पूजा और रिया एक दूसरे का मुँह ताकने लगी...और फिर दोनो अपनी बहन के रूम की तरफ चल दी, पर दरवाजा अंदर से बंद हुआ देखकर दोनो ने एक दूसरे के चेहरे की तरफ देखा और एक रहस्यमयी हँसी हंस दी....और तभी अंदर से अजय की दबी हुई सी सिस्कारी एक बार फिर से निकली...
''आआआआआआआअहह ....... बैबी ........ आई एम कमिंग....... ''
प्राची : "यएस्स......... कम बैबी ......... आई वॉंट यू टू कम ओन माय फेस.........''
बाहर खड़ी रिया और पूजा उन दोनो की बाते सुन पा रही थी....जिसे सुनकर पूजा की चूत में एक बार फिर से वही खुरक होने लगी जो कल रात हो रही थी....रिया के होंठ भी सूख से गये...और वो सोचने लगी की उसका नंबर कब आएगा...
लेकिन इस वक़्त तो प्राची का नंबर लगा हुआ था...जो अजय के मोटे लंड को चूस-चूस्कर उसके अंदर की मलाई निकालने में लगी थी....
और अगले ही पल अजय के लंड ने फुव्वारे का रूप धारण कर लिया और भरभराकर उसके अंदर से पिचकारियाँ निकलकर प्राची के होंठों और चेहरे पर गिराने लगा
प्राची भी अपनी जीभ निकाल कर जितना हो सकता था उसे अपने मुँह के अंदर निगल गयी, बाकी का रस अजय ने उसके चेहरे पर ऐसे फेला दिया जैसे अभी-२ शिमला मे बर्फ गिरी हो
अजय ने एक-दो गहरी साँसे ली और बोला : "तुम बाथरूम में जाकर फेस क्लीन करो...मैं बाहर जाता हूँ ....''
प्राची जल्दी से उठकर बाथरूम में चली गयी..
उसने जल्दी से अपनी पेंट उपर खींची और दरवाजा खोल दिया....और बाहर खड़ी रिया और पूजा को वहां से भागने का मौका भी नही मिल सका...तीनो की नज़रे मिली और सभी के चेहरे पर शरारती मुस्कान आ गयी..
पूजा : "जीजू....आप मॉम को समझाओ...हम दीदी को रोक कर रखते है...''
इतना कहकर वो दोनो अंदर घुस गयी और अजय बाहर आ गया....जहाँ किचन मे उसकी सास खड़ी होकर सभी के लिए नाश्ता बना रही थी..
आज उसकी इम्तेहान की घड़ी थी...पूजा और रिया को समझाकर उसने आधी परीक्षा तो पास कर ली थी...अब अपनी सास को भी समझाकर उसे अव्वल आना था...
''आआआआआआआअहह ....... बैबी ........ आई एम कमिंग....... ''
प्राची : "यएस्स......... कम बैबी ......... आई वॉंट यू टू कम ओन माय फेस.........''
बाहर खड़ी रिया और पूजा उन दोनो की बाते सुन पा रही थी....जिसे सुनकर पूजा की चूत में एक बार फिर से वही खुरक होने लगी जो कल रात हो रही थी....रिया के होंठ भी सूख से गये...और वो सोचने लगी की उसका नंबर कब आएगा...
लेकिन इस वक़्त तो प्राची का नंबर लगा हुआ था...जो अजय के मोटे लंड को चूस-चूस्कर उसके अंदर की मलाई निकालने में लगी थी....
और अगले ही पल अजय के लंड ने फुव्वारे का रूप धारण कर लिया और भरभराकर उसके अंदर से पिचकारियाँ निकलकर प्राची के होंठों और चेहरे पर गिराने लगा
प्राची भी अपनी जीभ निकाल कर जितना हो सकता था उसे अपने मुँह के अंदर निगल गयी, बाकी का रस अजय ने उसके चेहरे पर ऐसे फेला दिया जैसे अभी-२ शिमला मे बर्फ गिरी हो
अजय ने एक-दो गहरी साँसे ली और बोला : "तुम बाथरूम में जाकर फेस क्लीन करो...मैं बाहर जाता हूँ ....''
प्राची जल्दी से उठकर बाथरूम में चली गयी..
उसने जल्दी से अपनी पेंट उपर खींची और दरवाजा खोल दिया....और बाहर खड़ी रिया और पूजा को वहां से भागने का मौका भी नही मिल सका...तीनो की नज़रे मिली और सभी के चेहरे पर शरारती मुस्कान आ गयी..
पूजा : "जीजू....आप मॉम को समझाओ...हम दीदी को रोक कर रखते है...''
इतना कहकर वो दोनो अंदर घुस गयी और अजय बाहर आ गया....जहाँ किचन मे उसकी सास खड़ी होकर सभी के लिए नाश्ता बना रही थी..
आज उसकी इम्तेहान की घड़ी थी...पूजा और रिया को समझाकर उसने आधी परीक्षा तो पास कर ली थी...अब अपनी सास को भी समझाकर उसे अव्वल आना था...