जब वो अपने चरम सीमा पर थी तो चीखते चिल्लाते हुए कहने लगी।
"सक्क... मि हार्डर... आई एम.... कम्मिनग..... ओह... यस बेबी सक्क मि.... आई एम फीलिंग सो गुड.... आई एम कम्मिनग..... यस.... यस....यस..." बोलते हुए वो झाड़ गई।
और उसके चुत से निकलता हुआ मीठा रस चपर-चपर करके मैं पी गया। उसके चुत का गर्म-गर्म रस पीकर मजा आगया।
अब आगे....
श्रद्धा के चुत का पानी पीने के बाद में उसके बाजू में लेट गया और उसके ऊपर नीचे होते हुए ममो को देखने लगा। बहुत ही मस्त नजारा था। उसके बूब्स को इस तरह ऊपर नीचे देखकर बड़ा मजा आरहा था और मेरा लंड नीचे उसके झागों के ऊपर झटके मार रहा था।
पता नही मेरे मन मे क्या आया और मैने उसके सॉफ्ट बूब्स पर चेहरा रख दिया और उसके सॉफ्टनेस को अपने गालो पर फील करने लगा। फिर थोड़ा ऊपर आकर उसके गर्दन पर अपने होठ रगड़ने लगा।
"प्लीज... फ़क.... मि केविन.... प्लीज...." श्रद्धा तड़पते हुए बोली।
मेने ड्रेसिंग टेबल से कोल्ड क्रीम उठाई और उनके चुत के मुँह पर लगाने लगा और अपनी उंगली उसके चुत में डाल-डाल कर चुत के अंदर तक क्रीम लगा दी। ठंडी क्रीम उसके चुत पर लगते ही श्रद्धा के मुँह से मस्ती भारी "आह" निकल गई। अछि तरफ से उसकी चुत को चिकन करने के बाद उनकी फूली हुए गोरी चुत चमकने लगी।
"सो स्वीट ऑफ यु" मेरे अचे से क्रीम लगाने के बाद वो बोली।
"और नही तो क्या मैं आपको ज्यादा दर्द नही देना चाहता" मैं अब भी उसकी चुत को सहला रहा था। बहुत ही सॉफ्ट सा एहसास था उसकी नरम चुत का जो में अपने उंगलियों पर फील कर रहा था।
"अब बस भी करो, नही तो ऐसे ही पानी छूट जाएगा और अब ये क्रीम मुझे दो में तुम्हारे उस पर लगती हु" अब श्रद्धा ने मुझे रोक दिया।
"उस पर किस पर" मैने उसकी टांग खीचते हुए बोला।
"तुम्हारे लंड पर, यही सुन्ना चाहते थे ना तुम" बोल कर उंसने मेरे हाथ से क्रीम छीन लिया।
श्रध्दा ने थोड़ा सा क्रीम अपने हाथों में लिया और अपने उंगलियों से मेरे लंड के टोपे पर लगाने लगी। और उसके हाथो का नरम स्पर्श मेरे लंड पर बहुत ही मज़ा दे रहा था उसके कारण मेरे लंड के मुँह पर प्रि काम की एक मोटी बून्द आगई थी जो मोती के जैसे चमक रही थी।
शायद उसे क्रीम लगाने में मजा नही आरहा था इसलिए उंसने ड्रेसिंग टेबल से बॉडी लोशन की बोतल उठाई और मुझे धक्का दे कर बेड पर गिर दिया और मेरे टैंगो के बीच मे आकर मेरे लंड को एक हाथ से मुठी में भर कर और दूसरे हाथ से लोशन को मेरे लंड पे दाल कर मुठ मारने लगी।
अछि तरीके से मेरे लंड को चिकना करने के बाद श्रद्धा ने मेरा हाथ पकड़ कर मुझे खीचते हुए उठाया। मैं तो मजे में अपनी आंखें बंद कियेहुए था। मुझे उठाने के बाद वो खुद बेड पर लेट गई और मेरे लंड को अपने चुत के मुँह पर रगड़ने लगी।
"ओह्ह फ़क.... योर डिक.... इस सो हार्ड...." मेने लंड को अपनी चुत पर महसूस करते ही श्रद्धा बोली।
उसकी नरम चुत का स्पर्श अपने लंड के टोपे पर महसूस कर के मुझे अलग ही मजा मिल रहा था। अब हम दोनों से बर्दाश करना मुश्किल था इसलिए मैंने अपने लंड को उसकी चुत पर टिकाया और अंदर डालने की कोशीश करने लगा पर मुझे चुत का सही रास्ता नही पता था।
इसलिए उंसने खुद ही मेरे लंड को अपनी चुत के मुँह पर लगा दिया और मुझे धक्का मारने का इशारा किया। मेने भी अपने लंड को पकड़ कर उसकी चुत में पल्ता चला गया। मेने ये भी नही देखा कि उसे मेने एक ही बार मे और वो भी धीरे-धीरे लंड डालने की वजह से कितना दर्द हो रहा है।
जब मैने उसकी तरफ देखा तब उसका मुँह खुला हुआ था और आंखे भी थोड़ी नम थी।
उसका दर्द कम करने के लिए में उसके बूब्स दबाने लगा और उसके निप्पल्स के साथ खेलने लगे।
मेने अपने दोनों हाथों का इस्तेमाल करते हुए उसके बूब्स को अपने हाथों में पकड़ा और अपने अंगूठे का इस्तेमाल करते हुए निप्पल्स के एलोरा को सहलाने लगा।
धीरे-धीरे उसका दर्द कम होने लगा और वो नीचे से अपनी कमर हिलाने लगी।
जब मेरे उसकी तरफ देखा तो उसने मेरा चेहरा पकड़ कर अपने होठ मेरे होठो से मिला दिए और जोरसे चूसने लगी।
श्रद्धा को किस्स करते हुए मैं अपनी कमर भी हिलाने लगा, अब हैम दोनों को बराबर मजा आने लगा था।
श्रद्धा के मुह से मस्ती भरी सिसकारियां निकल रही थी।
बहुत देर तक इस पोजीशन में चुदाई करने से मैं थक गया था। रूम में AC चल रहा था फिर भी हम दोनों के बदन पसीने से भीग चुके थे।
अब मेने उसकी चुत से लंड बाहर निकाला।
तो श्रद्धा मुझ पर चीख पड़ी... "क्यों निकाला कितना मजा आरहा था... अंदर करो... वापिस अंदर करो..."
श्रद्धा ने मुझे धक्का दे कर बेड पर गिरा दिया और मेरे ऊपर चढ़ गई और एक ही झटके में मेरा लंड अपनी चुत में लेलिया और लंड पर कूदने लगी।
उसका चेहरा मेरे चेहरे के एक दम करीब था। वो अपनी गरम-गरम सासे मेरे चेहरे पर छोड़ रही थी।
फिर उसने मेरे सीने पर हाथ रख कर लंड पर जोर-जोर से कूदने लगी उसके मोटे मामे मेरी आँखों के सामने ऊपर-नीचे होरहे थे।
श्रद्धा की चुत का रस मेरे लंड से बहता हुआ मेरे टट्टो पर जमा हो गए थे।
थोड़ी देर मेरे लंड पर इस पोजीशन में कूदने के बाद वो गांड मेरी तरफ करके फिर से मेरे लंड पर बैठ गई और कूदने लगी। उसके गांड का पिंक कलर का छेद मेरे आंखों के सामने खुल और बंद हो रहा था।
मेने श्रद्धा की कमर पकड़ कर उसे पीछे की तरफ खीचते हुए अपनी पीठ बेड पर टिका कर बैठ गया और श्रद्धा के कूदने का सिलसिला बदस्तूर जारी था। कुछ देर बाद उसके कूदने की रफ्तार तेज हो गई और एक जोरदार सिस्कार के साथ वो झाड़ गई।
झड़ने के बाद वो मेरे सीने पर अपना सिर टिका कर मेरे लंड पर ही बेठ गई और लंबी-२ सांस भरने लसगी।
फिर मेने एक हाथ नीचे ले जाकर उसके चुत के दाने को अपने उंगलियो से सहलाने लगा और दूसरे हाथ से उसके एक बूब्स को दबाने लगा।
"अब मुझ से और नही होगा तुम खुद ही धक्के मार लो" वो लंबी-२ सांस लेते हुए बोली।
मेने उसकी कमर पकड़ कर उसे आगे की तरफ झुका कर घोड़ी बना दिया और पीछे से उसकी मोटी गांड पर एक थपड मार कर अपना लंड उसकी चुत में पेल कर धक्के लगाने लगा।
उसकी गांड और मेरी झांग के टकराने की वजह से पूरे रूम में थाप-२ की आवाज आरही थी और लंड के गीली चुत में अंदर-बाहर होने की वजह से फच-२ की आवाज आरही थी।
मेरे ज़बरदस्त धक्कों की वजह से वो पूरी आगे की तरफ सिर टिका कर लेट गए।
अब मेरा भी बस होने ही वाला था, इसलिए मैंने श्रद्धा से पूछा "मेरा निकलने वाला है"।
"अहह... यस... मेरे अंदर ही निकल... दो... फ़क यस..." वो मस्ती में सिसकारियां भरते हुए बोली।
कुछ ७-८ धक्कों के बाद में श्रद्धा की टाइट चुत में ही झाड़ गया, मेरे लंड ने लगातार ५-६ वीर्या की पिचकारी उसकी चुत में मेरी होगी।
उसकी चुत वीर्या से पूरी भर गई थी और थोड़ा पानी साइड से बहता हुआ उसकी चुत से बाहर आने लगा।
मेने जब अपना लंड उसकी चुत से बहत निकाला तो उसकी चुत और मेरे लंड का मिला झूला पानी बाहर आने लगा।
हम दोनों ही बहुत थक गए थे लंड बाहर निकाल ने के बाद में बेड पर लेट कर लंबी-२ सांसे लेन लगा और श्रद्धा भी मेरे सीने पर सिर रख कर लेट गए और लंबी-२ सांसे भरने लगी।
मेने श्रद्धा को अपने बहो में भर लिया और हम दोनों ही सपनो की दुनिया मे डूब गए।
दोस्तो आप को कहानी केसी लग रही है रिप्लाई कर के जरूर बताए। आपके रेपलयस के आधार पर ही में नेक्स्ट पार्ट लिखना शुरू करूँगा। कहानी के साथ बने रहिएगा क्यों कि कहानी अभी जारी है।
हम दोनों ही बहुत थक गए थे लंड बाहर निकाल ने के बाद में बेड पर लाते कर लंबी-२ सांसे लेन लगा सुर श्रद्धा भी मेरे सीने पर सिर रख कर लेट गए और लंबी-२ सांसे भरने लगी।
मेने श्रद्धा को अपने बहो में भर लिया और हम दोनों की सपनो की दुनिया मे डूब गए।
अब आगे....
मैं तो सपने में भी सोच नही सकता था कि मेरे लाइफ का सबसे पहला सेक्स किसी सेलेब्रिटी के साथ होगा। मैं नींद में भी श्रद्धा को चोदने के सपने देख रहा था। उसकी बदन की गर्माहट मैं अपने बदन पर फील कर सकता था।
जब सुबह को मेरी आँख खुली तो श्रद्धा बेड पर नही थी। बाथरूम से पानी गिरने की आवाज आरही थी। मेने कमरे की हालत देखी तो हमारे कपड़े यहा-वहा बिखरे हुए थे और बेड पर भी हल्का खून और हमारे प्रेम रस के दाग थे।
मैं बाथरूम गया तब श्रद्धा बाथटब में लेटी थी उसका बदन साबुन से बने झाग के नीचे छुपा हुआ था।
जब उसकी नजर मुझ पर पड़ी तो उसने अपने एक उंगली से इशारा करते हुए अपने पास बुलाया।
उंसने मुझे अपने पीछे जगह दिया तो मैं भी बाथटब में उसके साथ लेट गया।
ठंडे-२ पानी मे श्रद्धा का गर्म बदन का एहसास ही मदहोश करदेने वाला था। मेने उसके कमर से होते हुए उसके पेट पर हाथ लेजाते हुए उसको अपने गोद मे बिठा दिया।
मेरा लंड उसकी गांड की दरार के बीच मे फस कर झटके मारने लगा। श्रद्धा की हालत भी कुछ इस तरह ही थी। उंसने अपनी गांड की दरार में मेरा लंड महसूस करके अपनी गांड को मेरे लंड पर दबा दी। उंसने मेरे सीने पर लुढ़क कर लंबी-२ सासे भरने शुरू कर दिए।
मैं अपना हाथ नीचे लेजाकर उसकी चुत को सहलाने लगा तो श्रद्धा के मुह से दर्द और मस्ती की मिली-झूली "आह" निकल गई।
मैं:- क्या हुआ।
श्रद्धा:- दर्द हो रहा है, आह धीरे।
मैं:- कहा पर दर्द हो रहा है।
उंसने मेरा हाथ अपनी चुत के ऊपर दबा दिया।
श्रद्धा:- यहा पर, धीरे-२ करो ना अच्छा लग रहा है।
मेने उसके एक कंधे से उसके बाल हटा कर उसके नंगे कंधे को चूमते हुए गर्दन तक आया और चूमने लगा। उंसने अपना पूरा बदन ढीला छोड़ किया। मैं अब एक हाथ से उसकी चुत को और दूसरे हाथ से उसके नरम मामे को सहलाने लगा।
"आह... आह... ओह्ह... अंदर मत करो दर्द हो रहा है"
जब मैने अपने उंगली उसके चुत में डालने की कोशिश की तो उंसने मेरा हाथ पकड़ लिया।
उंसने घूम कर मेरा चेहरा अपने हाथों में थमा और मेरी आंखों में देखते हुए मेरे होठ अपने होठो में भर कर चूसने लगी।
इस बार उसके किस्स करने का अंदाज बिल्कुल अलग था, एक दम सॉफ्ट और प्यार भरा। मैं भी उसका बराबर साथ दे रहा यह।
कुछ देर किस्स करने के बाद हम दोनों शावर के नीचे आगए और एक दूसरे के बदन को रगड़ कर साबुन को निकालने लगे।
नहाने के बाद एक दूसरे के बदन को टॉवेल से पोच दिया। जब मैं बाथरूम से बाहर आने को हुआ तो श्रद्धा ने मेरा हाथ पकड़ लिया और मेरे सामने अपने घुटने के बल बेठ कर मेरे लंड को पकड़ कर ऊपर कर दिया और मेरे टट्टो को अपने मुह में भर कर चूसने लगी।
उंसने पूरे गोटे एक ही बार में अपने मुह में लेलिये जिस वजह से उसके गाल पूरे फूल गए।
"पुटुक" की आवाज के साथ मेरे गोटो को उंसने अपने मुह से बाहर निकल दिया और मेरे लंड के टोपे के ऊपर अपनी जीभ फेरने लगी।
देखते ही देखते वो मेरा लंड पूरा अपने मुह में भर कर चूसने लगी। उसकी मुह की गर्मी और गीले पैन को मैं ज्यादा देर तक झेल नही पाया।
मैं:- आह.... श्रद्धा.... मेरा निकल ने.... वाला है....
मेरे इतना बोलते ही श्रद्धा ने मेरा लंड अपने मुह से बाहर निकल दिया और मेरे खड़े लंड पे धोका हो गया।
मैं:- क्या हुआ ? रुक क्यों गई ? फिर से चुसो ना मेरा निकलने ही वाला है।
मेने अपना लंड वापिस उसके मुह में डालने की कोशिश की तो वो उठा गई।
श्रद्धा:- इतनी भी क्या जल्दी है...
श्रद्धा मेरा हाथ पकड़ कर वॉश बेसिन के पास ले गई और वहा से क्रीम उठा कर मेरे लंड पर लगाने लगी।
"आह" उसके नरम हाथ का स्पर्श और क्रीम के ठंडे एहसास से मेरे मुह से आह निकल गई।
"क्या हुआ" वो मेरे लंड के ऊपर अछे से क्रीम लगा रही थी।
"आप का हाथ बहुत ठंडा है" मेरी आँखें अब बंद हो गई थी और श्रद्धा मेरे सीने को चूमते हुआ मेरे लंड पर क्रीम लगा रही तंगी।
क्रीम लगाने के बाद वो मेरी तरफ अपनी गांड करके थोड़ी झुकी और अपनी गांड हाथो से फैला कर बोली "प्लीज केविन... फ़क मय एस्स..." उंसने एक दम सेक्सी अंदाज में बोला।
उसके गांड का टाइट होल देख कर मेरी आँखों मे चमक आगई। मेने अपने लंड को उसकी गांड के छेद पर टिका के थोड़ा दबाव डाला तो मेरा लंड का टॉप थोड़ा अंदर गया।
धीरे-२ मैं और दबाव डालता गया और मेरा लंड और अंदर फिसलता गया। अब तक मेरा आधा लंड अंदर चला गया था और श्रद्धा की हालत खराब होगई थी।
मैं थोड़ी देर रुक गया और श्रद्धा के बूब्स को दबाने लगा और उसकी चिकनी गर्दन पर किस्स करने लगा।
श्रद्धा का दर्द धीरे-२ काम होने लगा तो उसने अपना हाथ पीछे लेजाकर मेरे लंड को पकड़ कर देखा कि कितना बाकी है। जैसे ही उंसने अपना चेहरा पीछे कर के देखा तो मैने उसके गाल पर किस्स कर दिया और उसे सामने लगे आईने की तरफ इशारा किया।
इस वक्त वो आगे की तरफ झुकी थी अपनी गांड को बाहर निकले हुए और जब उसने हम दोनों को इस पोजीशन में देखा तो वो शर्मा गई और अपनी आंखें झुका ली।
मेने उसके निप्पल्स को पिंच किया तो उसके मुह से "आह" निकल गई। मेरा लंड अब भी उसकी टाइट गांड में फसा हुआ झटके मार रहा था और उसके गांड की गर्मी पल-२ बढ़ते ही जा रही थी।
अब उंसने भी अपनी कमर को हिलाना शुरू कर दिया और मैं भी आधे लंड से उसकी गांड मारने लगा।
उसका चेहरा पूरा लाल होगया था। धीरे-२ उसकी गांड मेरा पूरा लंड खा गई और श्रद्धा भी मज़े से अपनी गांड मरवाने लगी। अब मेने तेज़ धक्के लगाना शुरू कर दिए थे और श्रद्धा के मोटे बूब्स ज़ोर-२ से उछल रहे थे तो मैने उन्हें पकड़ लिया और दबाने लगा।
श्रद्धा:- यस यस यस... बेबी... फ़क... फ़क मय एस्स.... फ़क मय एस्स होल... हार्डर... डीपर.... ओह्ह यह... आई एम कम्मिनग... कम्मिनग.... अहह... ओह्ह.... आहहह....
उसके टाइट गांड की गर्मी मैं ज्यादा देर तक झेल नही पाया और कुछ ही धक्कों के बाद उसकी गांड में ही झड़ने लगा और उसकी सूजी हुई चुत ने भी पानी छोड़ दिया।
कुछ देर युही खड़े रह कर हम लंबी-२ सासे भरने लगे और जब मैने अपना लंड उसकी गांड से निकाला तो पॉप की आवाज के साथ मेरा लंड बाहर आगया और उसके मुह से आह निकल गई।
श्रद्धा घूम कर मेरे बहो में गिर गई उसके गांड से मेरा वीर्या बहता हुआ झांगो तक आगया। मेरे उसको पकड़ कर शॉवर के नीचे लाया और उसकी चुत और गांड को साफ करने लगा और वो भी मेरे लंड को साफ करने लगी।
एक दूसरे को साफ करने के बाद हम दोनों बाथरूम से बाहर आगए श्रद्धा को चलने में तकलीफ होरीही थी तो मैने उसे अपनी गोद मे उठा कर बेड पर लिटा दिया।
"अब आप आराम करो, मैं कुछ खाने को आर्डर करता हु।" मेरे श्रद्धा के ऊपर चादर डालते हुए कहा।
वो पूरा दिन मैं श्रद्धा से साथ रह और उसका धियान भी रखा। उसकी चुत और गांड दोनों सूज गई थी। में उसके लिए दवाई लाया और उसकी चुत और गांड पर लगाया, जिस वजह से अगले दिन उसका सूजन और दर्द दोनों चला गया। दवाई लगते वक्त कई बार मेरा लंड भी खड़ा होजाता था, पर श्रद्धा उसे मुह में लेकर ठंडा कर दिया करती थी।
इस ही तरफ अगले दिन वो ठीक से चल पारहि थी तो मैने उससे विदा लिया। उंसने मेरा नंबर भी लिया और कहा की जब उसे समय मिलेगा या वो फिर कभी गोआ आई तो मुझे कॉल करेगी और हम अपना चुदाई प्रोग्राम बनाएगे।
श्रद्धा कपूर के जाने के बाद मेरे लाइफ मैं और कोई लड़की नही आई जिसके साथ मे चुदाई कर सकू। पर जल्द ही कोई मिल जाएगी।
तो दोस्तो आप को मेरी ये कहानी केसी लगी मुझे रिप्लाई कर के जरूर बताइयेगा।