21-02-2018, 08:25 PM (This post was last modified: 02-04-2018, 12:35 AM by rajbr1981.)
दोस्तों अपने अब तक पढ़ा की कैसे भाभी ने पकडे जाने के डर से मेरे साथ चुदाई करने के लिए मना कर दिया इस वजसे में भाभी की याद में रोज मुठ मरता था।
भाभी के मना करने के बाद कई बार हम दोनों दिन भर अकेले रहते थे पर मुझे डर था की अगर में भाभी के साथ कुछ करने की कोसिस की और भाभी गुसा हो गई तो इस वजसे मेरी मेरी हिमत नहीं हो रही थी उसके पास जाने की ।
ऐसे ही एक महीना निकल गया और इन दिनों मुझे सिर्फ भाभी के नाम के मुठ मार के ही अपने लंड को शांत करना पड़ता था। पर मेरा नसीब मेरा साथ दे रहा था इस वजसे मुझे फिर भाभी की चुदाई करने का मौका मिल ही गया।
उस दिन बाकि दिनों की तरह ही में सुबह का नास्ता कर के अपने कोलाज क लिए निकल गया। कोलाज के बाद क्लास ख़तम कर के करीबन ७ बजे घर आ रहा था। उस समय बारिस भी हो रही थी इस वजा से घर पोछते हुवे पूरा भीग गया था।
घर आ कर दरवाजे की बेल्ल बजा ने पर भाभी ने दरवाजा खोला। मुझे भीगा देख कर भाभी ने मुझे बहार ही रहने को कहा और अंदर से मेरे लिए टॉवेल ले कर आयी।
में अपने बदन को टॉवल से पोछते हुवे अंदर आया और अपना शर्ट निकल ने लगा। आज भी ऐसा ही मौसम था और भाभी और में कमरे में अकेले थे पर इस बार दर रहा था की भाभी की और गया तो भाभी गुसा हो जाये गई इस वजसे अपने आपको पोछते हुवे अपनी कमरे में चला गया।
कमरे में आने के बाद मेने अपने दूसरे कपडे पहने और अपने बेग मेसे गीली हुवी बुक निकल कर सुकाने के लिए रेख दी। ये बस काम करके करीबन १ घंटे बाद में अपने रूम में से निकल कर हॉल में आया।
हॉल में पहले से भाभी बेथ कर टीवी देख रही थी। मुझे आते हुवे देख कर बोली की चलो अब खाना खा लेते है। तो मेने भी कहा की भैया को आजा ने दो फिर सब साथ मिल कर कहते है।
तब भाभी ने बताया की ऑफिस के काम से उनको दो दिनों के लिए बहार जाना हुवा हे।
ये सब बताते हुवे वो किचन में जा कर खाना ले आयी और फिर हम दोनों ने खाना सुरु किया। खाना खाने के दौरान हमारे बिच कोय बात नहीं हुवी और फिर खाना ख़तम कर के में पानी पिने गया उस दौरान सब बर्तन ले कर भाभी किचन में साफ करने चली गई।
में अपने रूम में जा कर सोच ने लगा की अब तो भाई भी आज नहीं आने वाला रात को तो कुयना भाभी को मनाया जाये चुदाई के लिए। ऐसा सोच कर में किचन की और गया तो मुझे भाभी नहीं दिखी और फिर उसके रूम की और गया तो देखा की रूम अंदर से लॉक था।
मेने सोचा की अगर में डायरेक्ट चुदाई करने की कोसीस करुगा तो सायद मना करदे पहले की तरह। इस वजसे में अपने रूम में जा कर सोच ने लगा की ऐसा क्या करू की भाभी खुद मुझे आवाज दे।
थोड़ी देर सोच ने के बाद मुझे याद आया की भाभी जभी रात को अकेली होती तब वो लाइट चालू कर के ही सोती है। इसी बात का मेने फायदा लेने का सोचा।
में फिर हॉल में जा कर लाइट की मैन स्विच बन करदी और अपने रूम की और चला गया और फिर मुझे भाभी के रूम का दवाजा खुलने की आवाज आने पर में भी हॉल में जाने लगा।
अँधेरा होने के वजसे मेने अपने मोबाइल की लाइट चालू कर के हॉल की और जाने लगा। में हॉल में पहुँच उस वक्त भाभी भी हॉल में आ गई थी।
मेने भाभी की और अपने मोबाइल की लाइट की तो मेने देखा की भाभी उस समय सिर्फ अपनी लाल कलर की नाईटी में थी। कई दिनों बाद मेने भाभी को ऐसे सेक्सी कपड़ो में देखा था।
में अपने आप को काबू में करते हुवे भाभी के साथ बाते करने लगा की लाइट कुयु गई है। फिर मेने भाभी को कहा की बहार देख कर आता हु। ऐसा बोल कर में बहार एक राउंड मारकर आया और फिर भाभी को कहा की बारिस की वजसे मैन पावर सप्लाय में प्रोलेम आयी है। इस लिए सायद सुबह तक लाइट आनेकी कोय उम्मीद नहीं लग रही है।
मेरे हाथ में मोबाइल की लाइट होने की वजसे भाभी ने मुझे अपने साथ कीचे में आने को कहा और फिर किचेन में से कुछ मोब बतिया ले कर हम दोनों भाभी के कमरे में गये।
भाभी अपने कमरे में जाते ही मोमबत्ती जला कर कमरे में रख रही थी और में अपनी मोबाइल की लाइट ले कर भाभी के पीछे पीछे चल रहा था।
में अब भाभी की दुरी बरदास नहीं कर पारहा था तो में भाभी की और नजदीक आ गया। मेने फिर भाभी को पीछे से अपनी बहो में पकड़ लिया।
मुझे उम्मीद थी की मेरी इस हरकत के बाद भाभी अपने आप को मेरी बहो में से छुड़ाने की कोसिस करेगी। पर मेने जिस सीज की उम्मीद नहीं की वो हो गई।
मेने जब भाभी को पीछे से पकड़ा तो भाभी ने कोय हरकत नहीं की जहा पर खड़ी थी वह ही चुप चाप खड़ी रही।
भाभी के विरोध ना करने की वजसे मुजमे अब हिम्मत आ गई और मेने भाभी को गर्दन पर किस करना सुरु कर दिया।
भाभी के मुँह में से मेरा नाम बड़ी मादक आवाज में आने लगा और फिर मेरे हाथ की जो भाभी के पेट पर थे। वो हाथ भाभी ने अपने हाथ में ले कर अपने बूब्स पर रख दिया।
भाभी की इस हरकत से अब मुझे पूरा भरोसा हो गया की आज भाभी चुदाई का पूरा मज़ा लेना चाहती है। और मेने भी अब भाभी के दोनों बूब्स को अपने हाथ में ले कर मसल ने लगा।
कई दिनों बाद भाभी के बूब्स को हाथ में लेने का मौका मिला था तो जार जोर से दबा रहा था इस बिच भाभी के मुँह में से दर्द की आज आने लगी और बोली की थोड़ा धिरे करो दर्द हो रहा है।
मेने अब एक हाथ से बूब्स को दबा रहा था और एक हाथ को निचे लेजा कर लोअर में अपना हाथ दाल कर भाभी की गर्म छूट को मसल ने लगा।
थोड़ी देर भाभी के बूब्स और छूट के साथ कहने के बाद भाभी ने बेड पर जाने की बात की तो मेने भाभी को अपने बहो में से छोड़ दिया और भाभी बेड की और जाने लगी। इस बिच भाभी अपनी नाईटी को भी निकल रही थी और बेड तक पोछते हुवे नगी हो गई।
भाभी को इतने दिन बाद नगी देख कर मुज में एक अलग ही जोस आ गया। मेने पहले वह पर पड़ी एक मोमबत्ती ले ली और फिर अपने कपड़ो को उतर ते हुवे में भी बेड पर गया।
में बेड पर भाभी के पास बैठा और मोमबत्ती बाजु में रख दी और भाभी को अपने बहो में भर कर उसके कोमल होठो को चूमते हुवे उसके बूब्स को पाने हाथो में ले कर खेलने लगा।
भाभी को भी आज की डर नहीं था की की आज रत कोय आने वाला नहीं था इस वजसे वो भी पुरे जोस में मुझे चुम रही थी। और अपने होतो से मेरे लंड को सहेला रही थी।
मेरे होठो को किस करते हुवे वो धिरे धिरे निचे आने लगी और मेरे गर्दन पर किस करने लगी और फिर छाती को किस करने हुवे निचे आने लगी।
अब धिरे धिरे वो मेरे लंड के पास पोच गयी और मेरे लंड को अपने होठो से किस करते हुवे अपनी जुबान से मेरे लंड के साथ खेलने लगी।
एक महीने बाद मेरे लंड को भाभी का प्यार मिल रहा था इस लिए मेरा लंड भी आज की जयादा ही तना हुवा था।
अब भाभी मेरे लंड को अपने मुहमे लेते हुवे मेरे लंड को अपने मुँह में अंदर बहार करने लगी। में भी भाभी के सर को अपने लंड को और दबा कर मज़े ले रहा था और कुछ समय बाद मेरे लंड ने अपना पूरा पानी भाभी के मुँह में निकल दिया और भाभी मेरे लंड का पूरा पानी पीलिया।
मेने अब भाभी के सेहरे को देखा तो वो मेरे लंड के पानी से बहार गया था। मेने पास में से कपडा ले कर उसके मुँह को साफ कर दिया और हम दोनों कुछ देर एक दूसरे को किस करने लगे।
अब भाभी की चुत को मज़ा देने की बार मेरी थी। मेने पहले भाभी को बेड पर लिटा दिया और फिर कुछ समय भाभी के बूब्स के साथ खेलने लगा और फिर धिरे धिरे निचे आ कर भाभी की चुत को अपनी ऊँगली से सहला ने लगा।
अब पास में पड़ी मोमबत्ती को भाभी की चुत पर घुमाते हुवे भाभी की चुत में मोमबत्ती दाल कर अंदर बहार करने लगा।
ये पहली बार भाभी की चुत में लंड के आलावा कुछ और चीज गई थी। मोमबत्ती मोती होने की वजसे भाभी को बड़ा मज़ा आ रहा था और साथ ही में अपनी उंगलियों से चुत को रगड़ रहा था ।
थोड़ी देर भाभी को ऐसा मज़ा देने के बाद मेने उसकी चुत को अपनी जुबान से चाटना सुरु किया और बिच बिच में चुत को काट भी लेता था मेरी इन हरकतों से भाभी के मुँह से कभी चीख तो कभी हसी निकल जाती थी।
अब भाभी ने भी अपनी चुत का पानी मेरे ऊपर निकल कर मेरे पुरे मुँह को भर दिया। और फिर मेरे मुँह को भाभी साफ कर के मेरे गलो पर और होठो को चूमने लगी।
अब मेरा लंड भाभी की चुत की चुदाई के लिए त्यार था तो मेने भाभी को लिटा के में भाभी के ऊपर आगया।और फिर भाभी की चुत पर अपने लंड को रगड़ने लगा। उस वक्त भाभी मादक आवजे निकल कर मज़े ले रही थी ।
फिर धिरे से मेने अपना लंड चुत में डाल कर चुदाई की सुरुवात की। थोड़ी देर नॉर्मल चुदाई कर के मेने भाभी को बेड पर घोड़ी बना दी और फिर खड़े हो कर भाभी की चुत की चुदाई फिर से चालू कर दी ।
चुदाई के दौरान मेने भाभी की गांड में मोमबत्ती डाल कर भाभी की चुत के साथ गांड की चुदाई भी चालू कर दी। मेरी ये हरकत भाभी को बहुत पसंद आयी।
अब तक भाभी ने एक साथ अपनी चुत और गांड की चुदाई एक साथ नहीं की थी और आज में उसे दोनों मज़ा एक साथ दे रहा था। गांड में तेज़ी से मोमबत्ती डालने के बजसे भाभी के मुहमे से चीखे निकल ने लगी पर में रुकने का नाम ही नहीं ले रहा था और भाभी की जम कर चुदाई करने लगा।
अब चुदाई के दौरान मेरा लंड अपना पानी निकल ने वाला था तो मेने अपने लंड को को चुत में से निकल कर भाभी की गांड में डाल किया और फिर अपना पूरा पानी भाभी की गांड में डाल दिया।
फिर भाभी ने मारा लंड साफ कर दिया और हम दोनों एक दूसरे की बहो में आ गए। हमने कुछ देर बाते की तभी मुझे पता चला की भाभी भी उस दिन के बाद मेरे लंड से चुदाई के लिए तरस रही थी।
आज इस लिए ही वो मेरे सामने सेक्सी नाईटी में आयी ताकि में उसकी चुदाई कर सकू। और फिर ये बताया की अगर आज में नहीं चुदाई के लिए आता तो कल वो खुद किसी बहाने से चुदाई करवा लेती मुझसे।
ये सुन कर में बहुत खुश हुवा की अब मुझे भाभी की चुदाई आसानीसे मिलती रहेगी। पर भाभी ने ये भी बताया की हर वैट चुदाई मुंकिन नहीं है इस लिए कभी कबर ही चुदाई का मौका मिल पायेगा।
मेने भी भाभी की ये बात मानते हुवे भाभी को फिर से किस करते हुवे बूब्स को दबाने लगा। भाभी भी मेरे लंड को अपने हाथ में लेते हुवे मेरे लंड को फिर से चुदाई के लिए त्यार करने लगी और थोड़ी देर में मेरा लंड फिरसे भाभी की चुदाई के लिए त्यार हो गई ।
अब मेने भाभी को अपने ऊपर ले लिया और भाभी ने मेरे लंड को अपनी चुत में डाल कर ऊपर निचे उछाल ने लगी। चुदाई की आवज पुरे रूम में आने लगी थी। भाभी बड़ी तेजी से अपने आप को ऊपर निचे करते हुवे चुदाई का मज़ा ले रही थी ।
इस तरह चुदाई के बाद मेने भाभी को बेड पर लिटा कर उसके दोनों पेरो को अपने काढ़ो पर पे लिया और फिर चुदाई जारी की। इस बार जोर जोर से लंड को अंदर डाल कर मज़ा देरहा था।
इस तहा एक और बार मेरा लंड पानी निकल ने के लिए त्यार था। और मेने अपने लंड का पानी भाभी की चुत क पर डाल दिया। मेरी इस चुदाई से भाभी बड़ी खुश हुवी थी।
फिर हम दोनों ने अपने आप को साफ किया और फिर लगे होकर ही बेड पर सो गये एक दूसरे की बहो में।
सुबह फिर में उठा तो देखा की अब तक भाभी मेरे पास ही सोई हिवि थी। भाभी के लगे बदन को देख कर मेरा फिर भाभी की चुदाई करने का मन हुवा। तो में अपने हाथो से भाभी के लगे बदन को सेहला रहा था उस वक् भाभी की नींद खुल गई।
भाभी ने मुझे देख कर प्यारी सी स्माइल दी और फिर घडी की और देख कर बोली की कॉलज के लिए देर हो जाएगी जल्दी त्यार होने जावो।
मेने भाभी को चुदाई करने के लिए कहा तो भाभी बोली की अब रात को ही चुदाई का मौका मिलेगा अभी नहीं और वो बेड से निकल कर बाथरूम में फ्रेश होने के लिए निकल गई।
तो दोस्तों ऐसे मुझे फिर मौका मिलगया मेरी नाराज भाभी की चुदाई करने का। अब मेरे भैया तो दो दिन के लिए गये थे जिस में से मेने एक दिन तो भाभी के साथ बहुत मज़ा किया और एक और रात में और भाभी अकेले रहने वाले थे।
तो ये दूसरी रात में मेने कैसे भाभी की एक नयी तरीके से चुदाई की वो जाने के लिए थोड़ा वेट करे।
तब तक के लिए इस कहानी आपको किसी लगी ये बताना मत भूलना