10-12-2017, 11:53 AM
अपडेट ७१
अब बारिश बंद हो चुकी थी..
हम सभी आगे तक घुमने गए...काफी फोटो भी खींचे...अंशिका अब मेरे साथ ही थी...
रीना और सिमरन अब मुझसे दूर थी, उनका काम तो हो ही चूका था...
रात को हम सब वापिस अपने होटल में आ गए.
और अंदर आते ही अंशिका मेरे ऊपर आ चड़ी.
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अब आगे
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अंशिका ने मेरे हाथ अपने हाथो के नीचे दबा दिए, और मेरे पेट के ऊपर बैठ कर मुझे बेतहाशा चूमने चाटने लगी..
उसके बूब्स मेरे सामने थे पर मेरे हाथ दबे होने की वजह से मैं उन फलों को अपने हाथों से पकड़ नहीं पा रहा था.
अंशिका : अब बोलो...सुबह से मुझे तरसा के रखा हुआ है...नयी लडकियों के साथ ज्यादा मजा आ रहा था...बोलो...क्या किया उनके साथ...
मैं जानता था की अगर मैंने अंशिका को अभी उनके बारे में कुछ भी बताया तो उसे बुरा लगेगा...
मैं : अरे कुछ भी नहीं यार...वो तो बारिश इतनी तेज थी इसलिए हमें एक जगह पर रूककर खड़े होना पड़ा...वैसे भी वहां पर इस तरह की कोई भी बात पोसिबल ही नहीं थी..
अंशिका : मैं जानती हु तुम्हे...तुम्हारे लिए सब पोसिबल है...तुमने मुझे कहाँ-२ पर लेजाकर....चो...मतलब प्यार किया है....मुझे सब पता है...
कितनी अच्छी तरह से जानने लग गयी थी वो मुझे..
मैंने उसकी आँखों में झाँका ....उसमे मेरे लिए प्यार था...और शायद थोडा इश्र्यापन उन दोनों की वजह से...
मेरा दिल धक् से रह गया...
उसकी आँखों में आंसू थे. मैं उसके साथ यहाँ आया था, और मैंने कहा भी था की ये चार दिन हमारे हनीमून की तरह होंगे..और मैंने उसके विशवास को ठेस पहुंचाई थी...अच्छा हुआ मैंने रीना और सिमरन के साथ चुदाई वाली बात उसे नहीं बताई अभी तक...वर्ना वो टूट जाती..
मैंने उसे नीचे पटक दिया...और उसके ऊपर खुद आ चड़ा.
उसकी आँखों से दो आंसू निकल कर नीचे लुडक गए.
मैं : हे....ये क्या...मेरे होते हुए तुम रो क्यों रही हो...सुनो...मेरा विशवास करो...मैं तुम्हारे अलावा किसी और की तरफ अब आँख उठा कर नहीं देखूंगा...प्रोमिस...
मेरा ऐसा कहते ही उसने मेरे चेहरे को अपनी तरफ खींचा और मेरे लबो के ऊपर अपने थरकते हुए होंठ रख दिए....
आज उसके होंठो में एक अजीब सी प्यास थी...जो वो मुझे पीकर बुझाना चाहती थी..
मैंने अपने आप को उसके हवाले कर दिया..
कभी -२ इस तरह की सिचुएशन में कुछ भी न करो तो दूसरी तरफ से आने वाला मजा अच्छा लगता है...और मैंने आज तक अंशिका को इतना उत्तेजित नहीं देखा था...आज तो वो मुझे खा जाने वाले मूड में थी..मुझे उसके दांतों से बचकर रहना होगा बस.
उसने मेरी टी शर्ट को ऊपर किया और अपनी लम्बी जीभ से मेरे पेट को चाटते हुए ऊपर तक आई और मेरे निप्पल को मुंह में भरकर चूसने लगी...
मेरे पुरे शरीर में सिहरन सी दौड़ गयी....आज पता चला की लडकियों के निप्पलस को चुसो तो क्या होता है उनके शरीर में..
मैंने उसके चेहरे को अपनी छाती पर दबा सा दिया...ताकि वो अपनी जीभ से मुझे ज्यादा गुदगुदी न कर पाए...पर ऐसा करने से उसके तेज दांत मेरे उस हिस्से पर कस से गए...उसने अपना मुंह पूरा खोलकर मेरे निप्पल वाले हिस्से को मुंह में भर लिया और चूसने और काटने लगी...
अह्ह्हह्ह......अंश......इईका..........म्मम्म...ओह माय डार्लिंग......धीरे.....अह्ह्ह..
आज वो जंगली बिल्ली जैसे बिहेव कर रही थी.
मेरा लंड तो पूरा खड़ा हो चूका था, और किसी रोकेट की तरह उसकी चूत की तरफ मुंह किये हुए अपनी लौन्चिंग की तय्यारी कर रहा था.
उसने मेरी टी शर्ट को ऊपर करके निकलना चाहा पर वो गले में अटक गयी...और अपने जंगलीपन में अंशिका ने मेरी टी शर्ट को फाड़ डाला...और दो हिस्सों में करके एक कोने में उछाल दिया..
मैंने भी अपने दोनों हाथो से उसकी टी शर्ट को पकड़ा और पूरा जोर लगा कर उसे फाड़ दिया..
नीचे उसकी ब्लेक कलर की ब्रा थी...मैंने उसे भी एक झटके में दो टुकडो में फाड़कर ऊपर की तरफ उछाल दिया...
अपने इस गर्म खेल में अंशिका को भी मजा आ रहा था...उसे अपने कपड़ो के फटने की कोई चिंता नहीं थी..
अंशिका के होंठ मेरे होंठो से फिर से आ मिले...और इस बार वो ज्यादा गीले थे...और नर्म भी....
और फिर तेज आवाज निकालते हुए उसके होंठ मेरी गर्दन, सीने और पेट से होते हुए....मेरी जींस के ऊपर जाकर अटक गए...
वैसे तो जींस काफी मोटी होती है...पर खड़े हुए लंड की शेप उसमे से भी साफ़ दिखाई दे रही थी...और अंशिका ने अपने दांत मेरे खड़े हुए लंड के ऊपर जमा दिए....मैं कराह उठा..
मैं : अह्ह्हह्ह धीरे जान......येही तो काम आएगा बाद में.....
मेरी बात सुनकर वो मुस्कुरा दी....और जल्दी से मेरी जींस के बटन खोलने लगी.
मैंने अपने हाथ सर के नीचे रख दिए...और उसे उसका "काम" करते हुए देखने लगा.
उसके हाथो में इतनी तेजी थी की मेरी बेल्ट और बटन खोलने में उसे सिर्फ दस सेकेण्ड लगे..और एक ही झटके में मेरी जींस के साथ-२ मेरा अंडरवीयर भी नीचे था...और उसके सामने लहरा रहा था..मेरा मोटा लंड.
अंशिका आज मेरे लंड को ऐसे देख रही थी...मानो पहली बार देखा हो...इससे पहले भी वो ना जाने कितनी बार इसे देख चुकी थी, चूस चुकी थी और अपनी चूत में भी ले चुकी थी...पर आज उसके इरादे ज्यादा खतरनाक थे इसके लिए...