30-05-2016, 03:53 PM
उरोजों पे रेंगते तेरे होंठ,
मेरे उरोजों पे रेंगते तेरे होंठ, मुझे मदहोश किये जाते हैं
कुछ करो हम तेरे आगोश में बिन पिए बहक से जाते हैं
कुछ करो हम तेरे आगोश में बिन पिए बहक से जाते हैं
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30-05-2016, 03:54 PM
लंड गयो मुरझाए चूत वैसी की वैसी चुदी चूत चिप - चिप करे मुह देवे फैलाये !
बलिहारी उस लंड की जो प्रवेस कर जाये !! लंड जी कहे चूत की ऐसी की तैसी !!! लंड गयो मुरझाए चूत वैसी की वैसी !!! |