मे: हेलो, जानेमन क्या हाल चल है? कहाँ पर हो क्या कर रही हो?
आंशिका’स रिप्लाइ: हाय , गुड मोर्निंग , कहाँ हूँगी कॉलेज मैं हूँ, वो फेस्ट की प्रेपरेशन चल रही है, मैं तुम से बाद मैं बात करती हूँ, रियली बिज़ी, सॉरी, बाय .
मेरी हॉलिडेज़ थी और कुछ करने को भी नहीं था, मैं बोर हो रहा था, तभी मेरा मन करा की इस बारे मैं अपने किसी एक फ्रेंड को तो कम से कम बताना चाहिए. देन मैं अपने सबसे ट्रस्टवर्ती फ्रेंड के पास गया और मैने उसे बताना शुरू किया पर हाँ मेरा मन फिर भी पूरी बात बताने का नहीं था, कहीं वो किसी और को बता देता या फिर खुद ही कुछ करता, सो इसीलिए मैने उसे टूटी फूटी बातों मैं ही बताया …
मे: यार एक लड़की है, उससे बात कर रहा हूँ आजकल.
फ्रेंड: नेट पर?
मे: ना फोन पर.
फ्रेंड: अछा जी, क्या बात है.कहाँ से मिल गयी? कैसी है ?
मे: हे तो मस्त, आई मीन नेचर अछा है.
फ्रेंड: हाय , क्या नाम है?
मे: (मैने झूठ बोला) अनु नाम है
फ्रेंड: क्या करती है? कहाँ रहती है?
मे: वो यार देल्ही से बाहर की है, हरयाणा साइड की है, वो जॉब करती है एक कंपनी मैं.
फ्रेंड: फिर क्या फ़ायदा, यहाँ की होती तो उसे पटाकर दोनो चोदते .
(ठरकी साला , मैने तभी किसी को नहीं बताया था, क्यूंकी ये आग बड़ी तेज़ी से फैलती है और अभी तक तो मेरे हाथ भी गरम नहीं हुए थे तो औरों के कैसे होने देता)
मे: चल बे, चोदने वोदने का कोई प्लान नहीं है, वी आर जस्ट फ्रेंड्स, ऐसे ही बात हो जाती है.
फ्रेंड: नंबर दे उसका.
मे: हाँ उसकी गांड काटके तेरको ना दे दूं साले ठरकी , हमेशा लंड से ही सोचियो.. तेरे टाइप की नहीं है,
फ्रेंड: अरे तो कर दूँगा उसे मेरी टाइप की, हहेहेहेहहहीः
हम दोनों ऐसे बातें करके हंसते रहे, तभी उसने बताया की उसके किसी ब्रदर की शादी है कुछ दिनों मैं, मैने पूछा भाभी कैसी है? देखी है तूने?
फ्रेंड: हाँ यार मस्त है एकदम , कई बार मिल भी चूका हूँ.
मे: अछा जी, कैसे,
फ्रेंड: यार लव मॅरेज है, सो भेय्या मिलवा चुके हैं कई बार.
मे: सही है यार, कैसी है मस्त है भाभी?
फ्रेंड: साले ब्रेस्ट देखेगा तो पागल हो जाएगा.
मे : (सोचते हुए- अबे मैने पकड़ भी रखी है वो भी 32 डीडी) अछा जी, बड़ी होंगी.
फ्रेंड: अबे यार पूछ मत, वैसे ही भाभी डीप नेक के टॉप्स पहनेती है, यार रहा नहीं जाता, भेय्या के तो मज़े हैं यार
मे: तेरे भेय्या तो कई बार मज़े ले चुके होंगे.
फ्रेंड: कई बार? आब्बी हर दूसरे दिन चोदते थे,
मे: अछा जी, तुझे बेताके चोदते थे क्या?
फ्रेंड: अब्बे यही समझ ले, हर दूसरे दिन मिलने जाते थे, कॉंडम उनके पास वैसे ही रहते थे हमेशा और एक दो बार तो मेरे से भी मँगवाए थे.
मे: मस्त है यार, तेरे भेय्या की तो लाइफ सेट है.
फ्रेंड: यार उनकी तो लाइफ सेट है पर अप्नी तो हालत खराब हो जाती है भाभी के पास जाकर. कहीं जवानी मैं मुँह ना काला कर बैठून. हहेहहे
मे: हहेहेहहहीह. चल अगर मौका मिले तो मुझे भी याद कर लिओ.
फ्रेंड: साले अभी नंबर देते हुए तो तेरी गांड फट रही थी और मेर्को बोल रहा है शेयर करने को.
मे: अब्बे भोसड़ी के बोल तो ऐसे रहा है तू की तेरी भाभी तेरे बेड मैं लेटी हो नंगी इस वक़्त बस तेरा ही इंतेज़ार कर रही है आने का, साले तेरे भाई को पता चल गया ना, गांड तो मरेगा ही और तेरा लंड काट कर तेरे ही रूम की दीवार पर टाँग देगा निहारता रहियो अपने कटे हुए लंड को.
फ्रेंड: अब्बे यार एक बार मौका तो दे दे भाभी, बाद की कोई चिंता नहीं.
मे: सुन .. तू बस रंडियों को चोद , तेरे से वोही पट सकती है बस.
फ्रेंड: अब्बे यार क्या बोल दिया, अब तो जाना ही पड़ेगा एक दो दिन मैं.
मे: साले लंड सड़ जाएगा सड़ी हुई चूतों मैं डालकर,
फ्रेंड: अब्बे पागल है क्या, मैं कोई जी बी रोड थोड़ी ना जाता हूँ, मैं तो हाउसवाइव्स के पास जाता हूँ. लास्ट टाइम एक 16 साल की लड़की को चोदा था, मज़ा आ गया था यार, साली जो आवाज़ें निकल रही थी.
मे: (मेरी तो गांड ही जल गयी ये सुनकर) अछा जी.
फ्रेंड: तेर्को पता है मेरे फ्रेंड के साथ क्या हुआ?
मे: क्या हुआ?
फ्रेंड: अब्बे मेरा फ्रेंड ना एक रंडी को घर लेकर आया, उसके घर मैं उस दिन कोई नहीं था, रात को कर रहे होंगे, वो साली इतनी ज़ोर ज़ोर की आवाज़ें निकल रही जान भुजकर – “हाय बच्चेदानी मैं घुस गया, हाय कितना मोटा है, हाय और कितना छोड़ेगा ” उसके पड़ोस मैं पता चल गया की किसी की चुदाई हो रही है, अगले दिन उसका पड़ोसी पूछता है की रात को कौन आया था, मेरे दोस्त की तो गांड फट गयी वहीं पर, कहने लगा की कोई नहीं वो ब्लू फिल्म चल रही थी. हहेहेहेहेहेहेहेहहे
मे: हहेहेहहेहेहेहीहे.फिर कुछ कहा पड़ोसिओं ने उसके पेरेंट्स को?
फ्रेंड: ना, वो तो अछा थी की लड़के रहते हैं पड़ोस मैं, तो उन्होने कुछ नहीं कहा, अब साले ये दोनो पड़ोसी और मेरा फ्रेंड एक साथ चोदते हैं रंडियों को.
मे: हहेहेहेः, सही है, एक रंडी ने दो पड़ोसिओं को करीब ला दिया.हहेहेहहेहीः.
तभी आंशिका का मेसेज आया की आई विल कॉल यु अराउंड 1 पीयेम, इन लंच टाइम. उस समय 12:30 हो रहे थे, तो मैने अपने दोस्त के पास से खिसकना ही सही समझा और मैं वहाँ से चला गया और अपने गहर आ गया और एक बजे का इंतेज़ार करने लगा.
आंशिका: आई एम् ऑल्सो फाइन थॅंक्स. सो क्या चल रहा है मिस्टर.?
मे: कुछ नहीं, ऐसे ही अपने दोस्त से मिलने गया था, उससे थोड़ी बातें करी बस.
आंशिका: ओक, तुम्हारे किसी दोस्त को पता है की यु टॉक विद मी ?
मे: नहीं, किसी को नहीं पता.
आंशिका: क्यूँ?
मे: नोबडी विल अंडरस्टॅंड और रीलेशन ऑफ ट्रू फ्रेंड्स, वॉट यु थिंक सो? तुमने अपने किसी फ्रेंड को बताया?
आंशिका: नहीं, मैने भी नहीं बताया है एस सच, हाँ यहाँ कॉलेज मैं एक मेरी सीनियर टीचर है,काफ़ी अची बनती है उससे, उसे ऐसे ही बताया था की एक नया फ्रेंड बना है हु इस एज ऑफ माय स्टूडेंट.
मे: ओक, कुछ कह रही थी वो ?
आंशिका: कुछ नहीं, कह रही थी की एक छोटी सी लव स्टोरी है क्या?
मे: हहेहहे, देन क्या बोला तुमने.
आंशिका: क्या बोलती? मैंने बोल दिया नहीं बस ऐसे ही बस.
मे:ओक, कब बताया था?
आंशिका: परसों.
मे: ओक, सो लंच कर लिया?
आंशिका: हाँ कर लिया और तुमने?
मे: नहीं अभी करूँगा, सो अभी क्या हो रहा है कॉलेज मैं?
आंशिका: कुछ नहीं स्टूडेंट्स प्रॅक्टीस कर रहे हैं इवेंट्स की, और गर्ल्स सेक्सी ड्रेसस पहेंकर कॅट वॉक की प्रॅक्टीस कर रही हैं फॅशन शो के लिए.
मे: अछा जी , सही है
आंशिका:हाय , किसी के कान खड़े हो गये शायद.
मे: सिर्फ़ कान ही नहीं कुछ और भी खड़ा होता है.
आंशिका: चुप बदमाश, एक दम डफर हो तुम, कुछ भी बोलते हो.
मे: यार बस सच बोला.
आंशिका : तुम हमेशा ग़लत जगह ही ग़लत बात क्यूँ करते हो?
मे: तुम कभी सही जगह मिलती ही नहीं.
आंशिका: अरे बाबा, तुमसे तो बहस करना ही बेकार है,
मे: सो तो है, तो बताओ कब सही जाग होगी तुम जिससे सही बात कर सकूँ तब.
आंशिका: शाम को ही टाइम मिलेगा यार.
मे: ओक, मतलब शाम तक ना ही कान खड़े होंगे और ना ही ……..
आंशिका: हहेहेः, ऐसा ही समझो.
मे: अछा सुनो कल रात को मज़ा आ गया यार.
आंशिका: हाँ हाँ सही है मुझे परेशान करते रहो और मज़े लेते रहो.
मे: परेशान ? तुम्हे मज़ा नहीं आया? सच सच बताना.
आंशिका: हाँ आया तो बट स्टील यु नो.
मे: वॉट यु नो, किसी पड़ोसी ने कुछ देखा छत पर? किसी ने कुछ कहा ?
आंशिका: नहीं फिर भी.
मे: फिर भी क्या, मुझे तो बड़ा माज़ा आया.
आंशिका: घर बैठे बैठे ही मज़े ले लिए तुमने?
मे: ऐसे ही हैं हम, दूर से मज़े ले लेते हैं, जब साथ होगी तो और लेंगे.
आंशिका: पूरे हॉर्नी हो तुम.
मे: ( अंजान बनते हुए) अब ये हॉर्नी क्या होता है?
आंशिका: मुझे नहीं पता
मे: देन कहा क्यूँ? बताओ ना, क्या होता है?
आंशिका: नहीं पता, खुद पता लगा लो.
मे: मुझे तो कोई गाली लग रही आयी, यार हिन्दी मैं ही दे दो गाली.
आंशिका:आररीईईई, तुम पागल हो क्या? गाली क्यूँ दूँगी? हॉर्नी मीन्स होता है ठ ...ठ …ठरकी .
मे: ओह, तो ऐसे बोलो ना, अब क्या करूँ हूँ तो हूँ, और इसमें तुम्हारा भी फ़ायदा है, बोलो है की नहीं?
आंशिका: हहेहेहेहेहेहहे, य़ेस सर , अछा मैं फोन रखती हूँ, लंच टाइम ओवर, शाम को बात करती हूँ.
मे: ओक, एक बार प्रेस करो.
आंशिका: क्या?
मे: क्या करोगी?
आंशिका: तुम पागल हो गये हो, मैं कॉलेज मैं हूँ.
मे: तो क्या कॉलेज मैं प्रेस करना माना है?
.: अरे यार सॉरी फॉर नून, वो एक टीचर आ गई थी तो रख दिया था, सॉरी.
मे: हाँ, मुझे वैसे . पता क्या चलेगा की कोई आया था या नहीं?
आंशिका: इतना भी विश्वास नहीं है दोस्त पर?
मे:विश्वास है, इसीलिए अभी तक बात कर रहा हूँ, पर एक मेसेज भी हो सकता था न बाद मैं.
आंशिका: सॉरी आई वाज़ बिज़ी, और तुम भी ऐसी बात करते हो मेर्को भी गुस्सा आ गया था. हमेशा ग़लत जगह ही करते हो बात,
मे: हाँ ग़लत इंसान हूँ, तो ग़लत जगह ही करूँगा. तुम ही बता दिया करो ना की कौनसी सही जगह है वहीं करूँगा देन.
आंशिका: यार तुम तो बहुत जल्दी बुरा मान जाते हो, सही जगह अभी थोड़ी देर मैं होगी, अभी मैं खाना बना रही हूँ देन डिन्नर करके तुमसे फोन पर बात करूँगी, तब मैं अपने रूम मैं होंगी, तब कुछ भी बोलना ओक.
मे: ह्म, देखते हैं.
आंशिका: अब तो स्माइल पास कर दो, अछा एक किस करो जल्दी से, फिर स्माइल आएगी तुम्हे,
मे: मुआआह.
आंशिका: गुड बॉय, ऐसे ही रहा करो खुश. अछा चलो मैं तुम्हे थोड़ी देर मैं कॉल करती हूँ तुम भी तब तक डिन्नर कर लो, देन आज बात करेंगे आराम से काफ़ी देर तक, ओक.
मे: क्या इरादा है आज मेम ?
आंशिका: मेरा तो कोई ख़ास इरादा नहीं है, तुम्ही अपने इरादे बता देना, मेरे शैतान दोस्त.
मे: वो तो मैं हमेशा ही बताता रहता हूँ पर यु ऑल्वेज़ अट रॉंग प्लेस.
आंशिका: ह्म चलो आज राईट प्लेस पर हूँगी, सो बी रेडी विद युवर इरादे. लॉल
मे: ओक, टिल देन बाइ टेक केयर .
मेर्को तो जैसे लगा की वो कह रही हो की आज कॉंडम तय्यार रखना मैं चूत खोले रखूँगी और आ जाना घुसा जाना.
मेरा लंड फड़फदा रहा था बुरी तरह, उसके फोन रखते ही मूठ मारी एक बार, रहा ही नहीं जा रहा था. दिमाग़ मैं बार बार उसका नंगा शारीर घूम रहा था की – “हाए उसकी चुचियाँ ऐसी होगी, उसकी चूत ऐसी होगी, वो नंगी खड़ी ऐसी होगी, उस पोज़िशन मैं होगी, उसकी चूत चिकनी भी हो सकती है या बालों से भरी हुई भी, गांड तो उसकी चुचियों से भी बड़ी होगी, वो नंगी कैसी दिखती होगी”
बस यही सोच सोच कर मूठ मार लिया .
रात को 9 बजे उसका एक मेसेज आया – अभी करती हूँ 10मीं मैं कॉल ओक, फ्री रहना
बस उसका यही मेसेज पड़कर मेरे दिल की धड़कन और लंड की तड़प बढ़ गयी, मैं अपने रूम मैं गया, लाइट्स ऑफ करी, कंप्यूटर पर ब्लू फिल्म चलाई, और नंगा बैठ गया की कब उसकी काल आए, तो उससे बात करते करते मैं मूठ मार सकूँ. देन ठीक 10 मीं बाद उसकी कॉल आई…………………
मे: कॉलेज मैं दिन कैसा रहा?
आंशिका: सही था, ठक गयी बुरी तरह, स्टूडेंट्स के पीछे पीछे भाग कर.
मे: तुम भागी स्टूडेंट्स के पीछे, मुझे तो लगा स्टूडेंट्स तुम्हारे पीछे भागते होंगे.
आंशिका: नहीं जी हमें ही भागना पड़ता है, वो तो किसी और के पीछे भागते हैं
मे: टेस्ट सही नहीं है तुम्हारे स्टूडेंट्स का,
आंशिका: नहीं ऐसी बात नहीं है, उनका टेस्ट यंग है, सिर्फ़ अपने साथ की लड़कियाँ पसंद आती है उन्हे.
मे: वो तो पता है, बट तुम्हे कैसे छोड़ देते हैं वो .
आंशिका: अब मैं उनकी टीचर हूँ, फ्रेंड तो हूँ नहीं जो मेरे पीछे पड़े रहेंगे .
मे: अछा हुआ मैं तुम्हारा स्टूडेंट नहीं था, वरना हर वक़्त सिर्फ़ तुम्हे देखता ही रह जाता, लॉल
आंशिका: लॉल, योउ आर क्वाइट स्मार्ट मानना पड़ेगा.
मे: ओह, थॅंक यु , पर स्मार्ट किसलिए बोला?
आंशिका: वोही तुम्हारा नो. लेने का स्टाइल, एग्ज़ॅम रूम मैं क्वेस्चन पेपर, तुम्हे डर नहीं लगा था ? की मैं गुस्सा हो ., या कुछ और एक्शन ले लेती.
मे: हमने भी कच्ची गोलियाँ नहीं खेली है, तुम्हारा क्यूट सा फेस देख कर पता चल गया था की तुम औरों की तरह आटिट्यूड वाली नहीं हो, योउ अरे सच आ डार्लिंग.
आंशिका: थॅंक यु सो मच, सो स्वीट ऑफ योउ.
मे: युवर वेलकम, चलो ये तो हुई तुम्हारी तारीफ़, बट ये बताओ, तुमने तो कुछ क्यूँ नहीं कहा, आई मीन तुम शॉक तो हुई होंगी की मैने एक दमसे नो मांग लिया वो भी एग्ज़ॅमिनेशन हॉल मैं.
आंशिका: वेल तुम्हारी हरकतों से पता ही चल गया था की योउ अरे नॉटी, और तुम भी शकल से औरों के तरह नहीं दिखते सो मैने सोचा चलो रिस्क ले लेते हैं.
मे: मेरी कौनसी हरकत?
आंशिका: वो जो तुम्हारी आँखें मुझे घुरती रहती थी.
मे: तुम्हे तो मैने घूरा ही नहीं.
आंशिका: अछा जी, जैसे मेर्को पता ही नहीं.
मे: अरे सच मैं, मैं तो तुम्हारी 32ड्ड साइज़ को घूर रहा था, लॉल
आंशिका: हाँ तो बात तो वोही हुई ना, हे तो मेरा ही ना साइज़.
मे: तुम यार एग्ज़ॅम नहीं करने देती थी, और जब साइन करती थी शीट पर झुक कर मैं पागल हो जाता था और तुम्हारी स्माइल, कातिल यार.
आंशिका: आई नो, कुछ ज़्यादा ही तारीफ़ हो रही है अब. बस करो.
मे: नहीं सच मैं यार, योउ अरे सो सेक्सी.
आंशिका: मुझे तो लगा जो तुम्हारी साथ वाली सीट पर लड़की बैठ थी थी वो ज़्यादा सेक्सी लगती थी तुम्हे, जो शॉर्ट्स क्लोद्स पहनकर आती थी.
मे: नहीं यार, ये लड़कियाँ तो डाइयेटिंग करती है, शॉर्ट क्लोद्स पहेनटी है, मेकप करती है, आटिट्यूड दिखती है और बेकार के नखरे करती है, फिर भी उतनी सेक्सी नहीं लगती पर तुम तो लाजवाब हो.
आंशिका: मैं मोटी तुमको लाजवाब लगती हूँ?
मे: यार योउ अरे नोट मोटी, पहले भी बोला था
आंशिका: हाँ हाँ ई नो, वलप्चयस वूमन , युवर टाइप.
मे: या डियर. अभी क्या पहना है तुमने?
आंशिका: मे इन नाइट गाउन.
मे: क्यूँ पहना है?
आंशिका: हहहे, अरे तो पहनु नहीं?
मे: कब तक छुपाओगी अपने आप को?
आंशिका: (इतराते हुए) जब तक हो सके.
मे: तुम्हे पता है मैं कितना जिद्दी हूँ.
अँहसिका: वो तो है जी.
मे: ब्रा भी पहनी है अंदर?
आंशिका: नो, रात को नो अंडरगार्मेंट्स.
मे: गुड.
आंशिका: (हंसते हुए) वाइ गुड?
मे: ये अंदर का मामला है,हहहे
आंशिका: हहहे, नौटंकी हो तुम.
मे: चलो देन नौटंकी स्टार्ट करते हैं, और यार आज ज़्यादा भाव मत खाना.
आंशिका: मैं तुम्हे ऐसी लगती हूँ भाव खाने वाली? वो तो ग़लत जगह तुमने बोला था करने को इसीलिए मना करा था .
मे: जान, आई नो तुम भाव नहीं खाती, बट स्टिल... मतलब ज़्यादा शरमाने का नाटक मत करना ओक.
आंशिका: (हंसते हुए) ट्राइ करूँगी.
मे: मैं तुम्हे पास नहीं होने दूँगा इसमें.
आंशिका: देखते हैं.
मैने जानभुजकर कंप्यूटर पर चल रही बी ऍफ़ की वॉल्यूम थोड़ी सी बड़ा दी, जिससे उसको सुनाई दे जाए, और हुआ भी यही.
आंशिका: ये क्या आवाज़ है?
मे: अरे वो मूवी देख रहा था.
अँहसिका: अछा जी, ऐसा डाइलॉग पहले तो नहीं सुना किसी मूवी मैं.
मे: कोई नहीं अभी सुन लॉगी अपने आप.
आंशिका: तुम पॉर्न देख रहे हो ना?
मे: अब तुमसे क्या छिपाना, य़ेस ..आई एम् वाचिंग.
आंशिका: क्यूँ देख रहे हो? मेरे से बात नहीं करनी?
मे: करनी है.
आंशिका: तो बंद करो उसे.
मे: ओक बाबा, लो कर दी.
मैने आवाज वापस लो कर दी, जिससे उसे सुनाई ना दे, पर मोविए बंद नहीं करी, मेरा मोटो तो उसे सुनाना था जो पूरा हो गया.
मे: पर यार अनु, जो मेरे कान खड़े हुए हैं उनका क्या होगा अब?
(वो समझ गई मेरा मतलब लंड से था)
आंशिका: (शरामते हुए) पता नहीं, बाद मैं देखेंगे .
मे: ओक, ठीक है, अछा अपनी नाइटइ उपर से निकालो प्लीज़, अपनी ब्रेस्ट को फ्री कर दो.
आंशिका: तुम्हे मेरी ब्रेस्ट क्यूँ पसंद है इतनी?
मे: मुझे भी नहीं पता यार, बस खींचा चला आता हूँ उनकी तरफ, अभी तो मैने उनको विदाउट क्लोद्स देखा भी नही है, तब ये हाल है, जब देखूँगा पता नहीं मेरा क्या होगा. वैसे कब दिखा रही हो मुझे विदाउट क्लोद्स.
आंशिका: कुछ कह नहीं सकते अभी.
(अब मैने उससे बात करते हुए मूठ मारना शुरू कर दिया)
मे: अछा फिलहाल अभी अपनी नाइट उपर से उतरो, आई वांट टू फील युवर ब्रेस्ट
आंशिका: ओक, निकाल दी.
मैं उसकी आवाज़ सुनक्र और उससे ऐसी बातें करके पागल हो रहा था, पहले कभी किसी लड़की से मैने ऐसी बातें नहीं करी थी, मैं जल्दी ही झड़ने वाला था, जब मैं क्लाइमॅक्स पर था तो मैने उसे कह दिया एकद्ूम से –
मे: आंशिका, मैं तुम्हारे साथ सोना चाहता हूँ, तुम्हारे गुदगूदे शरीर से खेलना चाहता हूँ, तुम्हारी ब्रेस्ट को मुँह मैं भरकर चूसना चाहता हूँ, तुम्हारे लिप्स को काटना चाहता हूँ, तुम्हारी थाइस को चूसना चाहता हूँ, आई वांट टू डू सेक्स वित यु .
आंशिका: आई नो.
मे: वॉट यु से? यु ऑल्सो वॉंट?
आंशिका: हाँ, आई न्यू, की हम दोनो एकदुसरे से यही चाहते हैं, एंड आई डोंट हेव द प्रॉब्लम टू... आई ऑल्सो वॉंट टू शो यु हेवेन. यु आर पॅशनेट गाइ विशाल, आई वुड बी हैप्पी टू बी विद यु इन बेड.
( बस मैं झड़ गया, ये सुनते ही, और अपने मोन को रोक नहीं पाया)
मे: मैं तुमसे बात करते हुए, मास्टरबेट कर रहा था और जब तुमने ये बात बोली की यु ऑल्सो वांट तो स्लीप विद मी तो मेरे से कंट्रोल नहीं हुआ और मैं झड़ गया.
आंशिका: बट विशाल मैं अभी तक नहीं झड़ी हूँ.
11-10-2017, 02:06 PM (This post was last modified: 11-10-2017, 02:07 PM by honey boy.)
अपडेट ६
मे: मैं तुमसे बात करते हुए, मास्टरबेट कर रहा था और जब तुमने ये बात बोली की यु ऑल्सो वांट तो स्लीप विद मी तो मेरे से कंट्रोल नहीं हुआ और मैं झड़ गया.
आंशिका: बट विशाल मैं अभी तक नहीं झड़ी हूँ.
अब आगे....
(वाउ, ये सुनते ही मेरी आँखें खुल गयी, लंड फिर से तन गया, चलो अब ये मेरी हुई, इसे जब चाहे, जहाँ चाहे कुछ भी कर सकता हूँ अब से, आज से ये आंशिका मेरी हुई)
मे: ओह जान, मैं हेल्प करूँ?
आंशिका: तुम कैसे करोगे? तुम तो दूर हो.
मे: तुम्हारी वर्जिना पर हयर्स हैं?
अँहसिका: हाँ
मे: वाउ, आई लाइक पब्लिक हेयर्स , प्लीज़ काटना मत उन्हे, जब तक मैं उन्हे निहार ना लूँ, उन्हे प्यार ना करलूँ.
आंशिका: ठीक है, जैसा तुम बोलो
मे: आंशिका यु नो आई एम् वर्जिन?
आंशिका: लगता तो नहीं, बहुत क्लेवर हो तुम, आई एम् इंप्रेस्ड. पहले कभी किसी की साथ नहीं करा?
मे: नहीं यार नोथिंग , यु आर द वन. तुम जैसी दोस्त मिली नहीं पहले कभी जो मेरा इतना ध्यान रखती.
अँहसिका: चलो अब मैं मिल गयी हूँ, डॉन’त वोरी , आई विल टेक युवर वर्जिनिटी
मे: ओह गोड , आई कांट वेट नाउ
आंशिका: यार तुम्हारे मैं यही प्राब्लम है, बी पेशेंट.
मे: यार तुम क्या जानो, आई एम् वर्जिन. यु ऑल्सो वर्जिन ओर नोट?
आंशिका: सच बताऊँ या झूठ?
मे: आई नो की तुम सच ही बताओगी , तो बताओ सच.
आंशिका: आई एम् नोट वर्जिन.
(ये सुनकर मुझे थोड़ी सी निराशा हुई, बट चूत मिलने की खुशी मैं ये निराशा कुछ नहीं थी.)
मे: देन अब कहाँ है वो?
आंशिका: पता नहीं, हूमें बस 2 महीने ही हुए थे. ही हेड मी ओन हिस बर्थडे .
मे:ओक, कितनी बार कर चुकी हो उसके साथ?
आंशिका: सिर्फ़ एक बार.
(अब थोड़ी जान मैं जान आई चलो सिर्फ़ एक बार ही चुदी है, वो तो ना के बराबर ही है)
मे: सिर्फ़ एक ही बार, ऐसा क्यूँ?
आंशिका: वो उसी वीक अपनी सिटी नागपुर वापस चला गया. उसके बाद हुमारी बात नहीं हुई ज़्यादा.
मे: यु मिस हिम ?
आंशिका: नहीं, बिल्कुल नहीं.
मे: ओक, मतलब प्यार नहीं था तुम दोनो को.
आंशिका: मुझे था पर उसे नहीं था.
मे: उसने बोला था ये तुमको?
आंशिका: नहीं पर जब बर्थडे वाले दिन वो मेरे को बार बार फोर्स कर रहा था सेक्स करने के लिए तो सॉफ पता चल गया था उसकी बातों से उसे मैं नहीं मेरा शरीर चाहिए, उस दिन के बाद ना तो उसने ज़्यादा कॉंटॅक्ट करा और मैने तो करा ही नहीं.
मे: ओक. मैं एक बात पूछूँ बुरा तो नहीं मनोगी?
आंशिका: बिल्कुल नहीं मानूँगी, जो पूछना है पूछो.
मे: तुम फिर अब मेरे साथ करने को कैसे रेडी ओ गयी, जब तुम फर्स्ट टाइम हर्ट हो चुकी हो उस बंदे से?
आंशिका: असल में, तब आई वास नोट एक्सपेक्टिंग देट , और यु नो ई आम 27 नाउ, सो अब मन करता है यार, कॉलेज मैं जब बाकी टीचर्स जब अपनी सेक्स टेल्स सुनती है तो रहा नहीं जाता.
मे: ओक, और तुम मानती हो की, आई एम् वोर्थ फॉर यु .
आंशिका: येस 100%. आई रियली लायिक यु , यु आर माय बेस्ट फ्रेंड . और गाइस की तरह नहीं, जिन्हें ना तो बात करने की तमीज़ ना ही कुछ मैनर्स .आई रियली लायिक यु .
मे: थॅंक यु सो मच , फॉर दिस गिफ्ट.
आंशिका: दिस गिफ्ट इस ऑल युवर्ज़ डियर.
मे: हाय , मुझे ये गिफ्ट कब मिल सकता है?
अँहसिका: यार वी हॅव तो वेट फॉर राईट टाइम एंड राईट प्लेस टू, मैं नहीं चाहती की किसी तीसरे को पता चले. तुमने किसी को बताया तो नहीं इस बारे मैं?
मे: अरे नही यार, नहीं बातया किसी को.
आंशिका: गुड, मैने भी नहीं बताया.
मे: अछा अब कुछ वेट हुई वेजाइना?
(मैं अभी भी उससे हिन्दी मैं चूत , लंड बोलने मैं हिचकिचा रहा था सो मैंसे सोचा की अभी अँग्रेज़ी से ही काम चालते हैं)
आंशिका: या, विशाल आई वांट टू कम, प्लीज़ हेल्प मी .
मे: ओक, मैं तुम्हे फोन पर ही प्यार करूँ?
आंशिका: हाँ प्लीज़ करो.
(मैं भी साथ साथ मूठ मरने लग गया और उसे फोन पर प्यार करने लग गया)
मे: ओह आंशिका, तुम्हारे लिप्स कितने सॉफ्ट हैं, मैं इन्हे चूसना चाहत हूँ, गिव देम टू मी , तुम्हारे मोटे मोटे गाल, यउम टेस्टी, तुम्हारी नेक अहह, पूछ पूछ पूछ, आंशिका तुम्हारे मोटे मोटे बूब्स जितना भी ज़ोर से दबाऊ उतना ही कम है, कितने सॉफ्ट हैं, तुम्हारे निपल्स सो हार्ड स्टिफ, तुम्हारे निपल्स का कलर क्या है?
अँहसिका: ब्लेक कलर है, तुम्हे पसंद है?
मे: मुझे तुम्हारी हर चीज़ पसंद है.
अंहिस्का: देन इन्हे चूसो विशाल, किसी ने इन्हे प्यार नहीं दिया, तुम दो इन्हे प्यार, मेक मी फील लाईक वूमन . आह्ह्ह्ह विशाल करते रहो, आई एम् अबौट टू कम.
मे: हाँ जान कर रहा हूँ., तुम्हारे निपल्स को मुँह मैं भर कर चूस रहा हूँ, उन्हे काट रहा हूँ
आंशिका: आह्ह्ह्हहह्ह्ह्ह विशाल, कॅरी ओंन प्लीज़
मे: मेरा लंड तना हुआ है आंशिका, इसे भी प्यार करो.
( मुझे लगा की कहीं हू कुछ बोले ना लंड शब सुनकर पर वो कुछ बोली नहीं)
आंशिका: हाँ, विशाल, आई वांट टू फील इट इनसाइड मी , कितना बड़ा है ये विशाल?
मे: कभी मेसर नहीं करा, बट एतलीस्त 7.5 या 8 होगा.
आंशिका: मुझे वो दोगे ना विशाल?
मे: हाँ अंशिका , ये तुम्हारा ही है, कहो तो तुम्हारा नाम भी लिख दूं इस पर
आंशिका: आहह, ऊऊओ माआअ, सीईईईईईईईईई, आआआआआअह्ह्ह
थोड़ी देर तक वो गहरी साँसे लेती रही और फिर बोली..
ओह विशाल थेंक यु सो मच,इतना मज़ा फिंगरिंग मैं कभी नहीं आया.
मे: रोज़ करती हो?
आंशिका: नहीं कभी कभी, पर जब से तुम्हे मिली हूँ और जो तुम हरकते करते हो, तो रहा नहीं जाता, तो आज कल तो कंटिन्यू है. और तुम?
मे: मैं रोज़ करता हूँ मास्टरबेशन, तुम्हारे बारे में सोचकर फ्रॉम द वेरी फर्स्ट दे.
आंशिका: क्या सोचते हो?
मे: यही की तुम मुझे प्यार कर रही हो, हूमें रोकने टोकने वाला कोई नहीं है, मैं हर वक़्त हर सेकंड तुमसे ही लिपटा रहता हूँ
आंशिका: मैं तुम्हे इतनी अच्छी लगती हूँ?
मे: तुम्हे नहीं पता कितनी अच्छी लगती हो तुम,
आंशिका: ओह विशाल, गिव मी किस जान, मैं तुम्हे निराश नहीं करूँगी आई प्रॉमिस.
मे: मैं भी तुम्हे हैप्पी रखूँगा, विल मेक यु फील लाईक वूमेन .
आंशिका: थॅंक्स माय डियर फ्रेंड.
मे: हे , दोस्ती मैं कोई थॅंक्स नहीं ओक.
आंशिका: ओक और कोई सॉरी भी नहीं ओक.
मे: ओक. यार अन्नू, मुझे तुमसे मिलना है, अब रुका नहीं जा रहा, प्लीज़ मेक एनी प्लान सून, ई वॉंट तो हॅव यु बॅड्ली.
आंशिका: जितना मन तुम्हारा है उतना ही मेरा भी है, बट वी हेव टू वेट.
मे: कितना वेट यार? मैं तो मर ही जाऊंगा .
आंशिका: मैं नहीं मरने दूँगी, तुम इन 32ड्ड को फील करे बिना नहीं मर सकते
मे: हाँ आई नो, इस वीक पासिबल है?
आंशिका: इस वीक पासिबल नहीं है, योउ नो कॉलेज फेस्ट और मेरी एक फ्रेंड की मॅरेज भी है सो एक रात वहाँ भी वेस्ट होगी उस दिन तो बात भी नहीं कर पाएँगे.
मे: क्या यार, ऐसी बातें मत बोलो.
आंशिका: सॉरी जान, बट क्या करूँ
मे: अछा मॅरेज पर किसके साथ जाओगी?
आंशिका: अकेले ही जाउंगी , फ्रेंड की मॅरेज है ना इसीलिए.
मे: अछा, देन इट्स गुड, डेट और जगह बताओ मैं वहाँ आ जाऊंगा .
आंशिका: नो नो प्लीज़, वहाँ मत आना. कोई देख लेगा.
मे: अरे बाब, सबके सामने नहीं आऊंगा , जब तुम वापिस आ रही होगी तब आ जाऊंगा और वैसे भी रात को तुम्हे कनवेंस नहीं मिलेगा और किसी और ने तुम्हारा फ़ायदा उठा लिया तो, सो मैं आ जाऊंगा .
आंशिका: बड़ा दिमाग़ चल रहा है, क्या बात है.
मे: क्या करूँ, कंट्रोल नहीं होता.
आंशिका: अछा सुनो जान इट्स 11 पीयेम नाउ, मेर्को कल कॉलेज भी जाना है. मैं अब सो जाऊं ?
मे: हाँ सो जाओ, नो प्राब्लम. पर पहले अपनी ब्रेस्ट को किस करो मेरी तरफ से.
आंशिका: ओक, पूच्चsssssss. अब?
मे: अब दोनो निपल्स को किस करो.
आंशिका: ओक, पूच्च पूच्च . अब?
मे: अपनी चूत मैं एक फिंगर डालो और फिर मुझे दो टेस्ट करने के लिए.
आंशिका: तुम्हे कैसे दूं, तुम तो दूर हो, मैं खुद ही टेस्ट करके बता देती हूँ अभी. ओक. आअहह, हां , पूरी गीली है अभी अभी, पूच्च पूच्च पुच्च्च , सर्प सर्प ... कर ली लीक पूरी फिंगर. अब?
मे: अब मुझे किस करो, ज़ोर से.
आंशिका: मुआहहsssssssssss.
मे: मुआहह जान. जाओ अब सो जाओ.
आंशिका: ऐसे कैसे, तुम भी पहले अपनी कॉक को किस करो मेरी तरफ से.
मे: या शुवर, मुआः, कर दी.
आंशिका: गुड. गुड नाइट जान. और अपना और उसका ख़याल रखना.
मे: हाँ, तुम रखोगी हम दोनो का ख़याल.
आंशिका: गुड नाइट. टेक केयर . स्वीट ड्रीम्स.
मे: यु टू जान.
(फोन कट)
इस बात चीत के दौरान मैं दो बार मूठ मार चूका था और ऐसा मज़ा आजतक नहीं आया था,और लंड अभी भी तना था, ये है जादू मेरी अंशिका का मेरे उपर और मेरे लंड के उपर. अब तो बस उसे मिलकर चोदने की देरी थी, अब मेरा रास्ता क्लियर था.