26-07-2018, 02:57 PM
मेरा नाम अनीता है और मेरे पति नाम मनोज है में ग्वालियर से हूँ
हमारी शादी को 12 साल हो गए हैं और हमारे दो बच्चे हैं।
समाज में एक शादीशुदा महिला का किसी दूसरे पुरुष के साथ संबंध बनाना एक अपराध माना जाता है। लेकिन सोचिए कि अगर पति को अपनी पत्नी को बॉयफ्रेंड के साथ रिलेशनशिप बनाने पर कोई ऐतराज ना हो बल्कि इसके उलट वह खुद ही अपनी पत्नी को इसके लिए प्रेरित कर रहा हो तो!आप शायद हैरान हो जाएं लेकिन कुछ पुरुष अपनी सेक्स लाइफ को बेहतर और रोचक बनाने के लिए पार्टनर को खुद दूसरे पुरुषों के साथ रिलेशनशिप बनाने के लिए कह रहे हैं। अब पति-पत्नी के रिश्ते में बहुत बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। अब वह इसे धोखे के तौर पर नहीं बल्कि सेक्स लाइफ के एक मजेदार पहलू और अपने पार्टनर की सेक्सुअल फ्रीडम के तौर पर ले रहे हैं।
मेरा अनुभव बहुत ही जुदा है। अनीता ने बताया कि जब वह एक शख्स को सेड्यूस करने की कोशिश कर रही थी तो उसके पति मनोज ने उसका उत्साह बढ़ाने वाले मेसेज भेजे। उसने बताया, मैंने उस रात अपने पति मनोज को फोन किया और इस बारे में बताया तो वह न केवल खुश हुए बल्कि वह इस बारे में और ज्यादा जानकारी मांगी। जब मैं घर गई और उन्हें पूरी कहानी सुनाई तो इससे वह इतना उत्तेजित हो गए कि हम दोनों ने सेक्स को ज्यादा बेहतर तरीके से इंजॉय किया। उन्हें एक साथ पति और बॉयफ्रेंड के साथ रिलेशनशिप में रहते हुए 6 महीने पूरे हो चुके हैं और वह बहुत ही खुश हैं। अनीता कहती है, मैं बहुत ही लकी हूं, मैं जब चाहूं अपने बॉयफ्रेंड के साथ सेक्स कर सकती हूं, मेरे पति मनोज को इससे कोई ऐतराज नहीं है।[b]मैं जब चाहूं दोनों के साथ सेक्स कर सकती हूं जब से मेरे पति मनोज को अपनी बीवी को गैर मर्द से चुदते देखा मज़ा आने लगा. [/b]
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यह सेक्स कहानी है चार दोस्तों की… उनकी जवानी में किये मजों की…
साहिल, रजत, कृष्णा और वासुदेव यानि मैं… सभी की शादियाँ हो चुकी हैं और हर कोई अपने में व्यस्त है. वक़्त के कारण हमारा मिलना ना के बराबर था.
तो मैंने सबके साथ एक हफ्ते के आउटिंग का प्लान किया.
मेरे दोस्त का लातूर के पास फार्म हाउस है, वहाँ मिलने का प्लान किया. अब मैं आपको मेरे दोस्तों की बीवियों का परिचय करवा दूँ… मेरी बीवी दीपा, रंग सांवला पर बड़ी आकर्षक औरत है. उसका कद 5’3″ और उसकी अदायें ऐसी कि किसी का का भी मन बेकाबू हो जाए.
रजत की बीवी नीलिमा जो 5’5″ कद वाली है और उसका रंग गोरा है.
कृष्णा की बीवी रीता नीलिमा की सगी बहन है और वो दोनों कृष्णा की मामा की लड़कियाँ हैं.
अब रहा साहिल… उसकी बीवी रेशमा को हमने हमेशा बुरका पहने ही देखा है. उसकी सुन्दरता और अदायें तो हमें आउटिंग पर जाने के बाद ही पता चली.
अब चलो देर न करके हम चलते हैं असली बात की तरफ…
जब हम फार्म हाउस पहुंचे तो हम हैरान हुए, वहाँ हर कुछ इंतजाम था, बड़ा हॉल, पांच बेडरूम, स्विमिंग पूल… वो सब कुछ जो मजे के लिए चाहिए.
हमारे अगले सात दिन बड़े ही मजे में कटने वाले थे.
जैसे ही हम वहाँ पहुंचे, हम सबने नहाने का प्लान किया. सब लड़के स्विम सूट में नहाने के लिए तैयार होकर स्विमिंग पूल में उतर गए पर औरतें बस किनारे पर रहकर देखने लगी.
हमने आपस में तय किया कि यहाँ हमारे सिवा कोई नहीं है तो उन सभी को भी स्विमिंग पुल में आना चाहिए.
सबसे पहले तय हुआ कि रीता और नीलिमा बोल्ड हैं, उनको तैयार किया जाय… और यह काम कृष्णा करेगा.
और उसने यह काम बखूबी किया और वो राजी होकर नहाने आ गई.
पर जब वो स्विम सूट में पानी में उतर रही थी तब उन्हें देख सबकी साँसें थम गई, नीलिमा ने गुलाबी स्विम सूट पहना था और रीता ने काला… दोनों गजब लग रही थी.
नीलिमा गुलाबी सूट में उसके दोनों गोलाइयाँ काफी आकर्षक लग रही थी जैसे दो संतरे जिनका रस हर कोई पीना चाहेगा… और उसकी कंटीली कमर बिजलियाँ गिरा रही थी.
उसे देख मेरे नीचे कुछ कुछ हो रहा था, मेरा लंड कड़क हो गया था. मेरा नसीब अच्छा था कि पानी में होने के कारण किसी को पता नहीं चला.
रीता तो काले स्विम सूट में उससे कमाल लग रही थी, उसकी संतरे नीलिमा से काफी बड़े थे जैसे हापूस आम… जैसे ही वो बाकियों को पानी में आने के लिए कहने के लिए मुड़ी, तो उसके कूल्हे नजर आये, ऐसा लग रहा था कि कोई अप्सरा आ रही है.
और मेरी हालत और ख़राब हो रही थी.
साहिल- यार वासु, तुझे नहीं लगता कि नीलिमा भाभी रीता भाभी से ज्यादा हॉट लगती हैं?
मैंने कहा- धीरे से बोल, रजत सुन लेगा, और देखा जाय तो तू सही है, मुझे भी ऐसा लगता है.
साहिल- मैं जानता हूँ, तेरा बम्बू खड़ा हुआ है, उसे देख, साले दोस्त की बीवी को बुरी नजर से देखता है?
अब मैं उसे क्या कहता… मेरी तो चोरी पकड़ी गई, मैंने कहा- हाँ यार, है ही इतनी खूबसूरत… मेरा तो बचपन से इसको लेने का मन था. पर क्या करें… कृष्णा के मामा की लड़की थी, इसलिए कभी लाइन नहीं मारी.
कृष्णा- अरे बातें क्या कर रहे हो? अपनी बीवियों को भी बुलाओ… या सिर्फ हमारी बीवियों को ही स्विमसूट में देखने का इरादा है?
रजत- हाँ, सही कहा कृष्णा… अब इन्हें भी दीपा और रेशमा को मनाना चाहिए… क्या कहती हो नीलिमा?
नीलिमा- हाँ उन्हें भी आना ही पड़ेगा, नहीं तो हम नहीं रुकेंगी.
रेशमा- अरे हमें क्यों बीच में ला रही हो? तुम लोगों को नहाना है तो नहा लो!
दीपा ने तभी उसके कान में कहा- अरे रेशमा, इतना अच्छा मौका मैं नहीं छोडूंगी. पति के अलावा किसी और के साथ नहाने का मजा मैं नहीं छोड़ना चाहती.
रेशमा- अरे दीपा, तू तो बड़ी उस्ताद है रे… मौका मिलेगा तो तू किसी और से चुद भी लेगी क्या?
दीपा- सच कहूँ रेशमा… अगर तू किसी को ना बोले तो?
रेशमा- बोल.. मैं किसी से नहीं कहूंगी!
दीपा- अगर मौका मिलेगा तो मैं सच में रजत से चुदाना चाहूंगी, मुझे वो शुरू से हॉट लगता है.
रेशमा- तो ट्राय कर न इन छुट्टियों में… और चुद जा ना!
दीपा- रेशमा, तेरा कभी मन नहीं करता किसी और के साथ चुदाई करने का?
रेशमा- दीपा, अगर तू बुरा न माने तो ही बोलूंगी?
दीपा- बोल ना?
रेशमा- सच में?
दीपा- हाँ रे, बोल तो सही?
रेशमा- मुझे न… तेरा पति अच्छा लगता है. देख तू बुरा मत माँन, तूने जिद की इसलिए कहा!
दीपा- नहीं रे… अगर मैं एक बात कहूँ तो हम दोनों अपनी इच्छा पूरी कर सकती हैं..
रेशमा- कैसे?
दीपा- मैं तुम्हें मेरे पति से चुदवाने में मदद करूंगी और तू मुझे रजत से चुदवाने में!
रेशमा- हाँ पक्का… मेरी चुत में यह सोच कर ही पानी आ रहा है.
दीपा- पर तू इतनी चुदककड़ है तुझे देख कर नहीं लगता?
रेशमा- नहीं रे, बस साहिल चोदता मस्त है पर एक बार तेरा पति हमारे घर डिनर को आया था तब मेरे हाथ से दाल तेरे पति के कपड़ों पे गिर गई थी तो वो वाशरूम गये थे. तब मैंने गलती से वाशरूम का दरवाजा खोला और तेरे पति का लंड देखा. तब से मुझे कुछ कुछ होता है मैं तो साहिल जब मुझे चोदता था तब तेरे पति को याद् कर मन ही मन न जाने कितनी बार उनसे चुदवा चुकी हूँ.
हम चार दोस्त अपनी अपनी बिवियों के साथ छुट्टियों में मस्ती करने एक फार्म हाउस पर गए. वहाँ स्वीमिंग पूल में दो बीवियाँ बिकिनी पहन कर आई लेकिन दो नहीं आई.
नीलिमा- अरे तुम दोनों बैठी क्या खुसुर फुसुर कर रही हो? जल्दी आओ न यहाँ पानी में!
रेशमा- पर मुझे तैरना नहीं आता.
दीपा- तो क्या हुआ वासु है न, वो तुम्हें सिखा देगा… वो अच्छा स्विमर है… अगर साहिल को ऐतराज न हो तो!
और दीपा ने रेशमा को आंख मारी.
साहिल- नहीं मुझे कोई दिक्कत नहीं… वासु तू सिखा उसे!
और हंसते हंसते कहा- सिर्फ सिखाना नहीं… तू मजे लेते रहना मेरी खूबसूरत बीवी के!
रेशमा- क्या साहिल तुम भी न… अगर ऐसा है तो तुम ही सिखा दो ना!
साहिल- अरे बाबा, मैं तो मजाक कर रहा था. और रही मजे की तो तुम्हारे साथ तो मजे मैं करुंगा रात में!
यह सुन कर रेशमा ने शर्म से अपनी आँखें नीचे कर ली.
रेशमा- क्या साहिल… ये क्या सबके सामने कहने की बात है?
साहिल- अरे बाबा, शर्माने की क्या बात है और मैं तो कहूँगा आज रात हम सबके गद्दे हॉल में ही लगा देते हैं, सबको पता होगा कि हम सब क्या कर रहे हैं पर अंधेरे में कुछ दिखेगा नहीं! पर ये सोचकर मजा भी आएगा.
तभी रजत ने कहा- मैं तयार हूँ!
और नीलिमा से पूछा- क्या नीलिमा तुम तैयार हो?
नीलिमा ने शरमाते हुआ कहा- हाँ मैं तयार हूँ.
बाद में सबने इस बात की हामी भरी, मैं भी खुश हुआ कि आज रात मुझे नीलिमा को चुदते हुआ देखने का मौका मिलेगा. ऐसा सोचने पर मेरा लंड और कड़क हुआ और तभी रेशमा पास आई और उसने तैरना सिखाने को कहा.
मैंने कहा- ठीक है, अब तुम रेलिंग को पकड़ कर पानी में आओ और पानी में आकर रेलिंग को पकड़े रखना और पैर पानी में सीधे करना!
उसने कोशिश की पर वो कर नहीं पा रही थी.
रेशमा- वासु, तुम ही मदद करो ना?
पानी में करीब से उसके पैर देख कर मुझे लगा कि काश ऐसे नीलिमा सामने होती और मैंने रेशमा की टाँगें अपने हाथों से सीधी की और उसे पैर ऊपर नीचे करने को कहा… पर वो ठीक से कर नहीं पा रही थी तो मैंने अपना एक हाथ उसके पेट के नीचे रखा और सहारा देकर कहा- अब पैर मारो!
रेशमा ने जोर जोर से पैर मारे और रेलिंग से थोड़ा और पीछे आई इसमें मेरे हाथ जो उसके पेट के नीचे थे वो उसके बूब्स के ऊपर आये और उसका एक बूब मेरे हाथ में आया.
उधर सभी पानी में मौज मस्ती कर रहे थे और एक दूसरे के ऊपर पानी उड़ेल रहे थे.
दीपा ने भी अब रजत की तरफ कदम बढ़ा लिए थे वो उस पर जोर से पानी डाल रही थी.
सब मस्त में मशगूल थे.
साहिल- वासु, तू ठीक तो है ना?
मैंने कहा- सालो, तुम वहाँ सब खेल रहे हो और मुझे यहाँ बिजी रखा है, खुद क्यों नहीं सिखाता रेशमा को?
साहिल- अरे बाबा, तू अच्छा स्विमर है इसलिए तुझे सिखाने को बोला… नहीं तो मैं ही सिखा देता!
मैं इधर नीलिमा के साथ के लिए तड़प रहा था और रेशमा के बूब्स हाथ में थे. क्या नसीब है… मैंने रेशमा की तरफ देखा, मुझे लगा वो मुस्कुरा रही है यानि उसे मेरा उसके बूब्स को हाथ लगा, इसका बुरा नहीं लगा, मैंने सोचा क्यों न तब तक रेशमा पर ट्राई मारूं?
मैंने भी उसकी तरफ स्माइल की.
रेशमा- मुझे पता है वासु, तुम नीलिमा को पसंद करते हो!
मैं हैरान हो गया और कहा- नहीं तो?
अभी भी मेरे हाथ उसके बूब्स पे थे.
रेशमा- ठीक है, जाने दो… मैंने सोचा, अगर वो तुम्हेँ पसंद है तो मैं तुम्हारी कुछ मदद कर देती!
और उसने मेरी तरफ देख आंख मारी. मैंने सोचा चलो चिड़िया खुद मदद कर रही है तो क्यों ना कहें!
मैंने कहा- ठीक है, मैं मानता हूँ, वो मुझे पसंद है.
रेशमा- तो क्या करना चाहते वो उसके साथ?
मैंने कहा- बस उसे अपने दिल का हाल बताना चाहता हूँ.
रेशमा- बस? मुझे लगा तुम उसमें कहीं ज्यादा इंटरेस्टेड हो… और तुम्हारा बम्बू तो कुछ और कह रहा है.
उसने मेरे नीचे इशारा करके बोला.
मैं शर्मा गया और उसके बूब्स को छोड़ दिया और उसके पेट के नीचे हाथ रखा.
रेशमा- उन्हें छोड़ दोगे तो मैं मदद क्यों करूं?
मैंने कहा- मैं समझा नहीं?
रेशमा- अरे अभी जिन पर हाथ था उन्हें छोड़ोगे तो…
मैंने कहा- उन्हें किन्हें? उनका कुछ नाम नहीं है क्या?
रेशमा- मुझे शर्म आती है!
मैंने कहा- नहीं, नाम तो लेना पड़ेगा!
रेशमा- मेरे बूब्स पकड़े रखो!
मैंने कहा- ठीक है…
और मेरा एक हाथ उसके बूब्स को पानी में दबाने लगा और रेलिंग से हाथ हटा उसने नीचे पानी में मेरी चड्डी में डाला और मेरे लंड को सहलाने लगी.
तभी सभी लोगों की चिलम पों शुरू हो गई- बस चलो, अब खाना खाते हैं!
और हमें भी पानी से बाहर आना पड़ा और सभी हाल में कपड़े बदल कर चले गए.
मैंने देखा कि दीपा और रेशमा कुछ बातें कर रही हैं.
दीपा- ओय रेशमा जान… क्या क्या किया? मौका लिया या दिया?
रेशमा- मुझे शर्म आ रही है.
दीपा- हाय हाय रे, शर्मा रही है, वासु का लंड लेना है तो शर्माना छोड़ना पड़ेगा.
रेशमा- क्या दीपा तू भी… हाँ मौका लिया भी और दिया भी… उसके हाथ में बूब्स दिए और उसका लंड हाथ में लिया!
दीपा- वाह… तू तो बड़ी फ़ास्ट निकली, पहले ही दिन दो बड़ी बातें… पर एक बात याद रखना, नीचे के बाल साफ़ रखना… वासु को चूत चूसना बड़ा पसंद है पर उसे बाल पसंद नहीं!
रेशमा- अरे तू तो ऐसे कह रही है जैसे मैं अभी उससे चुदवाने जा रही हूँ? पर दीपा काश वह पानी में मुझे चोदता… बाय गॉड बड़ा मन कर रहा था उस वक़्त उसके लंड को मुंह में लेके चूसने का… उसके लंड से निकला पानी पीने का…
रेशमा- पर दीपा, वासु को मैंने एक शर्त मान कर राजी किया है.
दीपा- कौन सी शर्त?
रेशमा- कि मैं उसको नीलिमा को पटाने में मदद करूंगी.
दीपा- वाह, तो मेरा पति नीलिमा को लेना चाहता है और उस चाहत में तुझे पेलेगा.
रेशमा- क्या तू भी… कितना गन्दा बोलती है तू!
दीपा- अरे रेशमा, इसमें बड़ा मजा है, तू कभी ट्राय कर… मैं और वासु गन्दी बात करते हुए ही मजा करते हैं!
रेशमा- मेरा भी मन करता है पर साहिल को पसंद नहीं है.
नीलिमा- अरे तुम लोग क्या बातें कर रही हो?
दीपा- कुछ नहीं बस ऐसे ही बात कर रही थी कि आज स्विमिंग पुल में कौन किस पे लाइन मार रहा था.
हमारी शादी को 12 साल हो गए हैं और हमारे दो बच्चे हैं।
समाज में एक शादीशुदा महिला का किसी दूसरे पुरुष के साथ संबंध बनाना एक अपराध माना जाता है। लेकिन सोचिए कि अगर पति को अपनी पत्नी को बॉयफ्रेंड के साथ रिलेशनशिप बनाने पर कोई ऐतराज ना हो बल्कि इसके उलट वह खुद ही अपनी पत्नी को इसके लिए प्रेरित कर रहा हो तो!आप शायद हैरान हो जाएं लेकिन कुछ पुरुष अपनी सेक्स लाइफ को बेहतर और रोचक बनाने के लिए पार्टनर को खुद दूसरे पुरुषों के साथ रिलेशनशिप बनाने के लिए कह रहे हैं। अब पति-पत्नी के रिश्ते में बहुत बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। अब वह इसे धोखे के तौर पर नहीं बल्कि सेक्स लाइफ के एक मजेदार पहलू और अपने पार्टनर की सेक्सुअल फ्रीडम के तौर पर ले रहे हैं।
मेरा अनुभव बहुत ही जुदा है। अनीता ने बताया कि जब वह एक शख्स को सेड्यूस करने की कोशिश कर रही थी तो उसके पति मनोज ने उसका उत्साह बढ़ाने वाले मेसेज भेजे। उसने बताया, मैंने उस रात अपने पति मनोज को फोन किया और इस बारे में बताया तो वह न केवल खुश हुए बल्कि वह इस बारे में और ज्यादा जानकारी मांगी। जब मैं घर गई और उन्हें पूरी कहानी सुनाई तो इससे वह इतना उत्तेजित हो गए कि हम दोनों ने सेक्स को ज्यादा बेहतर तरीके से इंजॉय किया। उन्हें एक साथ पति और बॉयफ्रेंड के साथ रिलेशनशिप में रहते हुए 6 महीने पूरे हो चुके हैं और वह बहुत ही खुश हैं। अनीता कहती है, मैं बहुत ही लकी हूं, मैं जब चाहूं अपने बॉयफ्रेंड के साथ सेक्स कर सकती हूं, मेरे पति मनोज को इससे कोई ऐतराज नहीं है।[b]मैं जब चाहूं दोनों के साथ सेक्स कर सकती हूं जब से मेरे पति मनोज को अपनी बीवी को गैर मर्द से चुदते देखा मज़ा आने लगा. [/b]
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यह सेक्स कहानी है चार दोस्तों की… उनकी जवानी में किये मजों की…
साहिल, रजत, कृष्णा और वासुदेव यानि मैं… सभी की शादियाँ हो चुकी हैं और हर कोई अपने में व्यस्त है. वक़्त के कारण हमारा मिलना ना के बराबर था.
तो मैंने सबके साथ एक हफ्ते के आउटिंग का प्लान किया.
मेरे दोस्त का लातूर के पास फार्म हाउस है, वहाँ मिलने का प्लान किया. अब मैं आपको मेरे दोस्तों की बीवियों का परिचय करवा दूँ… मेरी बीवी दीपा, रंग सांवला पर बड़ी आकर्षक औरत है. उसका कद 5’3″ और उसकी अदायें ऐसी कि किसी का का भी मन बेकाबू हो जाए.
रजत की बीवी नीलिमा जो 5’5″ कद वाली है और उसका रंग गोरा है.
कृष्णा की बीवी रीता नीलिमा की सगी बहन है और वो दोनों कृष्णा की मामा की लड़कियाँ हैं.
अब रहा साहिल… उसकी बीवी रेशमा को हमने हमेशा बुरका पहने ही देखा है. उसकी सुन्दरता और अदायें तो हमें आउटिंग पर जाने के बाद ही पता चली.
अब चलो देर न करके हम चलते हैं असली बात की तरफ…
जब हम फार्म हाउस पहुंचे तो हम हैरान हुए, वहाँ हर कुछ इंतजाम था, बड़ा हॉल, पांच बेडरूम, स्विमिंग पूल… वो सब कुछ जो मजे के लिए चाहिए.
हमारे अगले सात दिन बड़े ही मजे में कटने वाले थे.
जैसे ही हम वहाँ पहुंचे, हम सबने नहाने का प्लान किया. सब लड़के स्विम सूट में नहाने के लिए तैयार होकर स्विमिंग पूल में उतर गए पर औरतें बस किनारे पर रहकर देखने लगी.
हमने आपस में तय किया कि यहाँ हमारे सिवा कोई नहीं है तो उन सभी को भी स्विमिंग पुल में आना चाहिए.
सबसे पहले तय हुआ कि रीता और नीलिमा बोल्ड हैं, उनको तैयार किया जाय… और यह काम कृष्णा करेगा.
और उसने यह काम बखूबी किया और वो राजी होकर नहाने आ गई.
पर जब वो स्विम सूट में पानी में उतर रही थी तब उन्हें देख सबकी साँसें थम गई, नीलिमा ने गुलाबी स्विम सूट पहना था और रीता ने काला… दोनों गजब लग रही थी.
नीलिमा गुलाबी सूट में उसके दोनों गोलाइयाँ काफी आकर्षक लग रही थी जैसे दो संतरे जिनका रस हर कोई पीना चाहेगा… और उसकी कंटीली कमर बिजलियाँ गिरा रही थी.
उसे देख मेरे नीचे कुछ कुछ हो रहा था, मेरा लंड कड़क हो गया था. मेरा नसीब अच्छा था कि पानी में होने के कारण किसी को पता नहीं चला.
रीता तो काले स्विम सूट में उससे कमाल लग रही थी, उसकी संतरे नीलिमा से काफी बड़े थे जैसे हापूस आम… जैसे ही वो बाकियों को पानी में आने के लिए कहने के लिए मुड़ी, तो उसके कूल्हे नजर आये, ऐसा लग रहा था कि कोई अप्सरा आ रही है.
और मेरी हालत और ख़राब हो रही थी.
साहिल- यार वासु, तुझे नहीं लगता कि नीलिमा भाभी रीता भाभी से ज्यादा हॉट लगती हैं?
मैंने कहा- धीरे से बोल, रजत सुन लेगा, और देखा जाय तो तू सही है, मुझे भी ऐसा लगता है.
साहिल- मैं जानता हूँ, तेरा बम्बू खड़ा हुआ है, उसे देख, साले दोस्त की बीवी को बुरी नजर से देखता है?
अब मैं उसे क्या कहता… मेरी तो चोरी पकड़ी गई, मैंने कहा- हाँ यार, है ही इतनी खूबसूरत… मेरा तो बचपन से इसको लेने का मन था. पर क्या करें… कृष्णा के मामा की लड़की थी, इसलिए कभी लाइन नहीं मारी.
कृष्णा- अरे बातें क्या कर रहे हो? अपनी बीवियों को भी बुलाओ… या सिर्फ हमारी बीवियों को ही स्विमसूट में देखने का इरादा है?
रजत- हाँ, सही कहा कृष्णा… अब इन्हें भी दीपा और रेशमा को मनाना चाहिए… क्या कहती हो नीलिमा?
नीलिमा- हाँ उन्हें भी आना ही पड़ेगा, नहीं तो हम नहीं रुकेंगी.
रेशमा- अरे हमें क्यों बीच में ला रही हो? तुम लोगों को नहाना है तो नहा लो!
दीपा ने तभी उसके कान में कहा- अरे रेशमा, इतना अच्छा मौका मैं नहीं छोडूंगी. पति के अलावा किसी और के साथ नहाने का मजा मैं नहीं छोड़ना चाहती.
रेशमा- अरे दीपा, तू तो बड़ी उस्ताद है रे… मौका मिलेगा तो तू किसी और से चुद भी लेगी क्या?
दीपा- सच कहूँ रेशमा… अगर तू किसी को ना बोले तो?
रेशमा- बोल.. मैं किसी से नहीं कहूंगी!
दीपा- अगर मौका मिलेगा तो मैं सच में रजत से चुदाना चाहूंगी, मुझे वो शुरू से हॉट लगता है.
रेशमा- तो ट्राय कर न इन छुट्टियों में… और चुद जा ना!
दीपा- रेशमा, तेरा कभी मन नहीं करता किसी और के साथ चुदाई करने का?
रेशमा- दीपा, अगर तू बुरा न माने तो ही बोलूंगी?
दीपा- बोल ना?
रेशमा- सच में?
दीपा- हाँ रे, बोल तो सही?
रेशमा- मुझे न… तेरा पति अच्छा लगता है. देख तू बुरा मत माँन, तूने जिद की इसलिए कहा!
दीपा- नहीं रे… अगर मैं एक बात कहूँ तो हम दोनों अपनी इच्छा पूरी कर सकती हैं..
रेशमा- कैसे?
दीपा- मैं तुम्हें मेरे पति से चुदवाने में मदद करूंगी और तू मुझे रजत से चुदवाने में!
रेशमा- हाँ पक्का… मेरी चुत में यह सोच कर ही पानी आ रहा है.
दीपा- पर तू इतनी चुदककड़ है तुझे देख कर नहीं लगता?
रेशमा- नहीं रे, बस साहिल चोदता मस्त है पर एक बार तेरा पति हमारे घर डिनर को आया था तब मेरे हाथ से दाल तेरे पति के कपड़ों पे गिर गई थी तो वो वाशरूम गये थे. तब मैंने गलती से वाशरूम का दरवाजा खोला और तेरे पति का लंड देखा. तब से मुझे कुछ कुछ होता है मैं तो साहिल जब मुझे चोदता था तब तेरे पति को याद् कर मन ही मन न जाने कितनी बार उनसे चुदवा चुकी हूँ.
हम चार दोस्त अपनी अपनी बिवियों के साथ छुट्टियों में मस्ती करने एक फार्म हाउस पर गए. वहाँ स्वीमिंग पूल में दो बीवियाँ बिकिनी पहन कर आई लेकिन दो नहीं आई.
नीलिमा- अरे तुम दोनों बैठी क्या खुसुर फुसुर कर रही हो? जल्दी आओ न यहाँ पानी में!
रेशमा- पर मुझे तैरना नहीं आता.
दीपा- तो क्या हुआ वासु है न, वो तुम्हें सिखा देगा… वो अच्छा स्विमर है… अगर साहिल को ऐतराज न हो तो!
और दीपा ने रेशमा को आंख मारी.
साहिल- नहीं मुझे कोई दिक्कत नहीं… वासु तू सिखा उसे!
और हंसते हंसते कहा- सिर्फ सिखाना नहीं… तू मजे लेते रहना मेरी खूबसूरत बीवी के!
रेशमा- क्या साहिल तुम भी न… अगर ऐसा है तो तुम ही सिखा दो ना!
साहिल- अरे बाबा, मैं तो मजाक कर रहा था. और रही मजे की तो तुम्हारे साथ तो मजे मैं करुंगा रात में!
यह सुन कर रेशमा ने शर्म से अपनी आँखें नीचे कर ली.
रेशमा- क्या साहिल… ये क्या सबके सामने कहने की बात है?
साहिल- अरे बाबा, शर्माने की क्या बात है और मैं तो कहूँगा आज रात हम सबके गद्दे हॉल में ही लगा देते हैं, सबको पता होगा कि हम सब क्या कर रहे हैं पर अंधेरे में कुछ दिखेगा नहीं! पर ये सोचकर मजा भी आएगा.
तभी रजत ने कहा- मैं तयार हूँ!
और नीलिमा से पूछा- क्या नीलिमा तुम तैयार हो?
नीलिमा ने शरमाते हुआ कहा- हाँ मैं तयार हूँ.
बाद में सबने इस बात की हामी भरी, मैं भी खुश हुआ कि आज रात मुझे नीलिमा को चुदते हुआ देखने का मौका मिलेगा. ऐसा सोचने पर मेरा लंड और कड़क हुआ और तभी रेशमा पास आई और उसने तैरना सिखाने को कहा.
मैंने कहा- ठीक है, अब तुम रेलिंग को पकड़ कर पानी में आओ और पानी में आकर रेलिंग को पकड़े रखना और पैर पानी में सीधे करना!
उसने कोशिश की पर वो कर नहीं पा रही थी.
रेशमा- वासु, तुम ही मदद करो ना?
पानी में करीब से उसके पैर देख कर मुझे लगा कि काश ऐसे नीलिमा सामने होती और मैंने रेशमा की टाँगें अपने हाथों से सीधी की और उसे पैर ऊपर नीचे करने को कहा… पर वो ठीक से कर नहीं पा रही थी तो मैंने अपना एक हाथ उसके पेट के नीचे रखा और सहारा देकर कहा- अब पैर मारो!
रेशमा ने जोर जोर से पैर मारे और रेलिंग से थोड़ा और पीछे आई इसमें मेरे हाथ जो उसके पेट के नीचे थे वो उसके बूब्स के ऊपर आये और उसका एक बूब मेरे हाथ में आया.
उधर सभी पानी में मौज मस्ती कर रहे थे और एक दूसरे के ऊपर पानी उड़ेल रहे थे.
दीपा ने भी अब रजत की तरफ कदम बढ़ा लिए थे वो उस पर जोर से पानी डाल रही थी.
सब मस्त में मशगूल थे.
साहिल- वासु, तू ठीक तो है ना?
मैंने कहा- सालो, तुम वहाँ सब खेल रहे हो और मुझे यहाँ बिजी रखा है, खुद क्यों नहीं सिखाता रेशमा को?
साहिल- अरे बाबा, तू अच्छा स्विमर है इसलिए तुझे सिखाने को बोला… नहीं तो मैं ही सिखा देता!
मैं इधर नीलिमा के साथ के लिए तड़प रहा था और रेशमा के बूब्स हाथ में थे. क्या नसीब है… मैंने रेशमा की तरफ देखा, मुझे लगा वो मुस्कुरा रही है यानि उसे मेरा उसके बूब्स को हाथ लगा, इसका बुरा नहीं लगा, मैंने सोचा क्यों न तब तक रेशमा पर ट्राई मारूं?
मैंने भी उसकी तरफ स्माइल की.
रेशमा- मुझे पता है वासु, तुम नीलिमा को पसंद करते हो!
मैं हैरान हो गया और कहा- नहीं तो?
अभी भी मेरे हाथ उसके बूब्स पे थे.
रेशमा- ठीक है, जाने दो… मैंने सोचा, अगर वो तुम्हेँ पसंद है तो मैं तुम्हारी कुछ मदद कर देती!
और उसने मेरी तरफ देख आंख मारी. मैंने सोचा चलो चिड़िया खुद मदद कर रही है तो क्यों ना कहें!
मैंने कहा- ठीक है, मैं मानता हूँ, वो मुझे पसंद है.
रेशमा- तो क्या करना चाहते वो उसके साथ?
मैंने कहा- बस उसे अपने दिल का हाल बताना चाहता हूँ.
रेशमा- बस? मुझे लगा तुम उसमें कहीं ज्यादा इंटरेस्टेड हो… और तुम्हारा बम्बू तो कुछ और कह रहा है.
उसने मेरे नीचे इशारा करके बोला.
मैं शर्मा गया और उसके बूब्स को छोड़ दिया और उसके पेट के नीचे हाथ रखा.
रेशमा- उन्हें छोड़ दोगे तो मैं मदद क्यों करूं?
मैंने कहा- मैं समझा नहीं?
रेशमा- अरे अभी जिन पर हाथ था उन्हें छोड़ोगे तो…
मैंने कहा- उन्हें किन्हें? उनका कुछ नाम नहीं है क्या?
रेशमा- मुझे शर्म आती है!
मैंने कहा- नहीं, नाम तो लेना पड़ेगा!
रेशमा- मेरे बूब्स पकड़े रखो!
मैंने कहा- ठीक है…
और मेरा एक हाथ उसके बूब्स को पानी में दबाने लगा और रेलिंग से हाथ हटा उसने नीचे पानी में मेरी चड्डी में डाला और मेरे लंड को सहलाने लगी.
तभी सभी लोगों की चिलम पों शुरू हो गई- बस चलो, अब खाना खाते हैं!
और हमें भी पानी से बाहर आना पड़ा और सभी हाल में कपड़े बदल कर चले गए.
मैंने देखा कि दीपा और रेशमा कुछ बातें कर रही हैं.
दीपा- ओय रेशमा जान… क्या क्या किया? मौका लिया या दिया?
रेशमा- मुझे शर्म आ रही है.
दीपा- हाय हाय रे, शर्मा रही है, वासु का लंड लेना है तो शर्माना छोड़ना पड़ेगा.
रेशमा- क्या दीपा तू भी… हाँ मौका लिया भी और दिया भी… उसके हाथ में बूब्स दिए और उसका लंड हाथ में लिया!
दीपा- वाह… तू तो बड़ी फ़ास्ट निकली, पहले ही दिन दो बड़ी बातें… पर एक बात याद रखना, नीचे के बाल साफ़ रखना… वासु को चूत चूसना बड़ा पसंद है पर उसे बाल पसंद नहीं!
रेशमा- अरे तू तो ऐसे कह रही है जैसे मैं अभी उससे चुदवाने जा रही हूँ? पर दीपा काश वह पानी में मुझे चोदता… बाय गॉड बड़ा मन कर रहा था उस वक़्त उसके लंड को मुंह में लेके चूसने का… उसके लंड से निकला पानी पीने का…
रेशमा- पर दीपा, वासु को मैंने एक शर्त मान कर राजी किया है.
दीपा- कौन सी शर्त?
रेशमा- कि मैं उसको नीलिमा को पटाने में मदद करूंगी.
दीपा- वाह, तो मेरा पति नीलिमा को लेना चाहता है और उस चाहत में तुझे पेलेगा.
रेशमा- क्या तू भी… कितना गन्दा बोलती है तू!
दीपा- अरे रेशमा, इसमें बड़ा मजा है, तू कभी ट्राय कर… मैं और वासु गन्दी बात करते हुए ही मजा करते हैं!
रेशमा- मेरा भी मन करता है पर साहिल को पसंद नहीं है.
नीलिमा- अरे तुम लोग क्या बातें कर रही हो?
दीपा- कुछ नहीं बस ऐसे ही बात कर रही थी कि आज स्विमिंग पुल में कौन किस पे लाइन मार रहा था.