30-05-2017, 04:27 PM (This post was last modified: 31-05-2017, 04:09 PM by honey boy.)
【8◆●◆】
सोनू ने माहौल को हल्का करते हुए कहा : "ओके दी... चलो छोड़ो ये सब... जो हुआ सो हुआ... अब इसके बारे में बात नही करते.... मुझे इस बात से कोई फ़र्क नही पड़ता... सो भूल जाओ कल रात की बात.... एन्ड मेरे साथ बाहर चलो,.. और ये भी बताता हूँ की कल साक्षी के साथ मैंने क्या किया ''
सोनिया एकदम से खुश हो गयी.... वो भी साक्षी के बारे में जानना चाहती थी, उसे शायद इस बात की भी खुशी थी की उसके भाई को इतना सब होने के बाद भी कोई फ़र्क नही पड़ रहा था... पर ये सिर्फ़ सोनू ही जानता था की उसे कितना फ़र्क पड़ रहा है... कितना पड़ चुका है....और आगे कितना पड़ने वाला है.
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अब आगे
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दोनो नीचे आ गये... घर में उनके अलावा कोई नही था..
सोनिया किचन में जाकर दोनो के लिए नाश्ता बनाने लगी, सोनू किचन काउंटर के बाहर पड़ी चेयर पर बैठा था.
सोनिया : "चल बता जल्दी से... क्या-2 हुआ कल ...''
सोनू के दिमाग़ में अभी तक कल रात वाला डिल्डो घूम रहा था...
और कुछ देर पहले हुई खुल्ली बातचीत से उसके अंदर की झिझक काफ़ी हद तक ख़त्म हो चुकी थी.
सोनू : "वैसे तुम्हे इतना इंटेरेस्ट क्यो है मेरे और साक्षी के बारे में जानने के लिए...''
सोनिया : "बस...ऐसे ही...''
वो आँखे चुरा रही थी...
और सोनू अच्छी तरह से जानता था की वो ऐसा तभी करती है जब वो झूट बोल रही होती है..
सोनू : "ओके ... तो सुनो.... कल हमने किस्स किया..''
उसने एक ही बार में वो बोल दिया, जो कल तक उसने किसी को भी ना बताने की अंदर ही अंदर कसम खाई थी.
वो आमलेट बनाती-2 पलट कर उसे हैरानी से देखने लगी..
और बोली : "वाव.... नोट बेड.... पहले ही दिन.... सही है....''
वो अपनी आँखे बंद करके एक पल के लिए अपने भाई को किस्स करते हुए इमैजिन करने लगी
और एक बार फिर से घूम कर नाश्ता बनाने में जुट गयी.
उसने कुछ और पूछा ही नही...
अभी कुछ देर पहले तक तो वो साक्षी का नाम सुनकर काफ़ी एक्साईटीड हो रही थी...अब एकदम से क्या हो गया उसे..
सोनू को अंदर ही अंदर कुछ महसूस हुआ
उसे लगा शायद सोनिया को ये बात सुनकर ज़्यादा अच्छा नही लगा है,
कही .... उसे... अंदर ही अंदर....
जलन तो नही हो रही...
साक्षी से.......
और इस बात की पुष्टि करने का सिर्फ़ एक ही तरीका था...
उसे और जलाया जाए..
सोनू : "पता है सोनी, हमारे स्कूल में एक लड़की है.... एंड शी इस बोम्बशेल... उसे देखकर हर लड़के का यही मन करता है की बस एक बार ये मिल जाए...''
उसने अपनी बात अधूरी छोड़ दी...
सोनू ने नोट किया की वो उसकी बात को कान लगाकर सुन रही है..
सोनू आगे बोला : "वो अपने बी एफ के साथ बिल्डिंग के पीछे की तरफ गयी...और वहां जाकर उसके साथ मस्ती करने लगी...''
ये कहकर वो रुक गया.
जब कुछ देर तक सोनू नही बोला तो वो झल्ला कर बोली : "अब आगे भी बोलेगा की क्या हुआ..''
सोनू को इस वक़्त बहुत मज़ा आ रहा था.
सोनू : "हाँ , बता तो रहा हूँ ...साक्षी उस वक़्त मेरे साथ ही थी...हम दोनो भी उनके पीछे-2 गये...और वो सब करते हुए उन्हे देखने लगे...''
सोनिया ने ऐसी नज़रों से उसे देखा जैसे पूछ रही हो की 'क्या देखा, ये भी तो बता'
सोनू (मंद-2 मुस्कुराते हुए) : "हमने देखा की वो ना... वो दोनो.... एक पेड़ के नीचे जाते ही.... एक दूसरे को.... उम्म्म... लिपट गये.... और .... और लीप तो लीप किस्स करने लगे...''
वो कुछ ज़्यादा ही आराम से और डीटेल में सब बातें बता रहा था....
सोनिया भी अपना काम छोड़कर उसकी तरफ घूम गयी और आँखे फाड़कर अपने भाई के मुँह से पहली बार ऐसी बाते निकलते हुए देखने लगी....
आज तक यही सोनू इस तरह की बातों से बचता फिरता था...
एक ही दिन में वो उससे इतना ओपन हो गया था की अब खुलकर अपने स्कूल की बातें उसे मज़े लेकर सुना रहा था.
वो फ्रूट्स छिल रही थी, और तिरछी नजरों से अपने भाई को भी देख रही थी
सोनिया : "फिर....?''
सोनू : "फिर उसके बी एफ ने उसकी शर्ट के बटन खोले... और उसकी..... बूबी को चूसने लगा...''
बूबी सुनकर सोनिया की हँसी निकल गयी.... और बोली : "ओ पागल, वो बूबी नही बूब्स होते हैं....''
सोनू : "हाँ , पता है.... पर उसके बिल्कुल छोटे-2 से थे.... बिल्कुल इतने से....''
सोनू ने उंगलियों को मोड़कर गोल सी शेप बनाई...उसे देखकर एक बार फिर से वो हंस दी
और बोली : "चाहे वो इतने हो या मेरे जितने , वो बूब्स हि कहलाएँगे... समझा....आगे बोल..''
सोनू ने हाँ में सिर हिलाया...कल स्टार्ट हुई सैक्स क्लास आज फिर से शुरू हो चुकी थी..
सोनू : "फिर....साक्षी ने भी मुझे पकड़ लिया... शायद उन्हे देखकर उसे भी जोश चढ़ गया था... और कल रात जो मैसेज था वो भी उसे याद आ गया.... और.... आई लव यू बोलकर उसने मुझे ज़ोर से किस्स कर लिया...''
सोनिया : "वाउ.... सो रोमांटिक .....''
उसकी आँखो में चमक थी.... पर सोनू उसमें ये देखने की कोशिश कर रहा था की वो पहले जो उसे फील हुआ था, वैसा कुछ है या नही... पर उसे कुछ महसूस नही हुआ... वो नॉर्मल सी ही लगी... शायद उसका ही वहम था पहले..
और इतनी सारी बातें उसने खुलकर अपनी बहन से कर ली थी, जिसके बारे में उसने सोचा तक नही था....
बूब्स, किस्स और ना जाने क्या-2...
ऐसा तो कोई भाई अपनी बहन को नही बताता...और ना ही कोई बहन अपने भाई को
पर वो सब उसे बताते हुए सोनू को मज़ा बहुत आया था...
और उसे खुद ही अंदर से बहुत फ्री-2 सा फील हो रहा था...
जैसे उसने ये बात अपनी बहन को नही बल्कि किसी लंगोटिया यार को बताई हो..
वो ये सब सोचता हुआ मंद-2 मुस्कुरा रहा था.
और उसे ऐसा करते देखकर सोनिया ने उससे पूछा : "क्या बात है... आजकल बड़ा मुस्कुराता रहता है... क्या चल रहा है तेरे दिमाग़ में इस वक़्त...''
उसने अपने हाथ में लिया चाकू उसकी तरफ लहरा कर पुछा, जैसे ना बताने पर उसे मार ही डालेगी
सोनू : "कुछ नही दी... बस यही सोचकर मुस्कुरा रहा था की आपसे ये सब शेयर करके कितना अच्छा लग रहा है... आई थिंक मुझे आपमें एक अच्छा दोस्त मिल गया है...''
सोनिया ने ये सुना और घूमकर बाहर आई और उसे ज़ोर से हग कर लिया....
और बोली : "मैं तो हमेशा से तेरी दोस्त थी, बस तूने ही कभी दिल खोलकर बातें नहीं की.. ''
दोनो काफ़ी देर तक एक दूसरे को पकड़कर एक दूसरे की पीठ सहलाते रहे...
वैसे भी सोनू को उसकी बिना ब्रा की पीठ पर हाथ फेरने में बहुत मज़ा आ रहा था..
उसने उसकी पीठ पर दबाव डालकर उसे और ज़ोर से अपनी तरफ खींचा, और तब उसे उसके बूब्स अपनी छाती पर महसूस हुए... और उसके निप्पल्स की चुभन को महसूस करके उसे एक ही पल में पता चल गया को वो तन कर खड़े हैं... और उनका एहसास होते ही उसका दिमाग़ घूमने सा लगा... वो कल साक्षी और आज सोनिया वाली हग को कंपेयर करने लगा... और उसे जवाब भी एक पल में मिल गया..
उसकी बहन की हग उसे ज़्यादा उत्तेजित कर रही थी.
एक तरफ तो वो भाई बनकर ऐसी बातों की निंदा करने में कभी पीछे नही हटता था, पर उसके अंदर का शैतान जब उसके भाई पर भारी पड़ जाता है तो वो बेचारा कुछ कर ही नही पाता..
कुछ सोचकर वो तुरंत उससे अलग हो गया...
और उसने सोनिया की आँखो में देखने की कोशिश की... पर वो एक बार फिर से शरमा रही थी अब...
एक बार फिर से उसे ये लगने लगा की जो कुछ देर पहले तक वो सोच रहा था , कहीं वो सही तो नही था.
ये सब उसे आने वाले दिनों में पता चलने वाला था... अभी तो पूरा महीना पड़ा था.
पर सबसे पहले तो उसे आज की रात का इन्तजार था, क्योंकि वो देखना चाहता था की सब बातें जानने के बाद आज रात वो मास्टरबेट करेगी या नही.
(30-05-2017, 04:31 PM)honey boy :
दोनो काफ़ी देर तक एक दूसरे को पकड़कर एक दूसरे की पीठ सहलाते रहे...
वैसे भी सोनू को उसकी बिना ब्रा की पीठ पर हाथ फेरने में बहुत मज़ा आ रहा था..
उसने उसकी पीठ पर दबाव डालकर उसे और ज़ोर से अपनी तरफ खींचा, और तब उसे उसके बूब्स अपनी छाती पर महसूस हुए... और उसके निप्पल्स की चुभन को महसूस करके उसे एक ही पल में पता चल गया को वो तन कर खड़े हैं... और उनका एहसास होते ही उसका दिमाग़ घूमने सा लगा... वो कल साक्षी और आज सोनिया वाली हग को कंपेयर करने लगा... और उसे जवाब भी एक पल में मिल गया..
उसकी बहन की हग उसे ज़्यादा उत्तेजित कर रही थी.
एक तरफ तो वो भाई बनकर ऐसी बातों की निंदा करने में कभी पीछे नही हटता था, पर उसके अंदर का शैतान जब उसके भाई पर भारी पड़ जाता है तो वो बेचारा कुछ कर ही नही पाता..
कुछ सोचकर वो तुरंत उससे अलग हो गया...
और उसने सोनिया की आँखो में देखने की कोशिश की... पर वो एक बार फिर से शरमा रही थी अब...
एक बार फिर से उसे ये लगने लगा की जो कुछ देर पहले तक वो सोच रहा था , कहीं वो सही तो नही था.
ये सब उसे आने वाले दिनों में पता चलने वाला था... अभी तो पूरा महीना पड़ा था.
पर सबसे पहले तो उसे आज की रात का इन्तजार था, क्योंकि वो देखना चाहता था की सब बातें जानने के बाद आज रात वो मास्टरबेट करेगी या नही.
और उसने सोनिया की आँखो में देखने की कोशिश की... पर वो एक बार फिर से शरमा रही थी अब...
एक बार फिर से उसे ये लगने लगा की जो कुछ देर पहले तक वो सोच रहा था , कहीं वो सही तो नही था.
ये सब उसे आने वाले दिनों में पता चलने वाला था... अभी तो पूरा महीना पड़ा था.
पर सबसे पहले तो उसे आज की रात का इन्तजार था, क्योंकि वो देखना चाहता था की सब बातें जानने के बाद आज रात वो मास्टरबेट करेगी या नही.
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अब आगे
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दोपहर के समय सोनिया मार्केट चली गयी, और शाम को सीधा मम्मी के साथ ही वापिस आई... दोनो ने मिलकर डिनर बनाया, उनके पापा भी आ चुके थे, सबने मिलकर खाना खाया... पूरा दिन कैसे निकल गया, पता ही नही चला..
पर सोनू को तो सुबह से ही रात का इंतजार था,
उसने एक बात नोट की थी की जब भी सोनिया मॉम के साथ होती थी तो उसके साथ बिल्कुल नॉर्मल सी रहती थी... और ना ही ऐसी कोई बात करती थी जो उसके ''छोटे सिपाही'' को खड़ा कर दे...
पर अकेले होते ही ना जाने उसे क्या हो जाता था, इसलिए भी सोनू रात का इंतजार कर रहा था ताकि वो अपने रूम में जाकर खुल कर एटलीस्ट बात तो कर सकें..
और वही हुआ जैसा सोनू ने सोचा था..
डिनर के बाद जब वो अपने रूम में पहुँचे तो उसके रंग ढंग ही बदल गये..
रंग इसलिए की बाथरूम में जाकर उसने नाइट ड्रेस पहन ली जो कल से ज़्यादा सैक्सी थी
उसने एक स्लीवलेस टी शर्ट और एक नन्ही सी निक्कर पहनी हुई थी..जिसमें उसकी मांसल पिंडलिया और मोटी जाँघे सॉफ चमक रही थी
और ढंग इसलिए बदल गये की अब वो कुछ ज़्यादा ही कमर मटका कर और सीना उभार कर चल रही थी..
सोनू ने उसे छेड़ते हुए कहा : "क्या बात है दी ...रूम में आते ही एकदम बदल जाती हो तुम...''
सोनिया : "यार, तुझे पता तो है, मॉम के सामने ये सब करके मुझे उनका भाषण नही सुनना, एंड इन फ्रंट ऑफ यू आई केन डू वॉटेवर आई वॉंट टू डू ....''
इतना कहकर वो सोनू को आँख मारती हुई अपने बिस्तर पर जाकर बैठ गयी...
सोनू तो उसकी इस कातिलाना अदा को देखकर आँखे फाड़कर उसे देखता रह गया..
वो भी बाथरूम में गया और चेंज करके वापिस आ गया....
पर बाहर निकलते ही उसके होश उड़ गये..
उसका मोबाइल सोनिया के पास था..
वो देखते ही समझ गया की वो उसके व्हाटसऐप के मैसेज देख रही होगी..
वैसे तो ऐसा कुछ नही था उसमे... साक्षी के साथ नॉर्मल सी चैट थी... एक दो किस्सेस और आई लव यू वगेरह था..
पर
उसके नॉटी बाय्स वाले ग्रुप में आज काफ़ी माल आया था..
उसके एक फ्रेंड आकर्षण ने आज करीब 15-20 वीडियोस भेजे थे....
जिसमें कई तो इंडियन गर्ल्स के थे, ऐसी लड़कियों के जो मोबाइल पर अपना वीडियो बनाकर अपने बी एफ को भेजती है, पर उनके वो हरामी बी एफ वो वीडियो नेट पर डालकर उनकी ऐसी तेसी कर देते हैं...
अब कल से अब तक सोनिया के साथ इतनी बातें हो चुकी थी की उसे वो अपना फोन देखने से मना भी नही कर सकता था...
वो चुपचाप जाकर अपने बेड पर लाइट गया... और सोनिया से इधर उधर की बातें करने लगा..