20-06-2017, 01:31 PM
तनवी तो बस यही सोच रही थी की सोनू उसी को देख रहा है, आख़िर वो उसकी जी एफ है, सोनिया को वो भला क्यो देखेगा, वो तो उसकी बहन है..
पर वो नादान ये नही जानती थी की सोनू की नज़रें उससे ज़्यादा अपनी बहन का चक्षु चोदन करने में लगी थी..
तनवी बार -2 सोनू को ही देख कर सब काम कर रही थी...
सोनिया के बूब्स चूसते हुए जब उसने देखा की सोनू की नज़रें उसकी गांड की तरफ है तो वो खुश हो गयी...
आख़िर एक ही तो हिस्सा था उसके शरीर का जो उसे भी आकर्षक लगता था और देखने वालो को भी..
अपनी छोटी चुचियो को वो प्लस पॉइंट में नही गिनती थी, इसलिए अपनी गांड को वो सोनू की तरफ लहराकर उसे लुभाने लगी...
उसकी कसी हुई गांड के नीचे झाँकति हुई उसकी कोरी चूत को देखकर एक बार के लिए तो सोनू भी मंत्रमुग्ध सा हो गया...
सोनिया का गला सूख रहा था, वो पानी की बॉटल लेने के लिए उठी, ये मौका देखकर तनवी ने अपनी चूत के पूरे जलवे सोनू के सामने फेला डाले...
वो अपनी नन्ही गांड को लहराते हुए, अपनी खुद की उंगलियों से ही अपनी चूत को मसलने लगी...
सोनू को ऐसा लग रहा था जैसे मधु मक्खी के काटे होंठों को रगड़ रही है वो...
इतनी फुलावट वाली चूत को चूसने का उसका भी मन कर रहा था, पर इस वक़्त वो उन दोनो के रंग में भंग नही डालना चाहता था..
इसलिए उसे अपनी चूत मसलते हुए देखता रहा.
पानी पीकर सोनिया सीधा उसकी चूत पर ही टूट पड़ी...
ये पहली बार था दोनो के लिए ही...
मालिश करने की वजह से तनवी की चूत तो पहले ही पनिया रही थी...
जैसे ही सोनिया ने अपनी जीभ उसके उपर रखी वो सीसीया उठी..
''आआआआआआआआआआआआआअहह .... उफफफफफफफफफफफफफफ्फ़..... गंदी...... कही की..... ये क्या कर री है तू......''