23-11-2017, 05:35 PM
हेलो दोस्तो मेरा नाम विशाल है. और मेरी उमर 22 साल और मैं हिमाचल से हूँ. मैने आज से पहले बहोत सारी कहानिया पड़ी और बहोत मूठ मारी. मैं जब भी किसी की कहानी पढ़ता था और मुठ मरता था. तो मैं सिर्फ़ एक बात ही सोचता था की काश मैं भी कोई कहानी लिखूं जिसे पढ़ कर और भी लोग मूठ मारे. और जेसे मैं खूब मज़े लेता हूँ. आप सब भी मेरी कहानी को पढ़ कर खूब मज़े ले.
दोस्तो भगवान ने आख़िरकार मुझे ये मोका दे ही दिया. पिछले महीने मेरे साथ कुछ ऐसा हुआ जिससे मैने अपनी जिंदगी की पहली चुदाई कर ली. और आज वो ही पहली चुदाई की कहानी को मैं आप सब के सामने पेश करने जा रा हूँ. मुझे पूरी उमीद है आप को मेरी आज की ये पहली कहानी बहोत पसंद आएगी. और लड़के अपने लंड को हिला कर उसका पानी निकालने पर मजबूर हो जाएगें. और लड़किया अपनी गीली चूत मे अपनी उंगलिया दल कर अपनी चूत का रस्स बाहर निकालने पर मजबूर हो जाएँगी.
तो चलिए दोस्त अब कहानी शुरू करते है.
दोस्तो मैं ब.टेक के पहले साल मे हूँ. और मैने नॉन मेडिकल से +2 की थी. जिस वजह से मुझे सीधा ब.टेक मे अड्ड्मिशन मिल गया. कॉलेज की पढ़ाई मेरे लिए आसाना नही थी. पर मैने जेसे तेसे सारे सब्जेक्ट तो आछे से समझ लिए. पर मुझे गणित बिल्कुल समझ नही आ रा था. इस लिए मैने मम्मी पापा से पूछ कर गणित की ट्यूशन् रख ली. मैने अपने कॉलेज के गणित टीचर के पास ही ट्यूशन् रख ली थी.
क्योकि अगर आप अपने ही टीचर के पास ट्यूशन् रखते है. तो वो आप को अच्छे से और टेस्ट या एग्ज़ॅम मे आने वेल प्रश्न ही करवाते है. और प्रॅक्टिकल और वीवा मे आपको आछे नंबर अपने आप ही लगा देते है. इसलिए मैं जान कर अपनी क्लास के गणित टीचर पर ही अपनी ट्यूशन् रखी थी. मेरे गणित टीचर की उमर करीब 40 साल होगी. वो हमे अपने घर पर ही ट्यूशन् पढ़ते थे.
उनके घर मे वो और उनकी वाइफ ही रहती थी. उनकी वाइफ दिखने मे बहोत ही खूबसूरत और सेक्सी थी. दिखने मे वो सिर की बेटी लगती थी. शायद सिर ने अपने काफ़ी छोटी उमर वाली लड़की से शादी की थी. उनका नाम रीता था. जितना सेक्सी उनका नाम था उससे कम ज़्यादा सेक्सी वो थी. वो मुझे बहोत पसंद थी उसको छोड़ने के सपने मैं दिन और रात लेता था. मैं अपने दिल मे भगवान का लाख बार शुक्रिया करता था.
की उन्होने मुझे यहा पर ट्यूशन् पढ़ने का एक मोका दिया. दोस्तो अगर मैं आप नीता के बारे मे थोड़ा सा डीटेल मे बता देता हूतो आपका भी एक दम खड़ा हो जाएगा. नीता की उमर 28 साल है और उसका रंग एक दम गोरा जेसे दूध का हो. और उसका फिगर 34-32-26 था. अभी तक नीता ने कोई बचा नही दिया था इसलिए उसका फिगर इतना सेक्सी था. क्योकि शादी के बाद हर औरत का फिगर तोड़ा सा खराब हो जाता है. पर नीता के मामले मे ऐसा बिल्कुल भी न्ही था. वो आज भी जवान 18 साल की लड़की लगती थी.
तूतिओं के हर लड़के का दिल उस पर था. और उससे अपनी रानी बनाना चाहते थे. पर मैं सिर्फ़ उसे अपने लंड की रानी बना कर जिंदगी भर चुदाई की सोचता था. उसके 34 के बूब्स मुझे पागल कर देते थे. और जब नीता सारी डालती थी तो मुझे उसके चिकने पेट और चिकनी कमर के दर्शन हो जाते थे. उसकी चिकनी कमर और पेट को देख कर मेरा मान करता था की अभी उसे अपनी बाहों मे भर लून. और अपनी जीब निकल उसके चिकने जिस्म को चॅट चॅट कर आछे से और चिकना कर दूं.
नीता की गॅंड भी बहोट मस्त और सेक्सी थी. जब वो ट्यूशन् के टाइम सिर को चाय देनी आती थी. तो सब की नज़र उस पर होती थी. पर जब वो चाय देकर वापिस जाती थी. तब मेरी नज़र के मोटे मोटे चुटटरो पर होती थी. क्या कमाल के चुत्तर थे उसके जब वो चलती थी मानो टाइम बहोत स्लो सा हो गया हो. उसके हर ठुमके पर मेरी सांस अटक जाती थी. मुझे उससे प्यार सा होने लग गया था. मुझे अब कंट्रोल न्ही होता था.
तूतिओं के बाद मैं सीधा अपने घर जाता और अपने रूम मे आ कर. रूम को अंदर से बंद करके अपने आप को पूरा नंगा करके. फिर मैं नीता को सोच कर उसके नाम की ज़ोर ज़ोर से कम से कम 2 बार मूठ मरता था. और फिर जब रात को मुझे नींद नही आती थी. तब भी मैं रात को सोने से पहले नीता के नाम की मूठ मरता था. मेरा ये रोज का काम हो गया था. भला और मैं करता भी क्या मेरे पास और भी रास्ता भी न्ही था इसके सिवा.
to be continued......
दोस्तो भगवान ने आख़िरकार मुझे ये मोका दे ही दिया. पिछले महीने मेरे साथ कुछ ऐसा हुआ जिससे मैने अपनी जिंदगी की पहली चुदाई कर ली. और आज वो ही पहली चुदाई की कहानी को मैं आप सब के सामने पेश करने जा रा हूँ. मुझे पूरी उमीद है आप को मेरी आज की ये पहली कहानी बहोत पसंद आएगी. और लड़के अपने लंड को हिला कर उसका पानी निकालने पर मजबूर हो जाएगें. और लड़किया अपनी गीली चूत मे अपनी उंगलिया दल कर अपनी चूत का रस्स बाहर निकालने पर मजबूर हो जाएँगी.
तो चलिए दोस्त अब कहानी शुरू करते है.
दोस्तो मैं ब.टेक के पहले साल मे हूँ. और मैने नॉन मेडिकल से +2 की थी. जिस वजह से मुझे सीधा ब.टेक मे अड्ड्मिशन मिल गया. कॉलेज की पढ़ाई मेरे लिए आसाना नही थी. पर मैने जेसे तेसे सारे सब्जेक्ट तो आछे से समझ लिए. पर मुझे गणित बिल्कुल समझ नही आ रा था. इस लिए मैने मम्मी पापा से पूछ कर गणित की ट्यूशन् रख ली. मैने अपने कॉलेज के गणित टीचर के पास ही ट्यूशन् रख ली थी.
क्योकि अगर आप अपने ही टीचर के पास ट्यूशन् रखते है. तो वो आप को अच्छे से और टेस्ट या एग्ज़ॅम मे आने वेल प्रश्न ही करवाते है. और प्रॅक्टिकल और वीवा मे आपको आछे नंबर अपने आप ही लगा देते है. इसलिए मैं जान कर अपनी क्लास के गणित टीचर पर ही अपनी ट्यूशन् रखी थी. मेरे गणित टीचर की उमर करीब 40 साल होगी. वो हमे अपने घर पर ही ट्यूशन् पढ़ते थे.
उनके घर मे वो और उनकी वाइफ ही रहती थी. उनकी वाइफ दिखने मे बहोत ही खूबसूरत और सेक्सी थी. दिखने मे वो सिर की बेटी लगती थी. शायद सिर ने अपने काफ़ी छोटी उमर वाली लड़की से शादी की थी. उनका नाम रीता था. जितना सेक्सी उनका नाम था उससे कम ज़्यादा सेक्सी वो थी. वो मुझे बहोत पसंद थी उसको छोड़ने के सपने मैं दिन और रात लेता था. मैं अपने दिल मे भगवान का लाख बार शुक्रिया करता था.
की उन्होने मुझे यहा पर ट्यूशन् पढ़ने का एक मोका दिया. दोस्तो अगर मैं आप नीता के बारे मे थोड़ा सा डीटेल मे बता देता हूतो आपका भी एक दम खड़ा हो जाएगा. नीता की उमर 28 साल है और उसका रंग एक दम गोरा जेसे दूध का हो. और उसका फिगर 34-32-26 था. अभी तक नीता ने कोई बचा नही दिया था इसलिए उसका फिगर इतना सेक्सी था. क्योकि शादी के बाद हर औरत का फिगर तोड़ा सा खराब हो जाता है. पर नीता के मामले मे ऐसा बिल्कुल भी न्ही था. वो आज भी जवान 18 साल की लड़की लगती थी.
तूतिओं के हर लड़के का दिल उस पर था. और उससे अपनी रानी बनाना चाहते थे. पर मैं सिर्फ़ उसे अपने लंड की रानी बना कर जिंदगी भर चुदाई की सोचता था. उसके 34 के बूब्स मुझे पागल कर देते थे. और जब नीता सारी डालती थी तो मुझे उसके चिकने पेट और चिकनी कमर के दर्शन हो जाते थे. उसकी चिकनी कमर और पेट को देख कर मेरा मान करता था की अभी उसे अपनी बाहों मे भर लून. और अपनी जीब निकल उसके चिकने जिस्म को चॅट चॅट कर आछे से और चिकना कर दूं.
नीता की गॅंड भी बहोट मस्त और सेक्सी थी. जब वो ट्यूशन् के टाइम सिर को चाय देनी आती थी. तो सब की नज़र उस पर होती थी. पर जब वो चाय देकर वापिस जाती थी. तब मेरी नज़र के मोटे मोटे चुटटरो पर होती थी. क्या कमाल के चुत्तर थे उसके जब वो चलती थी मानो टाइम बहोत स्लो सा हो गया हो. उसके हर ठुमके पर मेरी सांस अटक जाती थी. मुझे उससे प्यार सा होने लग गया था. मुझे अब कंट्रोल न्ही होता था.
तूतिओं के बाद मैं सीधा अपने घर जाता और अपने रूम मे आ कर. रूम को अंदर से बंद करके अपने आप को पूरा नंगा करके. फिर मैं नीता को सोच कर उसके नाम की ज़ोर ज़ोर से कम से कम 2 बार मूठ मरता था. और फिर जब रात को मुझे नींद नही आती थी. तब भी मैं रात को सोने से पहले नीता के नाम की मूठ मरता था. मेरा ये रोज का काम हो गया था. भला और मैं करता भी क्या मेरे पास और भी रास्ता भी न्ही था इसके सिवा.
to be continued......