशिका: मैं नहीं तडपाती , तुम ही बेचैन आत्मा हो. ज़रूर उसे खड़ा कर रखा होगा इस वक़्त भी.
मे: वो तो हमेशा ही होता है.
आंशिका: दिन मैं कितनी बार मास्तेर्बेत कर लेते हो?
मे: डिपेंड्स तुमसे कितनी बार बात होती है.
आंशिका: यु आर टोटली मेड , सुधर जाओ.
मे: तुम ही सुधार सकती हो बस.
आंशिका: हाँ डोंट वरी, एक बार मैं ही सुधार दूँगी.
मे: पर कब, आई एम् डाईंग
आंशिका: तो मर जाओ फिर, इतनी बार बोल चुकी हूँ बी पेशेंट बी पेशेंट और तुम हो की बस
मे: अरे सॉरी ना बाबा, मेरी . . . ..
आंशिका: . तो . . हो जैसे सोर्फ तुम्हारा ही मन करता है, मेरा तो मन ही नहीं है.
मे: मैने ऐसे कब कहा, बस मेरा मन बहुत ज़्यादा है.
आंशिका: पूरे हॉर्नी हो तुम, ठरकीईईई विशाल
मे: और तुम भी कम ठरकी नहीं हो. तुम कितनी बार फिंगरिंग करती हो?
अँहसिका: मैं तुम्हारी तरह पागल नहीं हूँ, मैं वीक मैं 2 या 3 बार बस.
मे: ये भी कुछ कम नहीं है, ठरकी अन्नू.
आंशिका: हाँ हू तो, तुम्हे क्या उससे.
मे: हाँ तो बस ऐसे ही मैं हूँ.
आंशिका: मैं घर पहुँचकर तुमसे बात करती हूँ, बाइ
मे: ओक बाइ. अछा सुनो ब्लाउस को तोड़ा टाइट ही रहने देना, क्लीवेज तो दिखे ढंग से कम से कम.
आंशिका: आई नो, इतना फॅशन तो आता ही है मुझे, पर टेलर ने इतना टाइट कर दिया था की साँस भी नहीं ली जा रही थी इसमें से , तभी तोड़ा सा लूस करवाया है. और कोई सजेशन भी है तो वो भी बोल दो.
13-10-2017, 11:41 AM (This post was last modified: 13-10-2017, 11:47 AM by honey boy.)
मे: तो क्या हुआ, तुम कोई 40 45 साल की औरत तो हो नहीं जो ढीले ब्लाउस पहनोगी, तुम्हारे बूब्स भी ढीले नहीं है, एकद्ूम टाइट है, तो टाइट ब्लोसे ही अछा लगेगा.
आंशिका: आई नो, बट फिर भी यार टाइट है, . . . . . . . ..
मैं : तो तुम्हे उपर हाथ क्यूँ उठाना है? अछा एक काम कारू ब्रा उतरो और फिर ब्लाउस पहनो.
आंशिका: ओक, रूको ट्राइ करती हूँ.
मे: ओक.
5 मीं बाद
आंशिका: हाँ पहन लिया ब्लाउस विदाउट ब्रा.
मे: अब भी टाइट है?
आंशिका: थोड़ी कम हुई टाइटनेस.
मे:देन ऐसे ही जाना शादी मैं.
आंशिका: तुम पागल हो या, मेरे निपल्स सॉफ दिख रहे हैं, और अगर ग़लती से कुछ भी गीला गिर गया ना मेरे ब्लाउस पर तो पूरी ब्रेस्ट क्लियर दिखेगीं, ये ब्लाउस स्ट्रेच्ड है, कसे होने की वजह से.
मे: यार तुम पूरी इस वक़्त सेक्स गॉडेस लग रही होगी, आई एम् शुवर.
आंशिका: हहहे, साले कामदेव चुप रह.
मे: अछा अब एक काम और करो, पेंटी और पेटिकोट भी निकल दो और सिर्फ़ साडी पहने रहो.
आंशिका: बाद मैं ये मत बोल्*िओ की ऐसे ही जाना शादी मैं.
मैं : अरे पहले जो कहा है वो करो.
आंशिका; ओक वेट... करती हूँ..
थोड़ी देर बाद वो बोली,
आंशिका: ओये, यार नीचे ठंड लग रही है, लॉल, ऐसा लग रहा है कुछ भी नहीं पहना है. फीलिंग आई एम् नेक्ड ईवन आफ्टर वेरिंग दिस साडी
मे: यही तो फ्रीडम का मज़ा है डियर. तुम्हारे पल्लू से दोनो बूब्स कवर हो गये?
अंहिस्का: तुम्हे लगता है की हो गये होंगे?
मे: आई एम् शुवर की पूरे नहीं हुए होंगे कवर, कितने हुए हैं बताओ.
आंशिका: लेफ्ट वाली तो ऑलमोस्ट कवर हो गयी है, रायट वाली काफ़ी एक्सपोज़्ड है, बस दोनो के निपल्स ही कवर्ड हुए हैं ढंग से.
मे: यार तुम मुझे ये सब सुना सुना कर ही मार डालगी. रूको मैं लंड बाहर निकल लूँ.
आंशिका: बाबा, कितना खड़ा होता है वो
मे: कौन वो ?
आंशिका: तुम्हारा पेनिस और कौन.
मे: हिन्दी मैं बोलो.
आंशिका: चुप रहो, मैं नहीं बोलूँगी तुम बोल लो तुम्हे कोई मना नहीं है, पर मैं नहीं बोलूँगी, आई फील शाइ.
मे: अभी भी शरमाती हो मुझसे क्या यार, फील फ्री. अगर तुम मेरी वर्जिनिटी लेना चाहती हो तो डोंट फील शाइ. बोलो अब
हिन्दी मैं और सिर्फ़ हिन्दी मैं ही बोलना अब से.
अँहसिका: तुम ब्लॅकमेल अछा कर लेते हो, लो सुनो, तुम्हारा लंड हुमेशा खड़ा रहता है.
(ये सुनकर तो बस मज़ा ही आगेया)
मे: तुम्हारी चूत भी तो हमेशा गीली रहती है.
अँहसिका: अछा तुम्हे कैसे पता?
मे: आई केन स्मेल दी फ्रेग्रेन्स यहाँ से भी.
आंशिका: केसी लगी मेरी चूत की स्मेल
मे: बहुत अच्छी , सीम्स यु आर रेडी टू गेट फक्ड. नंगी हो जा जल्दी से और शीशे के सामने बैठ जा.
आंशिका: ओक
मे: बैठ गयी मिरर के सामने?
आंशिका: हाँ.
मे: किस पर बैठी हो?
आंशिका: चेयर पर.
मे: गुड, अब थोड़ी सी आगे हो जाओ और अपनी लेग्स थोड़ी स्प्रेड करके थोड़ी उठा लो अपने कंधों की तरफ जिससे तुम्हारी चूत सॉफ दिखे मिरर मैं.
आंशिका: क्या करवाना चाहते हो?
मे: तुम करो तो सही
आंशिका: हाँ कर लिया, अब बोलो
मे: अब अपना एक हाथ अपनी झांटो मैं फिराओ और बताओ कैसा लग रहा है.
आंशिका: म्*म्म्मम, मज़ा आ रहा है. मेरी चूत गीली हो गयी है पूरी अब.
मे: गुड, अपनी झाटों को हल्के हल्के खीँचों भी.
आंशिका: तुमने कभी सेक्स तो करा नहीं, फिर तुम ये सब कैसे करते हो?
मे: बस ये मेरे डिज़ाइर्स हैं जो तुम्हारी साथ पूरे करूँगा.
अंहिस्का: आई एम् शुवर तुम्हारे साथ सेक्स करके मुझे बहुत मज़ा आने वाला है, तुम फोन पर ही ये हालत कर देते हो.
मे: देखा हो गयी ना मेरी दीवानी, अछा अभी ये बातें छोड़ो अपनी झांतों को सहलाओ
आंशिका: कर रही हूँ जान बस तुम बोलते रहो, आह
मे: अपनी चूत की लाइन पर फिंगर को लाओ और अंदर मत डालना फिंगर.
आंशिका: आहह, जैसा तुम कहो, अब?
मे: अपनी फिंगर को चूत की लाइन पर उपर से नीचे घूमाओ, फिर अपनी पाँचों फिंगर्स को चूत के फेस पर रखो और उसे धीरे धीरे प्रेस करो.
आंशिका: आ, बहुत मज़ा आ रहा है, फर्स्ट टाइम फिंगरिंग मैं इतना माज़ा आ रहा है.
मे: करती रहो बस,
आंशिका: म्*म्म्मममम, सीईइ, आग लगी हुई चूत मैं, पता नहीं कब बुझ पाएगी, तुम्हारे लंड के भी ऐसे हाल होंगे.
मे: हाँ तड़प्ता रहता है वो भी, अछा अब अपने हाथ को चूत के फेस पर ही रहने दो और धीरे से अपनी रिंग फिंगर को छूट के अंदर डालो.
आंशिका: मिड्ल फिंगर नहीं?
मे: जो कहा है वो करो, कुछ पूछो मत वरना लंड बैठ जाएगा.
आंशिका: सॉरी सॉरी, कर रही हूँ अन्दर , मेरी पूरी चूत गीली है आज बुरी तरह, तुम्हारी वजह से.
मे: गुड, मैं तुम्हारी चूत को को कभी सूखने नहीं दूँगा. अब अपनी रिंग फिंगर को चूत के अंदर बाहर करते हुए अपने थंब को झाटों मैं फिराओ और वहाँ प्रेस करो आराम से.
आंशिका: विशाल, आई एम् कमिंग, तुम मुझे पागल कर रहे हो, इट्स बर्निंग डाउन देयर.. अहहह्ह्ह्हह्ह
मे: अपनी मिड्ल फिंगर भी अब चूत मैं डालो और धीरे धीर अंदर बाहर करो और फिर स्पीड से करना.
( आंशिका ने शायद फोन साइड मैं रख दिया था क्यूंकी उसकी आवाज़ अब कम आ रही थी)
आंशिका: आह, इट्स सो हॉट, अहहह्ह्ह्हह्ह अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ मम्म
मे: क्या हुआ झड़ गयी मेरी जान?
वो 5 मीं तक चुप रही.
आंशिका: (हाफ्ते हुए) मज़ा आ गया यार, कहाँ से सीखा तुमने ये सब.?
मे: बस कुछ मेरे दिमाग़ की उपज और कुछ ब्लू फिल्म्स से.
अँहसिका: तुम कमाल हो यार, इतना मज़ा कभी नहीं आया. थेंक यु सो मच. तुम झड़ गये क्या?
मे: हाँ मैं पहले ही झड़ गया था, जब तुम कपड़े ट्राइ कर रही थी.
.: ओक
मे: यार तुम्हारी चूत लेने का बहुत मन कर रहा है अभी, अभी मिल सकते हैं क्या हम?
आंशिका: नो यार, इट्स 10:30 नोट पासिबल, मैं ना ही बाहर जा सकती हूँ और ना ही तुम्हे यहाँ बुला सकती हूँ
मे: यार मेरी हालत खराब हो चुकी है तुम्हे सपनों मैं चोद चोद कर.