25-11-2014, 01:55 AM
समीना को पहली बार मर्द के सामने अपना नंगा सीना दिखाने और निप्पल को मर्द से मसलवाने में मज़ा आने लगा था। वो विक्की को रोके बिना बोली, “तो क्या करूँ मैं? उनको सामने से जवाब दूँ? और दूँ भी तो क्या जवाब दूँ? कि मेरी ब्रा का साइज़ ३२ है और ब्रा के कप “बी” के हैं? प्लीज़ आप मेरे जिस्म को मत छूना, मुझे गुदगुदी होती है। और वो मेरे सीने का दाना ऐसे क्यों मसल रहे हो आप? आपने बताया नहीं कि अम्मी को लोग और कैसे-कैसे छेड़ते हैं?”
समीना के हाथ हटा कर उसका सीना पूरा नंगा देख कर विक्की झुक कर बारी-बारी उसके निप्पल खूब अच्छे से चूसते हुए बोला, “अरे वाह, यह अच्छा किया जो तूने कम से कम मुझे तो अपनी ब्रा और कप का साइज़ बता दिया समीना इसे जवानी का खेल बोलते हैं, हम जैसे मर्द तेरी जैसी गरम सैक्सी मस्त लड़की के साथ यह खेल खेल कर सिखाते हैं। बोल कि जब मैं तेरा यह सीने का दाना मतलब निप्पल किस करता हूँ तो अच्छा लगता है ना तुझे? तेरी अम्मी के साथ खेल कर मैंने इस खेल की बहुत प्रैक्टिस की है... तेरी अम्मी तो इस खेल में माहिर है । तेरी अम्मी की बात थोड़े वक्त के बाद बताऊँगा, पहले यह बोल कि कितने लड़कों ने तेरा यह जिस्म छुआ है रानी?”
पहली बार मर्द से निप्पल चुसवाने से समीना बड़ी गरम हो गयी। वो हल्की सिसकरियाँ भरते हुए बोली, “हाँ बड़ा अच्छा लगता है जब आप निप्पल चूसते हो तो...! प्लीज़ पूरा लो ना और पूरा, मेरी पूरी चूचियाँ चाटो ना। आज आप मुझे जवानी का पूरा खेल सिखा देना जैसे मेरी अम्मी को सिखाया है। मेरी चूंची चूसते हुए बता दो कि आपने अम्मी को यह खेल कैसे सिखाया। मुझे उन लड़कों में से कोई भी पसंद नहीं, वैसे उन लड़कों के साथ यह करने का मन कैसे हो? उन गुंडे मवालियों से क्या मुँह लगना? हाँ भीड़ का फायदा ले कर लड़के कभी-कभी मेरा जिस्म सहलाते हैं, मेरा सीना और पिछवाड़ा दबाते हैं और पिछवाड़े पे रगड़ते हैं... बस उतना ही लड़कों से ताल्लुक हुआ है और कुछ नहीं।”
उसकी पूरी चूचियाँ चाट कर और निप्पल चूसते हुए विक्की अब समीना के ऊपर बैठ गया। उसका लंड समीना की चूत पे था और समीना के निप्पल से खेलते हुए वो झूठी कहानी बताने लगा, “ओके समीना... अब सुन... तेरी अम्मी से ये खेल मैंने कैसे सीखा। कुछ साल पहले तेरी अम्मी अपने मायके आयी हुई थी। तब मेरी उम्र उन्नीस-बीस साल थी। जब वो रास्ते से गुजरती थी तो मैं और मेरे दोस्त उसे छेड़ते थे। तेरी अम्मी कभी नाराज़ नहीं होती थी और मुस्कुरा कर निकल जाती थी इसलिये हमारी हिम्मत बढ़ गयी थी। हम उसे देख कर गंदी-गंदी बातें बोलते और इशारे करते। फिर एक दिन ऐसे ही हम चार दोस्त उसे छेड़ रहे थे तो वो हमारे पास आकर खड़ी हो गयी। उसके चेहरे पर गुस्सा था इसलिये हम डर गये। वैसे भी वो उम्र में हमसे काफी बड़ी थी। तेरी अम्मी हमें डाँटते हुए बोली कि “सालों तुम्हें सिर्फ छेड़ना ही आता या हकीकत में भी कुछ करने की औकात है तुम्हारी!...तुम्हारे लौड़ों में दम है तो करके बताओ नहीं तो दफा हो जाओ मादरचोदों!” फिर वो हमें अपने साथ ले गयी और हमारे लौड़े चूसे और हमने भी उसे खूब मसला। अगले २-३ हफ्तों में तेरी अम्मी मौका देख कर हमें रोज़ बुलाती और हम चारों के साथ मज़े करती। पर आज तुझे लंड खिला कर तेरी चूत में घुसा के तुझे जवानी का पूरा खेल सिखाऊँगा।”
विक्की द्वारा अपनी अम्मी के बारे में बतायी बात सुन कर समीना जल्दी से वो फटी बनियान अपने जिस्म पे ओढ़ कर फटी आँखों से विक्की को देखने लगी। उसकी अम्मी ने जिस हिसाब से विक्की और उसके दोस्तों से खुद को मसल्वाया था वो सुन कर उसकी चूत और गीली हो गयी। बनियान को अपने सीने पर लपेटते हुए वो बोली, “क्या बात करते हो? अम्मी तो इतनी शरीफ हैं और और वो ऐसे कैसे कर सकती हैं? मेरी अम्मी किसी के साथ, शी... इतने गंदे ज़लील काम कैसे कर सकती हैं …।”
समीना के हाथ से फटी बनियान खींच कर उसे दूर फेंक कर अब समीना के नंगे मम्मे मसलते हुए विक्की बोला, “इसमें कैसी गंदगि समीना? तेरी माँ अम्मी आईटम थी तब भी और अब भी है, साली अब भी देख कैसे मेंटेंड रखा है उसने अपना जिस्म। एक बात है समीना तेरी अम्मी जैसे लंड आज तक किसी ने नहीं चूसा, क्या मस्ती और लगन से चूसती है सबरीना। अरे अगर वो शादीशुदा नहीं होती और मेरी उम्र की होती तो मैं भगा कर ले जाता उसे और तेरे बाप से भी ज्यादा चोदता रहता उस माल को।”
विक्की अब समीना को खींच कर अपनी गोद में बिठा कर उसके मम्मे मसलने लगा। समीना भी गरम हो कर अपनी गाँड उसके लंड पे दबाने लगी। अपनी अम्मी की बात सुन कर उसे बड़ा अच्छा लग रहा था। इसका मतलब था कि उसकी अम्मी जिसे वो एक अच्छी औरत मानती थी वो तो कई मर्दों से अपना जिस्म मसलवा चुकी थी और कितने ही लंड चूसे थे उसने। समीना को ज़रा भी शक नहीं हुआ कि विक्की झूठ बोल रहा था। अपनी अम्मी की रंगीन करतूत सुन कर समीना और गरम हुई और वो विक्की के गले में हाथ डाल कर विक्की का चेहरा किस करती हुई बोली, “गंदी और ज़लील बात तो है ही ना? कोई औरत या लड़की मस्त लगे तो उसका मतलब यह थोड़े ही है कि तुम्हें उसे छेड़ने लग जाओ… उम्र का तो लिहाज़ करना चाहिये…. और अम्मी ने भी अपनी इज़्ज़त का लिहाज़ किये बिना आप लोगों को लिफ्ट देकर सब कुछ करवाया। अब आप ही देखो ना, आपने कितनी बार मेरी बनियान उतार दी पर अभी तक मुझे यह नहीं बताया कि आप की निक्कर पर यह सब दाग कैसे हैं। वैसे क्या अम्मी का फिग्र वाकय में इतना मस्त है?”
एक हाथ से समीना के मम्मे मसलते हुए और दूसरे हाथ से पहले उसे कस कर अपने लंड पे दबाते हुए विक्की अब समीना की गोरी जाँघें सहलाता हुआ बोला, “समीना जब तेरी अम्मी जैसी गरम औरत हमारे सामने हिरोईन बन कर चलेगी तो हम उसके साथ ऐसे ही छेड़खानी करते हैं... हमें हमेशा तेरी अम्मी जैसे औरत चाहिये होती है… फिर चाहे उम्र में बड़ी हो या छोटी। देख अपनी सब बात होने के बाद तुझे बताऊँगा कि दाग कैसे लगे। तेरी अम्मी की फ़िगर देख अब कितनी अच्छी हुई है, साली के मम्मे और पिछवाड़ा एकदम उभर आया है। वैसे समीना तुने भी अभी तक मुझे खुल कर बताया नहीं कि वो लड़के क्या छेड़ते हैं और कहाँ टच करते हैं तेरा यह जिस्म?”
समीना भी अब गरम हो गयी थी और उसने विक्की का टी-शर्ट उतार दिया। वो विक्की की तरफ़ घूम कर उसकी गोद में बैठ गयी। अब वो दोनो सिर्फ़ शॉट्र्स में थे। उसकी बांहों में समीना बेशर्म हो कर बैठी थी। विक्की का पूरा चेहरा किस करते हुए समीना बोली, “हिरोईन बन कर चले मतलब कैसे चले? मैं कुछ समझी नहीं। फ़िगर अब अच्छी हुई मतलब क्या कुछ साल पहले अम्मी का सीना कैरम जैसा था? खुल कर बताओ ना। देखो मैंने आपको बताया कि वो लोग क्या बोल कर छेड़ते हैं, रही बात कहाँ टच करते हैं... वो तो मैं उनको करने नहीं देती। हाँ कॉलेज से छूटते वक्त वो लोग भीड़ का बहुत फायदा उठाते हैं... आगे पीछे मुझे कवर करके मेरी छाती और मेरी जाँघों को सहलाया करते हैं।”
विक्की अब समीना की चूत पे अपना लंड रगड़ने लगा। उसे लगा नहीं था कि यह कमसिन लड़की इतनी गरम माल होगी। यह तो साली अपनी अम्मी से भी गरम थी। आखिर एक गरम औरत की बेटी भी उसके जैसी गरम ही होगी... यह सोच कर विक्की समीना के कड़क मम्मे ज़रा मस्ती से मसलते हुए बोला, “हिरोईन बन कर मतलब... ऊँची ऐड़ी की सैंडल पहन कर गाँड ठुमकाते हुए, नाक चढ़ा कर, हम लोगों को चूतिया समझ कर चलती थी...। कैरम बोर्ड नहीं... तेरी अम्मी तब भी मस्त माल थी, सीना काफी उभरा था... अब सीना ज्यादा बड़ा हुआ है पर उसके मम्मों में झुकाव नहीं है ज़रा भी। एक दम टाइट मम्मे हैं साली के और गाँड भी काफी भरी हुई है, लगता है तेरा बाप सबरीना की गाँड में पेलता होगा ज्यादा।। जब तेरी जाँघ और छाती मसलते है वो लड़के तो कैसा लगता है तुझे समीना?”
समीना अब खुद विक्की के लंड पे अपनी चूत रगड़ते हुए बोली, “आपको बहुत मज़ा आता होगा ना माँ को मसलने और उससे मस्ती करने में? लड़कों के सहलाने से तो मुझे अच्छा लगा पर उनका बोलने का ढंग जरा भी नहीं, एक दम जंगली हैं वो लड़के, लड़की को बस हवस की नज़र से देखते हैं। रही बात कि अम्मी और डैड क्या करते होंगे... यह पता नहीं... पर मैंने कहीं पढ़ा है कि प्रेगनेंनसी के बाद लेडीज़ की बैक साईड फ़ूल जाती है और अम्मी को तो टिवन्स हुई थीं... इसलिये उनका पिछवाड़ा इतना बड़ा हुआ होगा।”
समीना की कमर में हाथ डाल कर उसे अपने लंड पे दबाते हुए विक्की अब समीना के मम्मों को मसलते और निप्पलों से खेलते हुए बोला, “मुझे पता है कि प्रेगनेंनसी के बाद औरत की गाँड फूलती है लेकिन गाँड को बार-बार लंड से चोदने से भी गाँड फूलती है जैसे तेरी माँ की फूली है। अगर तेरा बाप नहीं तो मेरी तरह कोई और तेरी मस्त माल सबरीना की गाँड में लंड पेलता होगा, कुत्तिया बना कर चोदता होगा तेरी अम्मी को… वैसे भी सबरीना तो छिनाल है... लंड देखते ही मुँह और चूत में पानी आ जाता है उसकी। अब वो लड़के क्या बोलते हैं वो तूने बताया लेकिन इससे क्या ज्यादा गंदा बोलते हैं जिससे तू उनको जंगली कहती है... यह नहीं बताया, कुछ भी बोलते होंगे मुझे खुल कर बता सब समीना।”
समीना अब विक्की को ज़रा भी रोक नहीं रही थी। वो चाहती थी कि विक्की आज उसे चोद डालें। वो अपनी अम्मी के बारे में इतना गंदा सुनने के बाद और गरम हो गयी थी। अब पूरी बात बताने का फैसला करते हुए वो विक्की का मुँह अपने निप्पल पे दबाती हुई बोली, “वेल... मुझे शरम आती है बोलने में पर फिर भी बताती हूँ। वो लड़के जो बोलते हैं ना वो बहुत गंदा है। मेरे जिस्म के बारे में कहते हैं कि कितनी गोरी और मक्खन जैसी टाँगें हैं, टाँगें ऐसी हैं तो जाँघें कैसी होंगी और अगर जाँघों का यह हाल है तो अंदर की जन्नत तो कैसी होगी? वो यह भी बोलते हैं कि समीना की बहन और अम्मी भी एक दम मस्त हैं, इन तीनों को एक साथ नंगी करके मस्ती करनी चाहिये। वो और बोलते हैं कि समीना की अम्मी सबसे मस्त है, एक साथ उस चुदक्कड़ राँड को चोदना चाहिये, एक आगे से, एक पीछे से और तीसरा उसके मुँह में देना चाहिये। ज़हरा को भी ऐसे ही छेड़ते थे वो और अब वो हॉस्टल गयी तो मुझे अकेली को छेड़ते हैं। वो लड़के लोग तो यह भी कहते हैं कि इस अम्मी और मैं उनके मोहल्ले में जा कर उनके डाँडिया लेकर डाँडिया खेलें। यह सब सुन कर मुझे बहुत शरम आती है... पर यह सब सुन कर मैं गरम भी हो जाती हूँ। कई बार उन्होंने भीड़ में मेरा पूरा जिस्म मसला है, वो चारों एक साथ आगे पीछे और साईड में आते हैं और मेरे जिस्म का जो हिस्स जिसे मिले, वो मसलने लगते हैं। मुझे अच्छा लगता है उनसे मसलवाना इसलिये मैं भी रेज़िस्ट नहीं करती उनको।”
समीना के हाथ हटा कर उसका सीना पूरा नंगा देख कर विक्की झुक कर बारी-बारी उसके निप्पल खूब अच्छे से चूसते हुए बोला, “अरे वाह, यह अच्छा किया जो तूने कम से कम मुझे तो अपनी ब्रा और कप का साइज़ बता दिया समीना इसे जवानी का खेल बोलते हैं, हम जैसे मर्द तेरी जैसी गरम सैक्सी मस्त लड़की के साथ यह खेल खेल कर सिखाते हैं। बोल कि जब मैं तेरा यह सीने का दाना मतलब निप्पल किस करता हूँ तो अच्छा लगता है ना तुझे? तेरी अम्मी के साथ खेल कर मैंने इस खेल की बहुत प्रैक्टिस की है... तेरी अम्मी तो इस खेल में माहिर है । तेरी अम्मी की बात थोड़े वक्त के बाद बताऊँगा, पहले यह बोल कि कितने लड़कों ने तेरा यह जिस्म छुआ है रानी?”
पहली बार मर्द से निप्पल चुसवाने से समीना बड़ी गरम हो गयी। वो हल्की सिसकरियाँ भरते हुए बोली, “हाँ बड़ा अच्छा लगता है जब आप निप्पल चूसते हो तो...! प्लीज़ पूरा लो ना और पूरा, मेरी पूरी चूचियाँ चाटो ना। आज आप मुझे जवानी का पूरा खेल सिखा देना जैसे मेरी अम्मी को सिखाया है। मेरी चूंची चूसते हुए बता दो कि आपने अम्मी को यह खेल कैसे सिखाया। मुझे उन लड़कों में से कोई भी पसंद नहीं, वैसे उन लड़कों के साथ यह करने का मन कैसे हो? उन गुंडे मवालियों से क्या मुँह लगना? हाँ भीड़ का फायदा ले कर लड़के कभी-कभी मेरा जिस्म सहलाते हैं, मेरा सीना और पिछवाड़ा दबाते हैं और पिछवाड़े पे रगड़ते हैं... बस उतना ही लड़कों से ताल्लुक हुआ है और कुछ नहीं।”
उसकी पूरी चूचियाँ चाट कर और निप्पल चूसते हुए विक्की अब समीना के ऊपर बैठ गया। उसका लंड समीना की चूत पे था और समीना के निप्पल से खेलते हुए वो झूठी कहानी बताने लगा, “ओके समीना... अब सुन... तेरी अम्मी से ये खेल मैंने कैसे सीखा। कुछ साल पहले तेरी अम्मी अपने मायके आयी हुई थी। तब मेरी उम्र उन्नीस-बीस साल थी। जब वो रास्ते से गुजरती थी तो मैं और मेरे दोस्त उसे छेड़ते थे। तेरी अम्मी कभी नाराज़ नहीं होती थी और मुस्कुरा कर निकल जाती थी इसलिये हमारी हिम्मत बढ़ गयी थी। हम उसे देख कर गंदी-गंदी बातें बोलते और इशारे करते। फिर एक दिन ऐसे ही हम चार दोस्त उसे छेड़ रहे थे तो वो हमारे पास आकर खड़ी हो गयी। उसके चेहरे पर गुस्सा था इसलिये हम डर गये। वैसे भी वो उम्र में हमसे काफी बड़ी थी। तेरी अम्मी हमें डाँटते हुए बोली कि “सालों तुम्हें सिर्फ छेड़ना ही आता या हकीकत में भी कुछ करने की औकात है तुम्हारी!...तुम्हारे लौड़ों में दम है तो करके बताओ नहीं तो दफा हो जाओ मादरचोदों!” फिर वो हमें अपने साथ ले गयी और हमारे लौड़े चूसे और हमने भी उसे खूब मसला। अगले २-३ हफ्तों में तेरी अम्मी मौका देख कर हमें रोज़ बुलाती और हम चारों के साथ मज़े करती। पर आज तुझे लंड खिला कर तेरी चूत में घुसा के तुझे जवानी का पूरा खेल सिखाऊँगा।”
विक्की द्वारा अपनी अम्मी के बारे में बतायी बात सुन कर समीना जल्दी से वो फटी बनियान अपने जिस्म पे ओढ़ कर फटी आँखों से विक्की को देखने लगी। उसकी अम्मी ने जिस हिसाब से विक्की और उसके दोस्तों से खुद को मसल्वाया था वो सुन कर उसकी चूत और गीली हो गयी। बनियान को अपने सीने पर लपेटते हुए वो बोली, “क्या बात करते हो? अम्मी तो इतनी शरीफ हैं और और वो ऐसे कैसे कर सकती हैं? मेरी अम्मी किसी के साथ, शी... इतने गंदे ज़लील काम कैसे कर सकती हैं …।”
समीना के हाथ से फटी बनियान खींच कर उसे दूर फेंक कर अब समीना के नंगे मम्मे मसलते हुए विक्की बोला, “इसमें कैसी गंदगि समीना? तेरी माँ अम्मी आईटम थी तब भी और अब भी है, साली अब भी देख कैसे मेंटेंड रखा है उसने अपना जिस्म। एक बात है समीना तेरी अम्मी जैसे लंड आज तक किसी ने नहीं चूसा, क्या मस्ती और लगन से चूसती है सबरीना। अरे अगर वो शादीशुदा नहीं होती और मेरी उम्र की होती तो मैं भगा कर ले जाता उसे और तेरे बाप से भी ज्यादा चोदता रहता उस माल को।”
विक्की अब समीना को खींच कर अपनी गोद में बिठा कर उसके मम्मे मसलने लगा। समीना भी गरम हो कर अपनी गाँड उसके लंड पे दबाने लगी। अपनी अम्मी की बात सुन कर उसे बड़ा अच्छा लग रहा था। इसका मतलब था कि उसकी अम्मी जिसे वो एक अच्छी औरत मानती थी वो तो कई मर्दों से अपना जिस्म मसलवा चुकी थी और कितने ही लंड चूसे थे उसने। समीना को ज़रा भी शक नहीं हुआ कि विक्की झूठ बोल रहा था। अपनी अम्मी की रंगीन करतूत सुन कर समीना और गरम हुई और वो विक्की के गले में हाथ डाल कर विक्की का चेहरा किस करती हुई बोली, “गंदी और ज़लील बात तो है ही ना? कोई औरत या लड़की मस्त लगे तो उसका मतलब यह थोड़े ही है कि तुम्हें उसे छेड़ने लग जाओ… उम्र का तो लिहाज़ करना चाहिये…. और अम्मी ने भी अपनी इज़्ज़त का लिहाज़ किये बिना आप लोगों को लिफ्ट देकर सब कुछ करवाया। अब आप ही देखो ना, आपने कितनी बार मेरी बनियान उतार दी पर अभी तक मुझे यह नहीं बताया कि आप की निक्कर पर यह सब दाग कैसे हैं। वैसे क्या अम्मी का फिग्र वाकय में इतना मस्त है?”
एक हाथ से समीना के मम्मे मसलते हुए और दूसरे हाथ से पहले उसे कस कर अपने लंड पे दबाते हुए विक्की अब समीना की गोरी जाँघें सहलाता हुआ बोला, “समीना जब तेरी अम्मी जैसी गरम औरत हमारे सामने हिरोईन बन कर चलेगी तो हम उसके साथ ऐसे ही छेड़खानी करते हैं... हमें हमेशा तेरी अम्मी जैसे औरत चाहिये होती है… फिर चाहे उम्र में बड़ी हो या छोटी। देख अपनी सब बात होने के बाद तुझे बताऊँगा कि दाग कैसे लगे। तेरी अम्मी की फ़िगर देख अब कितनी अच्छी हुई है, साली के मम्मे और पिछवाड़ा एकदम उभर आया है। वैसे समीना तुने भी अभी तक मुझे खुल कर बताया नहीं कि वो लड़के क्या छेड़ते हैं और कहाँ टच करते हैं तेरा यह जिस्म?”
समीना भी अब गरम हो गयी थी और उसने विक्की का टी-शर्ट उतार दिया। वो विक्की की तरफ़ घूम कर उसकी गोद में बैठ गयी। अब वो दोनो सिर्फ़ शॉट्र्स में थे। उसकी बांहों में समीना बेशर्म हो कर बैठी थी। विक्की का पूरा चेहरा किस करते हुए समीना बोली, “हिरोईन बन कर चले मतलब कैसे चले? मैं कुछ समझी नहीं। फ़िगर अब अच्छी हुई मतलब क्या कुछ साल पहले अम्मी का सीना कैरम जैसा था? खुल कर बताओ ना। देखो मैंने आपको बताया कि वो लोग क्या बोल कर छेड़ते हैं, रही बात कहाँ टच करते हैं... वो तो मैं उनको करने नहीं देती। हाँ कॉलेज से छूटते वक्त वो लोग भीड़ का बहुत फायदा उठाते हैं... आगे पीछे मुझे कवर करके मेरी छाती और मेरी जाँघों को सहलाया करते हैं।”
विक्की अब समीना की चूत पे अपना लंड रगड़ने लगा। उसे लगा नहीं था कि यह कमसिन लड़की इतनी गरम माल होगी। यह तो साली अपनी अम्मी से भी गरम थी। आखिर एक गरम औरत की बेटी भी उसके जैसी गरम ही होगी... यह सोच कर विक्की समीना के कड़क मम्मे ज़रा मस्ती से मसलते हुए बोला, “हिरोईन बन कर मतलब... ऊँची ऐड़ी की सैंडल पहन कर गाँड ठुमकाते हुए, नाक चढ़ा कर, हम लोगों को चूतिया समझ कर चलती थी...। कैरम बोर्ड नहीं... तेरी अम्मी तब भी मस्त माल थी, सीना काफी उभरा था... अब सीना ज्यादा बड़ा हुआ है पर उसके मम्मों में झुकाव नहीं है ज़रा भी। एक दम टाइट मम्मे हैं साली के और गाँड भी काफी भरी हुई है, लगता है तेरा बाप सबरीना की गाँड में पेलता होगा ज्यादा।। जब तेरी जाँघ और छाती मसलते है वो लड़के तो कैसा लगता है तुझे समीना?”
समीना अब खुद विक्की के लंड पे अपनी चूत रगड़ते हुए बोली, “आपको बहुत मज़ा आता होगा ना माँ को मसलने और उससे मस्ती करने में? लड़कों के सहलाने से तो मुझे अच्छा लगा पर उनका बोलने का ढंग जरा भी नहीं, एक दम जंगली हैं वो लड़के, लड़की को बस हवस की नज़र से देखते हैं। रही बात कि अम्मी और डैड क्या करते होंगे... यह पता नहीं... पर मैंने कहीं पढ़ा है कि प्रेगनेंनसी के बाद लेडीज़ की बैक साईड फ़ूल जाती है और अम्मी को तो टिवन्स हुई थीं... इसलिये उनका पिछवाड़ा इतना बड़ा हुआ होगा।”
समीना की कमर में हाथ डाल कर उसे अपने लंड पे दबाते हुए विक्की अब समीना के मम्मों को मसलते और निप्पलों से खेलते हुए बोला, “मुझे पता है कि प्रेगनेंनसी के बाद औरत की गाँड फूलती है लेकिन गाँड को बार-बार लंड से चोदने से भी गाँड फूलती है जैसे तेरी माँ की फूली है। अगर तेरा बाप नहीं तो मेरी तरह कोई और तेरी मस्त माल सबरीना की गाँड में लंड पेलता होगा, कुत्तिया बना कर चोदता होगा तेरी अम्मी को… वैसे भी सबरीना तो छिनाल है... लंड देखते ही मुँह और चूत में पानी आ जाता है उसकी। अब वो लड़के क्या बोलते हैं वो तूने बताया लेकिन इससे क्या ज्यादा गंदा बोलते हैं जिससे तू उनको जंगली कहती है... यह नहीं बताया, कुछ भी बोलते होंगे मुझे खुल कर बता सब समीना।”
समीना अब विक्की को ज़रा भी रोक नहीं रही थी। वो चाहती थी कि विक्की आज उसे चोद डालें। वो अपनी अम्मी के बारे में इतना गंदा सुनने के बाद और गरम हो गयी थी। अब पूरी बात बताने का फैसला करते हुए वो विक्की का मुँह अपने निप्पल पे दबाती हुई बोली, “वेल... मुझे शरम आती है बोलने में पर फिर भी बताती हूँ। वो लड़के जो बोलते हैं ना वो बहुत गंदा है। मेरे जिस्म के बारे में कहते हैं कि कितनी गोरी और मक्खन जैसी टाँगें हैं, टाँगें ऐसी हैं तो जाँघें कैसी होंगी और अगर जाँघों का यह हाल है तो अंदर की जन्नत तो कैसी होगी? वो यह भी बोलते हैं कि समीना की बहन और अम्मी भी एक दम मस्त हैं, इन तीनों को एक साथ नंगी करके मस्ती करनी चाहिये। वो और बोलते हैं कि समीना की अम्मी सबसे मस्त है, एक साथ उस चुदक्कड़ राँड को चोदना चाहिये, एक आगे से, एक पीछे से और तीसरा उसके मुँह में देना चाहिये। ज़हरा को भी ऐसे ही छेड़ते थे वो और अब वो हॉस्टल गयी तो मुझे अकेली को छेड़ते हैं। वो लड़के लोग तो यह भी कहते हैं कि इस अम्मी और मैं उनके मोहल्ले में जा कर उनके डाँडिया लेकर डाँडिया खेलें। यह सब सुन कर मुझे बहुत शरम आती है... पर यह सब सुन कर मैं गरम भी हो जाती हूँ। कई बार उन्होंने भीड़ में मेरा पूरा जिस्म मसला है, वो चारों एक साथ आगे पीछे और साईड में आते हैं और मेरे जिस्म का जो हिस्स जिसे मिले, वो मसलने लगते हैं। मुझे अच्छा लगता है उनसे मसलवाना इसलिये मैं भी रेज़िस्ट नहीं करती उनको।”