19-10-2017, 12:51 PM
अपडेट ५
"तु ऐसे नहीं मानेगी" कह कर मैं उठा और उसे बेड पर लेटा दिया और उस पर ढेर हो गया। अब उसके होंठ मेरे होंठो में दबे थे और मेरा एक हाथ उसके सॉफ्ट बूब्स को मसल रहा था, जबकि मेरा खड़ा लंड उसकी चुत के पास दस्तक दे रहा था, जबकि मिली की आँखे बंद थी और वो अपने हाथो से मुझे पीछे ढ़केलने की कोशिश कर रही थी।।।।।
**********
अब आगे
**********
मिली मुझे पीछे ढ़केलने की कोशिश तो कर रही थी लेकिन उसके विरोध में दम नहीं था। मुझे ऐसा लग रहा था जैसे वो भी यही चाहती है। मैं और भी ज्यादा जोश में आगया था अब और जोरो से उसके बूब्स मसल रहा था। और लगातार अपने लंड का प्रहार उसकी चुत के ऊपर कर रहा था। अब शायद मिली भी अपने रंग में आने लगी थी उसने मेरा सर पकड़ कर अपने चेहरे पर दबा दिया और अपनी कमर ऊपर की ओर उठाने लगी। उसके ऐसा करने से मेरा लंड लगातार फुलता ही जारहा था। मुझे ऐसा लग रहा था की आज मेरा बॉक्सर छोटा हो गया है। लगभग १० मिनिट तक हम दोनों ऐसे ही मजे करते रहे तभी मिली का बदन टेढा होने लगा और उसकी सारी हरकते रुक गई। ये देख कर मैं भी रुक गया और उठ कर बैठ गया। मिली ने अपने दोनों हाथो से बेड शीट भीच ली थी। तभी मेरी नजर मिली की चुत पर गई। उसकी पैंटी चुत वाले हिस्से पर एकदम से गिली हो गई थी मैं समझ गया की मिली का काम हो गया है।
लागभा ५ मिनिट तक मिली ऐसे ही आँखे बंद किये पड़ी रही फिर वो उठी बगैर कुछ बोले अपने बेड पर गई और लाइट बंद कर के सो गई लेकिन मेरा काम अभी नहीं हुआ था। इन सब से मैं इतना गरम हो गया था के बगैर मूठ मरे मुझे नींद नहीं आने वाली थी। मेरा मन्न किया की यहाँ बेड पर ही मूठ मार लू लेकिन अभी मिली मुझसे इतनी ओपन नहीं हुई थी। इसलिए मैं बाथ रूम जाकर मूठ मार आया। सोते वक्त मैंने मिली की तरफ देखा लेकिन उसकी आँखे बंद थी। इसलिए मैं भी बगैर कुछ बोले सो गया
सूबह मेरी नींद खुली तो मिली रूम में नहीं थी। मैं भी उठा और फ्रेश हो कर हॉल में आगया वहां सभी लोग बैठे थे और बाते कर रहे थे। मैं भी जाकर उनके पास बैठ गया था। तभी पापा बोले "बेटा आज राजु मिस्त्री से बात कर लेना ऊपर के कमरो का काम करवाना है"
मैने भी हाँ में जवाब दे दिया लेकिन शायद मिली को अब ये मंजूर नहीं था इसलिए वो बोली "राहने दीजिये पापा मैं एडजस्ट कर लूंगी राजू के ही रूम में, क्यों राजू तुम्हे तो कोई परेशानी नहीं है ना"।
"मुझे कोई परेशानी नहीं है परेशानी तो तुम्हे थी" मैं बोले
ओर उसके बाद पापा ने राहत की सांस ली और फिर मम्मी नाश्ता बनाने चलि गई। मिली और मुझमे नार्मल बाटे शुरू हो गई थी। रात में जो हुआ शायद वो भूल गई थी या जान बूझ कर याद नहीं कर रही थी। फिर मम्मी पापा अपने जॉब पर चले गए और हम दोनों भी अपने अपने काम से लग गए दिन भर साथ रहने के बाद भी हम दोनों में रात की घटना के बारे में कोई बात नहीं हुई और हम दोनों ने ही एकदम नार्मल बिहेव किया।
ईसी तरह दो दिन गुजर गए लेकिन हमारे बीच में वैसी कोई घटना दोबारा नहीं हुई हाँ एक अंतर जरूर आया मिली अब रात में बहुत ही सेक्सी कपडे पहन कर सोने लगी। जिन्हे देख कर हमेशा ही मेरा लंड खड़ा हो जाता था, लेकिन मैं अपनी ओर से कोई हरकत नहीं करना चाहता था, लेकिन दो दिन बाद एक ऐसी घटना हो गई जिससे मुझे फिर से मिली के पास जाने का मौका मिल गया।।।।।।।।।।।।