(07-06-2017, 04:01 PM)urc4me : Sonu aur Soniya ko ekaththe kar his de.
Thoda time lagega dono ko milne me kyu ki sonu ke andar ka bhai ab bhi jaga hai aur use baar-2 "ये गलत है" kehta rehta hai.
for the reply... Keep reading...
08-06-2017, 01:17 PM (This post was last modified: 08-06-2017, 01:18 PM by honey boy.)
【17◆●◆】
सोनू समझ गया की सोनिया की चूत में किस तरह की आग लगी होगी इस वक़्त...
वैसे आग तो उसके लंड में भी कम नही लगी थी, क्योंकि तन्वी ने जिस अंदाज में वो सब बातें फोन पर सुनाई थी, उसके बाद उसका लंड बैठने का नाम ही नही ले रहा था...
इसलिए जैसे ही लाइट बंद हुई, उसने भी अंधेरे का फायदा उठाते हुए अपना लंड बाहर निकाल लिया...
सोनिया भी अपने बेड पर अधलेटी अवस्था में जाकर बैठ गयी , उसका चेहरा सोनू की तरफ ही था...
और उसने अपने हाथ अपने पायजामे में सरका दिए...
उसे एक पल के लिए ऐसा लगा जैसे उसने तपती हुई भट्टी पर हाथ रख दिया है...
आज की रात को वो पूरी तरह से एंजाय करना चाहती थी. सोनू का नाम लेकर ।
***************
अब आगे
**************
सोनिया ने अपनी उंगलियों को अपनी फूली हुई छूट चूत के उपर रख कर उसे कुछ देर तक मसला... वो किसी
पाव-रोटी जैसी सूजी हुई थी...
उसने जब अपनी बीच वाली उंगली को अंदर उतारना शुरू किया तो उसके मुँह से सिसकारियाँ फूट पड़ी
''सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स उम्म्म्ममम अहह''
अंधेरे कमरे में गूँज रही उसकी ठंडी सिसकारियाँ सोनू को बेचैन कर गयी..
कुछ दिनों पहले तक अपनी बहन के बारे में कुछ भी ग़लत ना सोचने वाले इस भाई को अब भी विश्वास नही हो रहा था की उसकी बहन उसी के सामने मास्टरबेट कर रही है....
और वो उसे देख भी रहा है.
जिस रिश्ते की दुहाई देकर वो अपनी बहन को ऐसा करने से रोकता था, वो रिश्ता ऐसे लम्हो में आकर कहीँ गायब सा हो चुका था...
इन्फेक्ट अब उन दोनो के बीच वो सब शुरू हो गया था जो एक भाई-बहन के बीच होना ही नहीं चाहिए...
जिसे दुनिया की नज़रों में ग़लत समझा जाता है...
सोनू अब भी समझ नही पा रहा था की जिस बात को वो अब तक ग़लत समझता आया था और अपनी बहन को भी समझाता आया था, वो धीरे-2 सही कैसे हो गयी...
शायद इस बात का जवाब उसे कभी नही मिल पाएगा..
पर अभी के लिए उसके मन और लंड में सोनिया के नाम की तरंगे उतनी शुरू हो चुकी थी...
भले ही रोज की तरह कमरे में अंधेरा था पर उसकी बहन के बेड पर खिड़की से आने वाली रोशनी किसी बल्ब से कम नही थी...
उसी रोशनी में वो देख पा रहा था की कैसे वो अपनी नंगी चूत के अंदर अपनी लंबी-2 उंगलियाँ चप्पू की तरहा चला रही है...
वो अपनी टी शर्ट को उपर करके अपने स्तन बाहर निकाल चुकी थी...
और अपनी पेंटी को साइड में करके चूत में उंगलियाँ डाल कर हिला रही थी.
और आज तो उसका चेहरा और आँखे सोनू को ही घूर रही थी... शायद अंधेरे में उसकी आँखों ने सोनू का चेहरा खोज निकाला था, तभी वो सीधा उसी की आँखो मे देखकर मुठिया रही थी.
सोनू की तरफ देखते हुए वो टूटे फूटे शब्दो में बोली : "आह सोनू..... तू....तूने ..... तन्वी को जब किस्स किया तो कैसा लगा था...''
सोनू ये सुनकर चोंक सा गया...
पहला इस वजह से की वो ये सब तन्वी से सुन ही चुकी थी....
और दूसरा इसलिए भी की ऐसे वक़्त में वो तन्वी की वो वाली बात क्यों कर रही है...
उसे चुप देखकर वो हिसहीसाई : "उम्म्म्मममममम सोनू..... बोल ना...... कैसा लगा उसे किस्स करके....उसकी ब्रेस्ट को सक्क करके...''
सोनू को एक बार फिर से वही पल याद आ गये...
हालाँकि आज से पहले वो अपनी क्लास की साक्षी को भी किस्स कर चुका था, पर ऐसी जबरदस्त वाली किस्स , जिसमें सामने से ज़्यादा रिस्पोन्स मिले, पहली बार थी....
उस किस्स की याद आते ही वो बोल पड़ा : "यार दी.... बहुत मज़ा आया सच में .... इट वाज़ वोंडरफुल्ल.....''
वो ये सुनकर चिहुंक उठी... और अपनी दो उंगलियाँ एक साथ चूत में डालकर अपना दाना पकड़ लिया उसने..
पता नही उसके मन में क्या चल रहा था.... क्या वो उसकी किस्मत से जल रही थी या अपने भाई पर पहला हक खुद का समझ कर उसे परेशानी हो रही थी..
पर सोनू ने इस वक़्त ये सब बाते पूछना सही नही समझा...
वो उसके आनंद में कोई खलल नही डालना चाहता था..
पेंटी तो वो कब का नीचे खिसका चुकी थी और अपनी टी शर्ट भी नोच कर फेंक दी थी उसने..
कितने प्यार और शिद्दत से बेचारी अपनी चूत की परतों को रगड़ रही थी...
ऐसा लग रहा था जैसे पत्थर को घिस कर आग निकालने वाली है वो..अपनी ऊँगली को अंदर डाल कर माचिस जला रही थी
सोनू ने भी अपने लंड को उपर नीचे करना शुरू कर दिया....
और वो जानता था की दूर बैठी सोनिया उसके हिलते हुए हाथ को देख पा रही होगी..
और ये सच भी था..
सोनिया ने जब देखा की उसी की तरह सोनू भी मास्टरबेट कर रहा है तो उसकी उत्तेजना और ज़्यादा बढ़ गयी...
वो खुली आँखो से अपने भाई को पहली बार मास्टरबेट करते हुए देख पा रही थी...
हालाँकि उसका लंड देख पाने में वो असमर्थ थी पर इसके हाथों की उँचाई से वो अंदाज़ा लगा पा रही थी की वो कितना लंबा है..
वो बोली : "उम्म्म्मम...... काश..... उस बिच तन्वी की जगह मैं होती..... ओह गॉड ........ ... कितना मज़ा आता...... ओह सोनू............ क़िस्सस्स. मिईिइsssss ......''
सोनू के तो मूठ मारते हाथों ने काम करने से ही मना कर दिया...
और इस बार वो अपने मलिक को कह रहे थे... 'देखो भाई, तुम्हारी बहन तुम्हारे बारे में कैसा गंदा सोच रही है.... ये ग़लत है भाई... ये ग़लत है...'
पर सोनू तो कब का उस 'ये ग़लत है' से आगे निकल चुका था...
और जिस अंदाज से सोनिया ने ये बात बोली थी, सोनू को लगा की वो उसे बुला कर किस्स करने को कह रही है... और वो बेचारा अपनी सीट से उठ भी गया... और उसकी तरफ चल दिया...
पर वो अभी 2 कदम ही चला था की अपनी आँखे बंद करके अपनी चूत में उंगलियाँ डालकर कसमसा रही सोनिया के मुँह से कुछ और निकला
''ओह कितना मज़ा आया होगा तन्वी को..... ओह क्या फीलिंग रही होगी...... उम्म्म्मममम..... जब तूने उसे किस्स किया..... उसके निप्स को सक्क किया...... अहह ..... ओह्ह माय गॉड .....''
यानी सोनिया उस पल को याद करके , अपने आप को तन्वी की जगह पर रखकर मुठ मार रही थी...
और सोनू समझ बैठा की वो उसे बुला रही है की जैसा तन्वी के साथ किया है अब वो मेरे साथ भी कर...
सोनू ने अपने सिर के पीछे हल्का सा थप्पड़ मारा और मुस्कुरा कर मन में बोला : "साले , तू भी ना, पता नही क्या-2 सोचता रहता है...''
और वो वापिस अपने बेड की तरफ मुड़ गया..
पर मुड़ने से पहले उसने आख़िरी बार इतने करीब से सोनिया को जी भरकर देखा....
जो अपने सारे कपड़े उतार कर अपने बिस्तर पर किसी नागिन की तरह लहरा रही थी...
अपने दोनो स्तनो को भींच कर उनका रस निकालने में लगी थी...
पर असली रस तो उसकी चूत से निकल रहा था....
बेड पर कमान की तरह अपनी पीठ को उठा कर रखा था उसने..
उसे ऐसे एरॉटिक अवतार में देखकर सोनू जाते-2 रुक गया....
और वहीं खड़ा होकर अपने लंड को हिलाने लगा..
सोनिया को अभी तक पता नही था की उसका भाई अपने बेड से उठकर खड़ा हो गया है और उसे देखकर मुठ मार रहा है.
वो तो अपनी ही मस्ती में चूत की घिसाई करने में लगी थी.
सोनिया फिर से सिसकारी मार कर बोली :"सस्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स...... सोनू ... माय बेबी .... अहह....... और कहाँ -2 किस्स करोगे..... सक्क करोगे....''
सोनू तो कौन बनेगा करोड़पति के उस सवाल पर खड़ा था जिसका जवाब उसे अच्छी तरह पता था, पर अपनी ही बहन को ऐसे सैक्स से भरी बातों का जवाब देने में उसे थोड़ी हिचकिचाहट हो रही थी....
भले ही वो देखने या करने की बातों से आगे निकल आया था, पर सॉफ-2 बोलने में उसे अब भी शर्म आ रही थी..
सोनिया ने फिर से पूछा : "बोल... ना........ सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स..... कहाँ -2 पर........ ''
वो खुद ही अपने एक हाथ को अपनी चूत पर और दूसरे को अपनी गर्दन पर रखकर सहला रही थी.... यानी वो गर्दन उसका वीक पॉइंट था..
सोनू समझ गया की वो उसके मुँह से अपनी बंद आँखो के पीछे चल रही फिल्म को आवाज देना चाहती है...
सोनू भी उसकी बातों में आ ही गया और धीरे से बोला...
''तुम्हारी नेक्क पर....''
''सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स अहह'' सिर्फ़ यही निकला उसकी बहन के मुँह से..
सोनू : "और फिर धीरे-2 नीचे आकर..... ऑन युवर नेवल...''
''आआआआआआआअहह ओह सोनू........ जीभ से करना.... जीभ से....''
सोनू के हाथ की स्पीड भी तेज हो गयी..
वो आगे बोला : "और फिर नीचे आकर......तुम्हारी.... ओ...ओं ...यो...युवर...... पु....पु.....पुस्सी......''
''ऑश एसस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स..... ओह्ह्ह्ह यस्ससस्स....... यहाँ ज़ोर से सक्क करो..... जितना ज़ोर से कर सकते हो..... उतनी ज़ोर से...... अहह.... सोनू... मेरी जान.... मेरे भाई...... खा जा इसको..... अहह....''
वो अपनी नन्ही सी चूत के मुहाने को ऐसे मसल रही थी जैसे गोल मटोल गुल्लक को खनका कर अंदर कितने पैसे है, ये पता लगा रही हो.
पर उस पागल को क्या पता था की अभी तो उस गुल्लक में सिर्फ़ खुद की ही जमा की हुई पूँजी थी...
यानी उसका कुँवारापन....
उसकी असली कीमत तो तब बढ़ेगी जब उसमे बाहर की दुनियां का कोई सिक्का डलेगा...यानी लंड.
इसलिए अभी के लिए अपने कुंवारेपन को सहलाकर...उसे समझा बुझाकर...अपनी नर्म उंगलियों की मालिश देकर...वो काम चला रही थी.
सोनू से भी सब्र नही हो पाया...उसके मुँह से भी निकल ही गया...
08-06-2017, 01:22 PM (This post was last modified: 08-06-2017, 01:35 PM by honey boy.)
और वो धार अभी बीच रास्ते में थी जब सोनू को एहसास हुआ की उसने ये क्या कर डाला है....
वो मन ही मन प्रार्थना करने लगा की वो छींटे उसकी बहन पर ना गिरे....
और उसकी प्रार्थना का मिला जुला असर हुआ..
हालाँकि उसके और सोनिया के बीच करीब 10 फुट की दूरी थी...
पर फिर भी सबसे आगे वाले 1-2 नन्हे से छींटे सोनिया तक पहुँच ही गये...
जवानी का जोश था ही इतना ताकतवर की सोनू के लंड से निकली धार भी दूर तक पहुँच गयी...
अपने चेहरे पर गिरी बूँदो को महसूस करते ही सोनिया ने आँखे खोल दी...
और सामने जो उसने देखा, वो उसकी जिंदगी का सबसे हसीन दृशय था..
उसका भाई अपनी आँखे बंद किए, अपना खड़ा लंड लिए , मास्टरबेट कर रहा था....कर क्या रहा था,कर चुका था.
और उसी के लंड से निकली बूँदो ने उसके चेहरे को छुआ था...
बाकी की लकीरे फर्श पर अपने निशान छोड़ चुकी थी.
उन बूँदो को उंगलियों से टच करते ही वो भी अपनी उत्तेजना के शिखर पर जा पहुँची....
और हकलाते हुए....
गहरी साँसे लेते-2 ...
उसने अपनी चूत से रज का त्याग कर दिया.
अपनी घी से चुपड़ी चूत को 2 उंगलियों से भींच कर सहलाते हुए वो अब भी सिसकारियाँ मार रही थी.
कुछ देर बाद जब तूफ़ान थमा तो दोनो को होश आया.
सोनू भागकर अपने बेड तक गया और चादर में घुस गया...
सोनिया ने भी जल्दी से अपने नंगे बदन को अपने कपड़ो से ढका...
और फिर एक एक करके दोनो बाथरूम में जाकर अपने गुनाहो को पानी से सॉफ करके आए.
और वापिस आकर सो गये.उसके बाद दोनों में कोई बात नहीं हुई.
पर दोनो के मन में बहुत कुछ चल रहा था..
अभी के किस्से को लेकर...
और आने वाले कल को लेकर...
जिसमें सोनू ने अपनी बहन को ये वादा कर दिया था की वो अपने और तन्वी के हसीन लम्हो को लाईव दिखाएगा... दोनो ही आने वाले कल को लेकर एक्साईटिड थे.
(08-06-2017, 01:22 PM)honey boy :
और वो धार अभी बीच रास्ते में थी जब सोनू को एहसास हुआ की उसने ये क्या कर डाला है....
वो मन ही मन प्रार्थना करने लगा की वो छींटे उसकी बहन पर ना गिरे....
और उसकी प्रार्थना का मिला जुला असर हुआ..
हालाँकि उसके और सोनिया के बीच करीब 10 फुट की दूरी थी...
पर फिर भी सबसे आगे वाले 1-2 नन्हे से छींटे सोनिया तक पहुँच ही गये...
जवानी का जोश था ही इतना ताकतवर की सोनू के लंड से निकली धार भी दूर तक पहुँच गयी...
अपने चेहरे पर गिरी बूँदो को महसूस करते ही सोनिया ने आँखे खोल दी...
और सामने जो उसने देखा, वो उसकी जिंदगी का सबसे हसीन दृशय था..
उसका भाई अपनी आँखे बंद किए, अपना खड़ा लंड लिए , मास्टरबेट कर रहा था....कर क्या रहा था,कर चुका था.
और उसी के लंड से निकली बूँदो ने उसके चेहरे को छुआ था...
बाकी की लकीरे फर्श पर अपने निशान छोड़ चुकी थी.
उन बूँदो को उंगलियों से टच करते ही वो भी अपनी उत्तेजना के शिखर पर जा पहुँची....
और हकलाते हुए....
गहरी साँसे लेते-2 ...
उसने अपनी चूत से रज का त्याग कर दिया.
अपनी घी से चुपड़ी चूत को 2 उंगलियों से भींच कर सहलाते हुए वो अब भी सिसकारियाँ मार रही थी.
कुछ देर बाद जब तूफ़ान थमा तो दोनो को होश आया.
सोनू भागकर अपने बेड तक गया और चादर में घुस गया...
सोनिया ने भी जल्दी से अपने नंगे बदन को अपने कपड़ो से ढका...
और फिर एक एक करके दोनो बाथरूम में जाकर अपने गुनाहो को पानी से सॉफ करके आए.
और वापिस आकर सो गये.उसके बाद दोनों में कोई बात नहीं हुई.
पर दोनो के मन में बहुत कुछ चल रहा था..
अभी के किस्से को लेकर...
और आने वाले कल को लेकर...
जिसमें सोनू ने अपनी बहन को ये वादा कर दिया था की वो अपने और तन्वी के हसीन लम्हो को लाईव दिखाएगा... दोनो ही आने वाले कल को लेकर एक्साईटिड थे.
सोनिया ने भी जल्दी से अपने नंगे बदन को अपने कपड़ो से ढका...
और फिर एक एक करके दोनो बाथरूम में जाकर अपने गुनाहो को पानी से सॉफ करके आए.
और वापिस आकर सो गये.उसके बाद दोनों में कोई बात नहीं हुई.
पर दोनो के मन में बहुत कुछ चल रहा था..
अभी के किस्से को लेकर...
और आने वाले कल को लेकर...
जिसमें सोनू ने अपनी बहन को ये वादा कर दिया था की वो अपने और तन्वी के हसीन लम्हो को लाईव दिखाएगा... दोनो ही आने वाले कल को लेकर एक्साईटिड थे.
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अब आगे
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अगले दिन जब सोनू उठा तो अपने बिस्तर पर, रात की खुमारी में सराबोर होकर, सो रही सोनिया को देखकर वो मुस्कुरा दिया..
वो इस समय किसी परी जैसी लग रही थी.
सैक्सी परी की तरह.
जो अपनी छोटी सी पेंटी और सेक्सी सी टी शर्ट में सो रही थी...
अपनी गांड को किसी तोप की तरह उसने सोनू की तरफ कर रखा था
जिसके नुकीले और गोल-2 उभार उसे ललचा भी रहे थे की आकर मसल दो हमें और डरा भी रहे थे की खबरदार अगर हाथ लगाया तो उड़ा डालेंगे..
उसकी टी शर्ट से झाँकते उसके बूब्स को पूर्ण नग्न देखने की इच्छा उसे होने लगी...
पता नही कब उसे ये मौका मिलेगा जब वो खुद ही उसे न्योता देगी की आओ भाई, देख लो...ये है वो बूब्स जिन्हे मैने पिछले 6-7 सालों में पाल पोसकर इतना बड़ा किया है..
ये सोचने मात्र से ही उसका लंड पूरा खड़ा हो चुका था.
पर अभी के लिए इतना उत्तेजित होना सही नही था उसके लिए...
स्कूल के लिए देर हो रही थी...
वो जल्दी से बाथरूम में गया और मुठ मारकर अपने खड़े लंड को शांत करवाया..
स्कूल पहुँचकर भी उसका मन सोनिया की तरफ ही था...
और शाम को होने वाले धमाके के बारे में सोचकर ही उसके तन बदन में तरंगे सी उठ रही थी.
वो ये सोचता हुआ चला ही जा रहा था की तभी पीछे से भागकर आती हुई साक्षी ने उसे आकर रोक दिया.
''हाय , कहाँ भागे जा रहे हो...कितनी देर से आवाज़ें लगा रही हूँ ...''
सोनू ने पलट कर देखा तो साक्षी पसीने से भरी हुई, अपनी स्पोर्ट्स ड्रेस में खड़ी थी...
स्कूल की बेडमींटन टीम का कैप्टन होने की वजह से उसे प्रैक्टिस के लिए सुबह 1 घंटा पहले आना पड़ता था...
शायद बेडमींटन की प्रैक्टिस करते हुए उसने सोनू को देख लिया था, वही से भागती आ रही थी उसके पीछे.
सोनू : "ओह्ह .. हाय .. सॉरी, वो मैं कुछ सोचता हुआ जा रहा था....''
वो मुस्कुराइ और बोली : "मेरे बारे में ना.... ह्म्*म्म्म''
उसकी सैक्सी स्माइल और आँखो की चमक देखकर सोनू से झूट बोले बिना रहा ही नही गया...
"हां ..... तुम्हारे बारे में ही...''
उसने शरमा कर अपनी आँखे नीचे कर ली....
इस वक़्त साक्षी बहुत सैक्सी लग रही थी.
अचानक बेल बज गयी...
ये प्रेयर का टाइम था...
सभी स्टूडेंट्स को बिल्डिंग के सामने वाले ग्राउंड में इकट्ठा होना पड़ता था..
सोनू भी वहां जाने लगा तो साक्षी ने उसका हाथ पकड़ा और बोली
''अर्रे, तुम कहां चल दिए... चलो मेरे साथ ज़रा...''
इतना कहकर वो उसे खींचकर अपने साथ बिल्डिंग के पीछे की तरफ बने लेडीज़ बाथरूम में ले जाने लगी..